हर साल टेनिस के चार प्रतिष्ठित ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन, विंबलडन और यूएस ओपन का आयोजन होता है। इनमें से ऑस्ट्रेलियन ओपन और यूएस ओपन हार्ड कोर्ट पर खेले जाते हैं, जबकि फ्रेंच ओपन क्ले कोर्ट और विंबलडन ग्रास कोर्ट पर आयोजित होता है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: विंबलडन 2025 का क्वार्टर फाइनल मुकाबला टेनिस प्रेमियों के लिए भावनाओं और खेल भावना से भरा रहा। दुनिया के सबसे सफल टेनिस खिलाड़ियों में शुमार नोवाक जोकोविच और इटली के युवा खिलाड़ी फ्लेवियो कोबोली के बीच खेले गए इस मुकाबले में रोमांच तो था ही, लेकिन एक ऐसा पल भी आया जब इंसानियत और खेल भावना ने स्कोरबोर्ड को पीछे छोड़ दिया।
कोर्ट पर गिरे जोकोविच, दर्शकों की सांसें थमीं
मैच के चौथे सेट के दौरान, जब जोकोविच मुकाबले को निर्णायक मोड़ पर ले जा रहे थे, तभी वे अचानक कोर्ट पर बुरी तरह गिर पड़े। यह दृश्य देखकर दर्शकों की सांसें थम गईं। जोकोविच दर्द में थे और कुछ पल तक उठ नहीं सके। घास के कोर्ट पर गिरना आम बात है, लेकिन जब यह किसी अनुभवी और उम्रदराज खिलाड़ी के साथ हो, तो चिंता स्वाभाविक होती है।
कोबोली की खेल भावना ने जीता सभी का दिल
मैच के उस तनावपूर्ण क्षण में फ्लेवियो कोबोली ने जो किया, उसने खेल की आत्मा को जीवंत कर दिया। उन्होंने बिना देर किए अपना रैकेट जमीन पर रखा और जोकोविच के पास पहुंचे। जोकोविच स्ट्रेचिंग कर रहे थे और उनका रैकेट नीचे गिर चुका था। कोबोली ने रैकेट उठाकर उन्हें सौंपा, और जोकोविच ने मुस्कराकर उनकी पीठ थपथपाई। यह पल सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और दुनिया भर के खेलप्रेमियों ने कोबोली की सराहना की।
मैच का परिणाम: जोकोविच ने फिर रचा इतिहास
चोट के बावजूद नोवाक जोकोविच ने मुकाबले में वापसी की और 6-7, 6-2, 7-5, 6-4 से जीत हासिल की। इस जीत के साथ वह 14वीं बार विंबलडन के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इस ऐतिहासिक जीत ने एक बार फिर साबित किया कि अनुभव और जज़्बा, किसी भी युवा जोश से कम नहीं होता।
टेनिस के चार ग्रैंड स्लैम में से विंबलडन इकलौता ऐसा टूर्नामेंट है जो ग्रास कोर्ट पर खेला जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, क्ले कोर्ट पर खेलना तकनीकी रूप से सबसे मुश्किल होता है, लेकिन घास के कोर्ट पर चोट का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। फिसलन और अस्थिर सतह के कारण खिलाड़ी अकसर गिरते हैं, और कई बार यह चोट गंभीर भी हो सकती है।
जोकोविच बोले: 'शरीर अब पहले जैसा नहीं रहा'
मैच के बाद अपनी चोट को लेकर जोकोविच ने कहा, गिरने के लिहाज से यह काफी बुरा था। यह बहुत ही असहज स्थिति में हुआ। घास पर ऐसा पहले भी हुआ है लेकिन अब शरीर पहले जैसा नहीं रहा। असली असर मुझे शायद कल पता चलेगा।” जोकोविच की यह टिप्पणी उनके करियर के उस पड़ाव की ओर इशारा करती है जहां चोट से उबरना पहले जितना आसान नहीं रहा।
विंबलडन 2025 के सेमीफाइनल में जोकोविच का मुकाबला वर्ल्ड नंबर-1 यानिक सिनर से होगा। दिलचस्प बात यह है कि फ्रेंच ओपन 2025 के सेमीफाइनल में इसी सिनर ने जोकोविच को हराया था। ऐसे में यह सेमीफाइनल मुकाबला एक तरह से जोकोविच के लिए बदला लेने का भी अवसर होगा।