YouTube ने नया AI-पावर्ड सर्च कैरोसेल लॉन्च किया है, जिसमें वीडियो के साथ टेक्स्ट सारांश भी मिलेगा, जिससे यूज़र बिना वीडियो देखे ही जरूरी जानकारी जान सकेंगे। यह सुविधा फिलहाल अमेरिका में प्रीमियम यूज़र्स के लिए उपलब्ध है।
AI Powered Search Carousel: दुनिया के सबसे बड़े वीडियो प्लेटफॉर्म YouTube ने एक बड़ा एआई-आधारित बदलाव किया है जो यूजर्स के सर्च एक्सपीरियंस को पूरी तरह से नया रूप देगा। अब जब यूज़र यूट्यूब पर किसी टॉपिक को सर्च करेंगे, तो उन्हें केवल वीडियो के थंबनेल नहीं, बल्कि उस वीडियो का AI द्वारा जनरेट किया गया टेक्स्ट स्नैपशॉट भी मिलेगा।
इस नई व्यवस्था को AI-पावर्ड सर्च रिजल्ट कैरोसेल नाम दिया गया है। यह फीचर फिलहाल अमेरिका के YouTube Premium यूजर्स के लिए टेस्टिंग फेज़ में है और इसे 30 जुलाई 2025 तक परखा जाएगा। YouTube ने अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा है कि यह फीचर खासतौर पर शॉपिंग, ट्रैवल और स्थान-आधारित सर्च के लिए अधिक उपयोगी होगा।
कैसा दिखेगा नया कैरोसेल लेआउट?
YouTube का यह नया कैरोसेल फीचर एक बिल्कुल नया लेआउट लेकर आया है:
- सबसे ऊपर एक बड़ा वीडियो क्लिप दिखाई देगा, जिसे यूट्यूब 'हाइलाइटेड वीडियो' कह रहा है।
- इसके नीचे संबंधित अन्य वीडियो के थंबनेल की स्लाइडिंग लाइन होगी।
- इन सभी वीडियो के नीचे या पास में एक AI द्वारा जेनरेट किया गया टेक्स्ट विवरण भी होगा, जो उस टॉपिक से जुड़ी जानकारी संक्षेप में देगा।
- यूज़र चाहें तो बड़े वीडियो पर टैप कर उसे चला सकते हैं या थंबनेल पर क्लिक कर दूसरे विकल्प चुन सकते हैं।
AI टेक्स्ट स्नैपशॉट: कैसे करता है काम?
यह टेक्स्ट विवरण YouTube के अनुसार पूरी तरह से Google Gemini AI मॉडल पर आधारित है। यह मॉडल वीडियो के टाइटल, टैग्स, मेटाडेटा और ट्रांसक्रिप्ट का विश्लेषण कर कुछ सेकंड्स में एक स्मार्ट सारांश तैयार करता है। इससे यूज़र बिना वीडियो प्ले किए ही तय कर सकते हैं कि कौन सा वीडियो उनके लिए उपयोगी है।
यह टेक्नोलॉजी खास उन यूज़र्स के लिए लाभकारी है जो तेजी से कंटेंट स्कैन करना चाहते हैं, जैसे किसी प्रोडक्ट की समीक्षा, ट्रैवल लोकेशन की जानकारी या किसी ट्रेंडिंग टॉपिक का शॉर्ट ओवरव्यू।
किन यूज़र्स को मिल रहा एक्सेस?
फिलहाल यह सुविधा कुछ सीमाओं के साथ जारी की गई है:
- यह फीचर केवल अमेरिका के YouTube Premium यूज़र्स को उपलब्ध है।
- अभी यह केवल Android और iOS डिवाइसेज़ पर काम कर रहा है।
- यह सुविधा सिर्फ अंग्रेज़ी भाषा के वीडियो पर लागू होगी।
- ट्रायल पीरियड 30 जुलाई 2025 तक चलेगा। इसके बाद फीडबैक के आधार पर इसे अन्य क्षेत्रों में विस्तार किया जाएगा।
कन्वर्सेशनल AI भी हुआ स्मार्ट
YouTube ने अपने Gemini आधारित कन्वर्सेशनल AI टूल को भी आगे बढ़ाया है। पहले यह फीचर केवल प्रीमियम यूज़र्स तक सीमित था, लेकिन अब कुछ नॉन-प्रीमियम यूज़र्स को भी इसका लाभ मिलेगा।
- वीडियो स्क्रीन पर अब Like, Share और Download बटन के पास एक Sparkle आइकन नजर आएगा।
- इस पर टैप करने पर यूज़र उस वीडियो से संबंधित सवाल पूछ सकते हैं, जैसे:
- 'इस वीडियो में बताए गए कैमरे का मॉडल क्या है?'
- 'मुझे इसी तरह के और वीडियो दिखाओ।'
AI तुरंत सटीक उत्तर देगा या मिलते-जुलते वीडियो सजेस्ट करेगा।
क्या फायदा होगा यूज़र्स को?
- वीडियो देखने से पहले जानकारी: AI-सारांश से पता चल जाएगा कि वीडियो में क्या है।
- क्लिक थ्रू का समय घटेगा: फ़ालतू वीडियो स्किप करना आसान होगा।
- रियल-टाइम डिस्कवरी: कैरोसेल से मिलने वाले स्नैपशॉट फॉर्मेट में यूज़र जल्दी निर्णय ले पाएंगे।
- एंगेजमेंट बढ़ेगा: स्पार्कल आइकन से पूछे गए सवालों पर स्मार्ट उत्तर मिलेंगे, जिससे जुड़ाव बढ़ेगा।
कंटेंट क्रिएटर्स के लिए संभावित असर
जहां एक ओर यूज़र का अनुभव बेहतर होगा, वहीं YouTube कंटेंट क्रिएटर्स को इस बदलाव से कुछ चिंता हो सकती है:
- यदि यूज़र केवल AI-सारांश पढ़कर वीडियो न देखें तो वीडियो व्यूज और वॉच टाइम प्रभावित हो सकते हैं।
- इससे एड रेवेन्यू मॉडल पर भी असर पड़ सकता है।
- हालांकि YouTube ने अब तक इस संबंध में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है, लेकिन संभावना है कि क्रिएटर डैशबोर्ड में जल्द ही AI प्रीव्यू फीचर जोड़ा जाएगा।
इस नए कैरोसेल फीचर का उद्देश्य YouTube को ज्यादा यूज़र-फ्रेंडली और इंटेलिजेंट बनाना है। यदि यह प्रयोग सफल रहता है, तो कंपनी इसे भारत समेत अन्य देशों में भी जल्द लॉन्च कर सकती है। साथ ही भविष्य में कैरोसेल को हिंदी और अन्य भाषाओं में भी विस्तारित करने की योजना है।