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स्विगी के शेयर में नई रफ्तार! जानिए क्विक कॉमर्स में क्या हो रहा बदलाव

स्विगी के शेयर में नई रफ्तार! जानिए क्विक कॉमर्स में क्या हो रहा बदलाव

फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स सेक्टर की प्रमुख कंपनी स्विगी लिमिटेड के शेयरों में 22 जुलाई को जबरदस्त उछाल देखने को मिला। शेयर प्राइस एक दिन में 7 फीसदी बढ़कर 426.30 रुपये तक पहुंच गया। बीते चार कारोबारी सत्रों में से तीन में स्विगी का शेयर चढ़ाव पर रहा है। खास बात यह है कि यह भाव अब अपने आईपीओ प्राइस 390 रुपये से 9 फीसदी ज्यादा हो चुका है, हालांकि लिस्टिंग के बाद के 617 रुपये के उच्चतम स्तर से अभी भी 31 फीसदी नीचे है।

एक महीने में दिखा हल्का उछाल, छह महीने में गिरावट

स्विगी के शेयर ने पिछले 5 दिनों में 3.05 फीसदी का रिटर्न दिया है, जो निवेशकों के लिए राहत की बात मानी जा रही है। एक महीने में भी शेयर ने 3.05 फीसदी की बढ़त दिखाई है। हालांकि, अगर पिछले 6 महीनों की बात करें तो इसमें 5.38 फीसदी की गिरावट आई है। यानी, लॉन्ग टर्म में कंपनी को अब भी निवेशकों का भरोसा वापस पाना बाकी है।

19 में से 15 एनालिस्ट बोले- खरीदो ये शेयर

मार्केट में स्विगी को लेकर एनालिस्ट्स की राय मजबूत बनी हुई है। कंपनी पर रिसर्च करने वाले 19 में से 15 एनालिस्टों ने इसे 'खरीदने' की रेटिंग दी है। यानी मार्केट में इस बात की उम्मीद बन रही है कि आने वाले समय में स्विगी बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।

31 जुलाई को आएंगे स्विगी के तिमाही नतीजे

स्विगी अब 31 जुलाई को अप्रैल-जून तिमाही के नतीजे पेश करने जा रही है। इस पर बाजार की नजर टिकी हुई है। खासकर यह देखा जाएगा कि क्विक कॉमर्स सेगमेंट, जहां ब्लिंकिट ने हाल ही में बाज़ार में बड़ा धमाका किया है, वहां स्विगी ने क्या प्रगति की है। एनालिस्ट्स इस तिमाही में मैनेजमेंट की ओर से आने वाले बयान और गाइडेंस पर विशेष ध्यान देंगे।

जोमैटो-ब्लिंकिट के शानदार नतीजों का असर

स्विगी के शेयरों में आई इस तेजी के पीछे इटरनल लिमिटेड की भूमिका अहम मानी जा रही है। इटरनल, जोमैटो और ब्लिंकिट की पेरेंट कंपनी है, जिसने सोमवार को अपनी अप्रैल-जून तिमाही के शानदार नतीजे घोषित किए। इटरनल की रिपोर्ट आते ही जोमैटो के शेयरों में मंगलवार को 14 फीसदी का उछाल आया और यह अपने अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।

ब्लिंकिट का धमाका: जोमैटो से ज्यादा कमाई

इस बार की तिमाही में जो सबसे बड़ी खबर सामने आई, वह यह रही कि ब्लिंकिट का रेवेन्यू पहली बार जोमैटो से ज्यादा हो गया। अप्रैल-जून तिमाही में ब्लिंकिट का रेवेन्यू बढ़कर 2,400 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि जोमैटो का रेवेन्यू 2,261 करोड़ रुपये रहा। इससे यह साफ हो गया कि अब क्विक कॉमर्स, इटरनल लिमिटेड की आमदनी में मुख्य योगदानकर्ता बन चुका है।

स्विगी पर भी दबाव, लेकिन उम्मीदें बरकरार

ब्लिंकिट के इस प्रदर्शन ने पूरे सेक्टर में प्रतिस्पर्धा को बढ़ा दिया है। स्विगी पर भी दबाव बढ़ा है कि वह अपने क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बेहतर डिलीवरी, कम समय और ज्यादा रेवेन्यू का आंकड़ा पेश करे। फिलहाल, स्विगी का फोकस अपने हाइपरलोकल लॉजिस्टिक्स और इंस्टामार्ट जैसी सेवाओं को मजबूत करने पर है।

स्विगी के लिए संकेत क्या हैं?

इटरनल के तिमाही नतीजों ने पूरे क्विक कॉमर्स सेक्टर के प्रति निवेशकों के नजरिए को बदला है। ब्लिंकिट के बेहतर आंकड़े और जोमैटो की ग्रोथ ने यह संकेत दे दिया है कि आने वाले समय में इस सेक्टर में बड़ा स्केल अप देखा जा सकता है। स्विगी जो पहले से इस स्पेस में मौजूद है, उसे अब निवेशकों की उम्मीदों पर खरा उतरना होगा।

मार्केट में बना है पॉजिटिव सेंटीमेंट

जोमैटो और ब्लिंकिट के शानदार प्रदर्शन के बाद स्विगी के शेयरों में आई तेजी यह बताती है कि मार्केट फिलहाल फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स कंपनियों को लेकर आशावान है। एनालिस्टों की खरीदने की सलाह और 31 जुलाई को आने वाले नतीजों से पहले बनी यह तेजी आने वाले हफ्तों में और नई चाल दिखा सकती है।

आईपीओ से अब तक कैसा रहा सफर?

स्विगी के आईपीओ प्राइस 390 रुपये तय किया गया था। शेयर ने लिस्टिंग के शुरुआती दिनों में 617 रुपये तक का हाई बनाया था, लेकिन उसके बाद शेयर में गिरावट आई। फिलहाल यह 426 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा है, यानी आईपीओ निवेशकों को अब तक हल्का फायदा मिल रहा है। लेकिन जिन निवेशकों ने हाई प्राइस पर एंट्री की थी, वे अब भी घाटे में हैं।

फोकस अब क्विक कॉमर्स पर

स्विगी के लिए अब अगला बड़ा मैदान क्विक कॉमर्स है। ब्लिंकिट जिस तेजी से आगे बढ़ा है, वह पूरे सेक्टर के लिए एक बेंचमार्क बन गया है। ऐसे में निवेशकों को अब 31 जुलाई के नतीजों का इंतजार है, जिससे यह पता चलेगा कि स्विगी इस रेस में कहां खड़ा है।

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