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मोहम्मद शमी को नजरअंदाज करने पर अजीत अगरकर और बीसीसीआई को लगी फटकार, कोच बोले - ‘सिर्फ बहाना है’

मोहम्मद शमी को नजरअंदाज करने पर अजीत अगरकर और बीसीसीआई को लगी फटकार, कोच बोले - ‘सिर्फ बहाना है’

भारतीय टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) को साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया में जगह नहीं दी गई है। इस फैसले ने क्रिकेट जगत में बहुत विवाद और आलोचना खड़ी कर दी है।

India vs South Africa Test Series: साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली जाने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए जब टीम इंडिया का ऐलान हुआ, तो उसमें एक नाम नहीं था — और वह नाम था मोहम्मद शमी। शमी लंबे समय से टीम से बाहर हैं और उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच चैंपियंस ट्रॉफी में था। टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए उन्होंने काफी समय से नहीं खेला है।

उनके नजरअंदाज किए जाने पर चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर और बीसीसीआई को जमकर फटकार मिली है। शमी ने हाल ही में रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया है, जहां शुरुआती दो मैचों में उन्होंने कुल 15 विकेट लिए। इसके बावजूद उन्हें साउथ अफ्रीका सीरीज के लिए टीम में नहीं चुना गया। शमी के कोच मोहम्मद बद्राउद्दीन इस फैसले से काफी निराश हैं और उन्होंने चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर और बीसीसीआई को कड़ी आलोचना की है। 

शमी का शानदार प्रदर्शन नजरअंदाज

हाल ही में शमी ने रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में बेहतरीन प्रदर्शन किया। शुरुआती दो मैचों में उन्होंने कुल 15 विकेट झटके और अपनी फिटनेस और फॉर्म का सबूत दिया। इसके बावजूद उन्हें साउथ अफ्रीका सीरीज के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया। शमी के कोच मोहम्मद बद्राउद्दीन (Mohammed Badaruddin) ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा,

'शमी फिट हैं और शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सेलेक्टर्स उन्हें नजरअंदाज कर रहे हैं। यह स्पष्ट है। उनके खिलाफ कोई और वजह नहीं है जो मुझे समझ में आती हो। जब खिलाड़ी दो मैचों में 15 विकेट ले रहा हो, तो वह कहीं से भी अनफिट नहीं लगता। सेलेक्टर्स सिर्फ उन्हें नजरअंदाज कर रहे हैं और कुछ नहीं। इसका कारण सिर्फ वही बता सकते हैं।'

बद्राउद्दीन ने बताया कि शमी को इंडिया-ए टीम में भी नहीं चुना गया था और फिर सीनियर टीम में जगह नहीं मिली। उन्होंने कहा,

'मुझे लगता है कि उन्होंने पहले ही शमी को न चुनने का फैसला कर लिया था। जब आप टेस्ट टीम चुनते हैं तो यह केवल रणजी ट्रॉफी के प्रदर्शन और फिटनेस पर आधारित होना चाहिए। अगर चयन T20 या अन्य फॉर्मेट के आधार पर किया जाता है, तो यह सही नहीं है।'

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सेलेक्टर्स का यह फैसला किसी प्रदर्शन या फिटनेस मुद्दे पर आधारित नहीं है। उनके अनुसार यह सिर्फ बहाना है। यह कहना कि शमी फिट नहीं हैं या उन्हें मैच प्रैक्टिस की जरूरत है, यह पूरी तरह गलत है। उनके पास पहले से ही योजना है कि किसे खिलाना है और किसे नहीं।

आलोचना का केंद्र बने अजीत अगरकर और बीसीसीआई

शमी के चयन न होने के फैसले ने न सिर्फ फैंस बल्कि कई पूर्व क्रिकेटरों और विशेषज्ञों को भी नाराज कर दिया है। सोशल मीडिया पर और क्रिकेट कम्युनिटी में यह मुद्दा तेजी से वायरल हो रहा है। आलोचकों का कहना है कि शमी जैसे अनुभवी तेज गेंदबाज को नजरअंदाज करना भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में एक जोखिम भरा निर्णय है।

मोहम्मद शमी ने भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में कई बार सफल प्रदर्शन किया है। उनकी तेज़ गति और यॉर्कर की क्षमताएं उन्हें दुनिया के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक बनाती हैं। हालांकि, उन्होंने लंबे समय से भारत के लिए टेस्ट मैच नहीं खेले हैं, लेकिन रणजी ट्रॉफी में उनका हालिया प्रदर्शन दर्शाता है कि वह पूरी तरह फिट और मैच-रेडी हैं।

 

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