लगातार बैठे रहने की आदत “Sitting is the New Smoking” के रूप में जानी जा रही है। इससे हार्ट डिजीज, डायबिटीज, मोटापा, पीठ और गर्दन का दर्द, मानसिक तनाव और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ता है। नियमित ब्रेक, हल्की एक्सरसाइज और स्टैंडिंग डेस्क से इन जोखिमों को कम किया जा सकता है।
Sitting is the New Smoking: डॉक्टरों के अनुसार, लगातार बैठकर काम करना या मोबाइल-लैपटॉप पर घंटों बिताना स्वास्थ्य के लिए उतना ही हानिकारक है जितना धूम्रपान। University of Iowa के अध्ययन में पाया गया कि लंबे समय तक बैठने वाले लोगों में हार्ट डिजीज, डायबिटीज, मोटापा, कैंसर, उच्च बीपी, मानसिक तनाव और रीढ़ की समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि हर 30-40 मिनट में ब्रेक लें, पैदल चलें, स्ट्रेचिंग करें और स्टैंडिंग डेस्क का इस्तेमाल करें, ताकि इन बीमारियों से बचा जा सके।
लगातार बैठने की आदत
सेठ नंदलाल अस्पताल के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉक्टर विलास मारकर का कहना है कि आज के समय में कामकाज का बड़ा हिस्सा कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल स्क्रीन पर बैठकर किया जाता है। कई लोग रोजाना घंटों कुर्सी पर बैठे रहते हैं। धीरे-धीरे यह आदत शरीर को उतना ही नुकसान पहुंचा रही है जितना धूम्रपान करता है।
डॉ. विलास के अनुसार, लगातार बैठने से मोटापा बढ़ता है, दिल की बीमारियां, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स इस आदत को गंभीर मान रहे हैं।
लंबे समय तक बैठने से होने वाले नुकसान
University of Iowa की रिसर्च में पाया गया कि जो लोग घंटों बैठे रहते हैं, उनमें स्मोकिंग जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। रिसर्च में 7,000 से अधिक लोगों के डेटा का विश्लेषण किया गया।
लगातार बैठे रहने वालों में टाइप-2 डायबिटीज, हार्ट डिजीज, कैंसर, हाई बीपी, मोटापा, जोड़ों में दर्द, मानसिक तनाव, डिप्रेशन, एंग्जायटी, इंसुलिन रेजिस्टेंस, जोड़ों में अकड़न, रीढ़ की समस्याएं, हाई कोलेस्ट्रॉल, फैटी लिवर, किडनी डिजीज और कमजोरी जैसे लक्षण देखे गए।
इसके पीछे मुख्य वजह यह है कि लगातार बैठे रहने से शरीर में खून का सर्कुलेशन ठीक से नहीं होता। इस वजह से पैरों और कमर में दर्द बढ़ जाता है। वहीं, जो लोग बैठे रहने के साथ एक्टिव रहते हैं और नियमित व्यायाम करते हैं, उनमें इन बीमारियों का खतरा काफी कम होता है।
कौन-कौन सी बीमारियों का खतरा बढ़ता है
- Heart Disease- लंबे समय तक बैठे रहने से हार्ट पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।
- Diabetes- यह आदत शुगर कंट्रोल करने की क्षमता को कमजोर कर देती है।
- Obesity- लगातार बैठने से कैलोरी कम बर्न होती है और फैट के रूप में जमा हो जाती है।
- Back & Neck Pain- खराब पॉश्चर और लंबे समय तक बैठना गर्दन और पीठ में दर्द पैदा करता है।
- डिप्रेशन और एंग्जायटी- मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है क्योंकि दिमाग कम सक्रिय रहता है।
लंबे समय तक बैठने से बचने के उपाय
- हर 30-40 मिनट में ब्रेक लें।
- ब्रेक के समय 2-3 मिनट पैदल चलें।
- स्टैंडिंग डेस्क का इस्तेमाल करें और बीच-बीच में खड़े होकर काम करें।
- कुर्सी और स्क्रीन का लेवल सही रखें।
- ब्रेक या काम के दौरान हल्की स्ट्रेचिंग और एक्सरसाइज करें।
- सीढ़ियों का इस्तेमाल करें और लिफ्ट कम प्रयोग करें।
- डेली वॉक करने की आदत डालें।
हल्की स्ट्रेचिंग और नियमित एक्सरसाइज मांसपेशियों को सक्रिय रखती है और शरीर को फिट बनाए रखती है।
लगातार बैठे रहना अब केवल आलस्य नहीं बल्कि गंभीर स्वास्थ्य खतरा बन गया है। Sitting is the New Smoking के अनुसार, लंबे समय तक बैठने की आदत धूम्रपान जितनी हानिकारक हो सकती है। इसलिए नियमित ब्रेक लेना, स्ट्रेचिंग करना और हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करना बेहद जरूरी है। यही तरीके शरीर को स्वस्थ रखने और गंभीर बीमारियों से बचने में मदद कर सकते हैं।