अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ओसामा बिन लादेन के ठिकाने पर अमेरिकी नेवी सील के अभियान और 9/11 से पहले अपनी चेतावनी को याद किया। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे कोई क्रेडिट नहीं मिलेगा, लेकिन इतिहास इसे याद रखेगा।’’
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ओसामा बिन लादेन के ठिकाने पर अमेरिकी नेवी सील के अभियान को याद करते हुए कहा कि इतिहास कभी नहीं भूलेगा कि उन जवानों ने बिन लादेन के सिर में गोली मारी थी। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि 9/11 आतंकवादी हमलों से एक साल पहले ही उन्होंने अधिकारियों को बिन लादेन पर नजर रखने की चेतावनी दी थी।
ट्रंप ने क्या कहा
अमेरिकी नौसेना की 250वीं वर्षगांठ के मौके पर वर्जीनिया के नॉरफोक में आयोजित समारोह में ट्रंप ने कहा, ‘‘इतिहास हमेशा याद रखेगा कि यह अमेरिकी नेवी सील के जवान थे जिन्होंने ओसामा बिन लादेन के परिसर में घुसकर उसे मार गिराया।’’ उन्होंने दोहराया कि 2001 में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमलों से एक साल पहले ही उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी थी। ट्रंप ने कहा, ‘‘मैंने कहा था कि ओसामा नामक व्यक्ति पर नजर रखनी होगी। उस पर नजर रखी जानी चाहिए थी।’’
ट्रंप का छलका दर्द
ट्रंप ने कहा, ‘‘उन्होंने मेरी चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया। एक साल बाद ओसामा ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला कर दिया। इसलिए मुझे थोड़ा श्रेय मिलना चाहिए, क्योंकि कोई और मुझे नहीं देगा।’’ उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिकी नौसेना ने बिन लादेन का शव यूएसएस कार्ल विंसन जहाज से समुद्र में फेंक दिया था।
लादेन की मौत
मई 2011 में अमेरिकी नेवी सील ने एक गुप्त अभियान में ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। वह पाकिस्तान के एबटाबाद में एक मकान में छिपा हुआ था। यह कार्रवाई तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में हुई थी। ट्रंप ने अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी और अमेरिकी सैन्य रणनीतियों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, ‘‘अगर सही तरीके से रणनीति बनाई जाती, तो अमेरिका अफगानिस्तान में आसानी से जीत सकता था। हम हर युद्ध में आसानी से सफल हो सकते थे।’’
ट्रंप और 9/11 हमलों की चेतावनी
ट्रंप ने यह भी बताया कि उन्होंने 9/11 से ठीक एक साल पहले ही अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि ओसामा बिन लादेन खतरनाक है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने लिखा था कि इस व्यक्ति पर नजर रखनी होगी। यह बात बहुत पहले की है, लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।’’ उनका मानना है कि अगर उनकी चेतावनी पर ध्यान दिया गया होता, तो 9/11 के हमलों को रोका जा सकता था।