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Tuborg की पैरेंट कंपनी Carlsberg India IPO की तैयारी में, कब होगा ऐलान? जानें डिटेल्स

Tuborg की पैरेंट कंपनी Carlsberg India IPO की तैयारी में, कब होगा ऐलान? जानें डिटेल्स

डेनमार्क की मल्टीनेशनल ब्रूअरीज कंपनी Carlsberg अपनी भारतीय इकाई कार्ल्सबर्ग इंडिया के आईपीओ पर विचार कर रही है। शुरुआती स्तर की बातचीत में बोफा सिक्योरिटीज, सिटी, ड्यूश बैंक, जेपीमॉर्गन और मॉर्गन स्टैनले जैसे निवेश बैंक शामिल हैं। कंपनी का FY24 में रेवेन्यू ₹8,000 करोड़ और प्रॉफिट ₹323 करोड़ रहा।

Carlsberg IPO: टुबोर्ग ब्रांड बनाने वाली Carlsberg India अब शेयर बाजार में उतरने की तैयारी में है। सूत्रों के मुताबिक कंपनी ने अपने संभावित आईपीओ के लिए निवेश बैंकों से बातचीत शुरू कर दी है, जिनमें बोफा सिक्योरिटीज, सिटी, ड्यूश बैंक, जेपीमॉर्गन और मॉर्गन स्टैनले शामिल हैं। हालांकि आईपीओ का आकार और वैल्यूएशन अभी तय नहीं है। Carlsberg India ने FY24 में ₹8,000 करोड़ से ज्यादा का रेवेन्यू और ₹323 करोड़ का प्रॉफिट दर्ज किया, जो सालाना 60% की बढ़त है। कंपनी भारत के बियर बाजार में 21% हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर है।

IPO को लेकर शुरुआती चर्चा

सूत्रों के अनुसार Carlsberg India ने इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के लिए निवेश बैंकों से बातचीत शुरू कर दी है। बोफा सिक्योरिटीज, सिटी, ड्यूश बैंक, जेपीमॉर्गन और मॉर्गन स्टैनले जैसे बड़े बैंक इस प्रक्रिया में शामिल बताए जा रहे हैं। हालांकि अभी बातचीत शुरुआती दौर में है और आईपीओ का साइज या वैल्यूएशन तय नहीं हुआ है। यहां तक कि कंपनी की ओर से यह भी साफ नहीं किया गया है कि यह आईपीओ निश्चित तौर पर आएगा या नहीं। Carlsberg India के प्रवक्ता ने भी साफ कहा कि कंपनी बाजार में चल रही अटकलों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देती।

दो साल से तैयारी में जुटी कंपनी

सूत्रों का कहना है कि Carlsberg पिछले दो साल से भारत में लिस्टिंग के अवसर तलाश रही थी। अब कंपनी ने इस दिशा में ठोस कदम बढ़ाना शुरू किया है। भारत में तेजी से बढ़ रहे बियर बाजार और कंपनी की मजबूत पकड़ को देखते हुए इसे अनुकूल समय माना जा रहा है।

कंपनी की वित्तीय स्थिति

Carlsberg India की हाल की वित्तीय रिपोर्ट्स कंपनी की मजबूत स्थिति दिखाती हैं। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का रेवेन्यू 8000 करोड़ रुपये से अधिक रहा। वहीं मुनाफा सालाना 60 प्रतिशत की बढ़त के साथ 323 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। बेहतर वर्किंग कैपिटल और कम पूंजी निवेश की वजह से कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत हुई है। यही वजह है कि प्रबंधन अब शेयर बाजार से पूंजी जुटाने की संभावनाओं पर गंभीरता से विचार कर रहा है।

कौन से ब्रांड बनाते हैं कार्ल्सबर्ग इंडिया को खास

भारत में Carlsberg India के पोर्टफोलियो में कई लोकप्रिय बीयर ब्रांड शामिल हैं। इनमें कार्ल्सबर्ग ग्रीन, कार्ल्सबर्ग एलीफेंट, टुबोर्ग ग्रीन, टुबोर्ग स्ट्रांग और टुबोर्ग क्लासिक जैसे नाम आते हैं। इन ब्रांड्स की वजह से कंपनी ने युवाओं और शहरी उपभोक्ताओं के बीच खास जगह बनाई है। कंपनी के देशभर में सात ब्रूअरीज हैं और इसकी पकड़ लगातार मजबूत हो रही है।

भारतीय बीयर बाजार में Carlsberg India की सीधी टक्कर यूनाइटेड ब्रूअरीज से है, जो किंगफिशर ब्रांड बनाती है। इसके अलावा एबीइनबेव जैसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भी यहां मजबूत उपस्थिति रखती हैं। एबीइनबेव बडवाइजर, कोरोना और होईगार्डन जैसे ब्रांड बनाती है। इतनी कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच Carlsberg India ने करीब 21 प्रतिशत की मार्केट हिस्सेदारी हासिल कर ली है।

गुरुग्राम में ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर

भारत में अपनी मौजूदगी को और मजबूत करने के लिए कार्ल्सबर्ग ग्रुप ने हाल ही में गुरुग्राम में अपना पहला ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर शुरू किया है। इस केंद्र का उद्देश्य तकनीक, प्रबंधन और कारोबारी सहयोग को बढ़ाना है।

कार्ल्सबर्ग इंडिया का संभावित आईपीओ निवेशकों और शराब उद्योग दोनों के लिए बड़ा आकर्षण साबित हो सकता है। अगर यह योजना आगे बढ़ती है तो भारतीय शेयर बाजार में यह एक और बड़ी लिस्टिंग होगी, जिसने पहले ही सुला वाइनयार्ड्स, एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स और मोनिका अल्कोबेव जैसी कंपनियों का स्वागत किया है।

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