विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी आज, यानी गुरुवार सुबह साढ़े 11 बजे, अपना नामांकन दाखिल करेंगे। इस अवसर पर इंडिया ब्लॉक के कई प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे, जिनमें सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और रामगोपाल यादव शामिल हैं।
नई दिल्ली: भारत में 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले विपक्षी उम्मीदवार और पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी आज गुरुवार सुबह साढ़े 11 बजे अपना नामांकन दाखिल करेंगे। इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव और इंडिया ब्लॉक के अन्य कई प्रमुख नेता उपस्थित रहेंगे।
विपक्ष की ओर से बी सुदर्शन रेड्डी को सम्मान देने के लिए संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में विपक्ष के फ्लोर लीडर्स और वरिष्ठ नेता जैसे शरद पवार, संजय राउत भी शामिल हुए। इस अवसर पर मल्लिकार्जुन खड़गे और शरद पवार ने बी सुदर्शन रेड्डी को सम्मानित किया। इसके अलावा, विपक्ष के 80 सांसदों ने बी सुदर्शन रेड्डी के नामांकन के लिए प्रस्तावक और अनुमोदक के रूप में हस्ताक्षर किए, जिनमें कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी का नाम भी शामिल है।
एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन का नामांकन
इससे पहले, एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने बुधवार को अपना नामांकन दाखिल किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी उपस्थित रहे। सीपी राधाकृष्णन ने चार सेटों में नामांकन दाखिल किया, हर सेट में 20 प्रस्तावकों और 20 अनुमोदकों के हस्ताक्षर शामिल थे। प्रधानमंत्री मोदी ने पहले सेट में मुख्य प्रस्तावक के रूप में हस्ताक्षर किए।
उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की बढ़त
इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव में निर्वाचक मंडल में कुल 782 सांसद हैं। इसमें लोकसभा के 542 और राज्यसभा के 240 सदस्य शामिल हैं। जीत के लिए आवश्यक संख्या 391 है। एनडीए के पास कुल 422 सांसदों का समर्थन है, जबकि विपक्ष के पास 312 सांसद हैं। इस आधार पर, एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन की जीत लगभग तय मानी जा रही है। चुनाव में अब मुख्य चर्चा का विषय यह है कि जीत का मार्जिन कितना होगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि विपक्ष की कोशिश मतों का अंतर घटाने की होगी, लेकिन संख्या के हिसाब से एनडीए की जीत लगभग पक्की है। चुनाव के दिन, निर्वाचक मंडल में सभी सांसद वोट डालेंगे और मतगणना के परिणाम आने के बाद ही उपराष्ट्रपति पद के लिए अंतिम परिणाम स्पष्ट होगा।