उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती अब एक नए और अलग मोड में नजर आ रही हैं। लगभग एक दशक बाद मायावती फुल एक्शन मोड में हैं और पार्टी को अपने गिरते वोट बैंक से उबारने के लिए लगातार सक्रिय कदम उठा रही हैं।
Who is Rajaram: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती ने पार्टी में एक बड़ा बदलाव किया है। मायावती ने पार्टी के सीनियर नेता राजाराम को BSP का नेशनल कॉर्डिनेटर नियुक्त किया है। यह बदलाव पार्टी की संगठनात्मक ताकत को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। राजाराम को यह जिम्मेदारी भतीजे आकाश आनंद से हटाकर दी गई है, जिसके बाद मायावती ने कार्यकर्ताओं को पार्टी के लिए भूमि स्तर पर काम करने का संदेश भी दिया है।
राजाराम की नई जिम्मेदारी, BSP में बदलाव की दिशा
राजाराम को नेशनल कॉर्डिनेटर बनने के साथ ही पार्टी के विभिन्न राज्यों में BSP की गतिविधियां बढ़ाने का जिम्मा सौंपा गया है। मायावती ने यह सुनिश्चित किया है कि राजाराम पार्टी के कामकाज पर सीधे रिपोर्ट करेंगे। राजाराम पहले भी पार्टी के सीनियर नेता रहे हैं और 2014 से 2020 तक राज्यसभा सांसद के तौर पर कार्यरत रहे थे। उन्हें पार्टी के गिरते वोट बैंक को संभालने के लिए जिम्मेदारी दी गई है, और इस बदलाव को BSP की मजबूती की ओर एक अहम कदम माना जा रहा है।
आकाश आनंद की स्थिति स्पष्ट
मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक में यह स्पष्ट किया कि भतीजे आकाश आनंद को पार्टी में वापस लिया गया है, लेकिन उन्हें फिलहाल कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी। आकाश आनंद के साथ पार्टी के भीतर हुए विवाद और उसके बाद की स्थिति के मद्देनजर, मायावती ने यह भी बताया कि आकाश ने माफी मांगी थी, जिसके बाद उन्हें पार्टी में वापस लिया गया। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि फिलहाल आकाश आनंद को कोई महत्वपूर्ण भूमिका नहीं सौंपी जाएगी।
रामजी गौतम को भी मिली जिम्मेदारी
मायावती ने आकाश आनंद को हटाने के बाद दो अन्य नेशनल कॉर्डिनेटर्स की नियुक्ति की थी। इनमें रामजी गौतम और राजाराम शामिल हैं। हालांकि, आनंद कुमार को पहले ही अधिक जिम्मेदारी सौंपने के कारण उन्हें इस पद से मुक्त कर दिया गया था। अब राजाराम और रामजी गौतम दोनों ही इस जिम्मेदारी को संभालेंगे। यह बदलाव पार्टी में नए जोश और उत्साह का संचार कर सकता है।
कार्यकर्ताओं के लिए मायावती का संदेश
मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि आगामी पांच महीनों के भीतर सभी बूथ स्तर पर कमिटी का गठन कर लें। उन्होंने कहा कि अगर BSP को 2027 में सरकार बनानी है, तो उसे जमीन पर मजबूत बनना होगा। कांशीराम के समय की तरह जब संगठन जमीन पर नजर आएगा, तो किसी भी ताकत को सरकार बनाने से नहीं रोक पाएगा। मायावती का यह कदम पार्टी के अंदरूनी स्तर को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।