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उत्तर भारत में मानसून का कहर, हिमाचल और उत्तराखंड में भारी तबाही

उत्तर भारत में मानसून का कहर, हिमाचल और उत्तराखंड में भारी तबाही

उत्तर भारत के कई हिस्सों में मानसून की भारी बारिश ने कहर बरपाया है। हिमाचल, उत्तराखंड और राजस्थान में बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने से मौतें हुईं। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है।

Weather: उत्तर भारत के कई राज्यों में मानसून की बारिश इस समय तबाही बनकर बरस रही है। गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों में भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। कई जगहों पर अचानक आई बाढ़, लैंडस्लाइड और जलभराव जैसी आपदाएं देखने को मिल रही हैं। स्थिति यह है कि कई जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी है।

हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से मची तबाही

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा और कुल्लू जिलों में बादल फटने की घटनाओं ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। बुधवार शाम को भारी बारिश के बाद कांगड़ा की मनुनी खड्ड में इंदिरा प्रियदर्शिनी जलविद्युत परियोजना स्थल के पास बने श्रमिक कॉलोनी में लगभग 15 से 20 श्रमिकों के बह जाने की आशंका जताई गई है। दो लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 10 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं।

राज्य आपदा प्रबंधन विभाग और स्थानीय प्रशासन की टीमें लगातार बचाव और खोज अभियान चला रही हैं। बाढ़ के कारण नदी-नालों का जलस्तर अचानक बढ़ गया जिससे आस-पास के क्षेत्रों में भी खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग ने हिमाचल में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

उत्तराखंड में लैंडस्लाइड और बाढ़ का खतरा

उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश के चलते लैंडस्लाइड और बाढ़ का खतरा बना हुआ है। टिहरी गढ़वाल, नैनीताल, चंपावत, चमोली, पौड़ी गढ़वाल, देहरादून, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। राज्य आपदा प्रबंधन बल (SDRF) को तैनात किया गया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

रुद्रप्रयाग जिले के घोलथिर क्षेत्र में एक 18 सीटर बस के अलकनंदा नदी में गिरने की घटना सामने आई है। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि सात लोग घायल हुए हैं। सभी घायलों का इलाज जिला अस्पताल में किया जा रहा है।

राजस्थान में रिकॉर्ड बारिश से जलभराव

राजस्थान में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है और राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है। जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और जैसलमेर जैसे जिलों में 180 एमएम तक बारिश हुई है जिससे निचले इलाकों में जलभराव हो गया है।

राज्य सरकार ने प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव के लिए विशेष टीमें भेजी हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की संभावना जताई है जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।

दिल्ली में मानसून की दस्तक

दिल्ली में अब तक मानसून की बारिश नहीं हुई थी लेकिन मौसम विभाग ने 26 जून से 30 जून तक बारिश की संभावना जताई है। राजधानी में उमस और गर्मी के बादल अब छंट सकते हैं और लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। हालांकि दिल्ली-NCR क्षेत्र में भी जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी बारिश का कहर

महाराष्ट्र के शिरपुर और वाशिम जैसे इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया है। जलभराव की वजह से यातायात प्रभावित हुआ है और कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है।

कर्नाटक के हासन जिले में मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक बारिश की चेतावनी जारी की है। शिराडी घाट पर भारी बारिश के चलते भूस्खलन हुआ है जिससे यातायात ठप हो गया है। प्रशासन ने मार्ग को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों तक उत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। पहाड़ी राज्यों में लैंडस्लाइड और नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि का खतरा बना हुआ है। राज्य सरकारों को सलाह दी गई है कि वे सतर्कता बनाए रखें और आपातकालीन योजनाएं सक्रिय करें।

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