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तमिलनाडु में NDA मिशन: अमित शाह की पांचवीं यात्रा, BJP को मिल सकता है नया अध्यक्ष

तमिलनाडु में NDA मिशन: अमित शाह की पांचवीं यात्रा, BJP को मिल सकता है नया अध्यक्ष
अंतिम अपडेट: 11-04-2025

तमिलनाडु की राजनीति में हलचल तेज हो गई है, क्योंकि 2026 विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपनी तैयारियों को धार देना शुरू कर दिया है। इसी सिलसिले में चेन्नई में आज एक अहम बैठक हो रही है, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह प्रदेश बीजेपी के शीर्ष पदाधिकारियों के साथ रणनीति पर मंथन कर रहे हैं।

Amit Shah Tamil Nadu visit: तमिलनाडु की सियासत में हलचल एक बार फिर तेज़ हो गई है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पिछले दो महीनों में पांचवीं बार राज्य का दौरा कर, बीजेपी के मिशन तमिलनाडु को नई रफ्तार देने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। आगामी 2026 विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए यह दौरा एनडीए के पुनर्गठन और डीएमके के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन खड़ा करने की रणनीति के तहत बेहद अहम माना जा रहा है।

अन्नामलई की विदाई तय? 

बीजेपी अब अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव करने जा रही है। सूत्रों के अनुसार, राज्य इकाई के मुखिया के. अन्नामलई को हटाने का फैसला लगभग तय माना जा रहा है। AIADMK, जिसने लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी से नाता तोड़ा था, अन्नामलई को गठबंधन में सबसे बड़ी बाधा मानती है। ऐसे में आज पार्टी नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए नामांकन मांग रही है, और कल तक नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा की संभावना है।

नयनार नागेन्द्रन पूर्व AIADMK नेता और वर्तमान में बीजेपी विधायक दल के नेता इस दौड़ में सबसे आगे हैं। AIADMK को भी उनके नाम पर ऐतराज़ नहीं है, जिससे उनके चयन की संभावना मजबूत हो गई है।

चेन्नई में सघन बैठकों की श्रृंखला

अमित शाह आज चेन्नई में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं, रणनीतिकारों, और आरएसएस विचारक एस. गुरुमूर्ति जैसे प्रभावशाली लोगों से मुलाकात करेंगे। बीजेपी अब तमिलनाडु में अकेले लड़ने के बजाय एक समावेशी गठबंधन की राह पर लौटना चाहती है, जो DMK-कांग्रेस गठबंधन को कड़ी टक्कर दे सके। तमिल सुपरस्टार थलापति विजय की पार्टी NTK (तमिलगा विडुतलै काची) भी इस समीकरण में अहम मोहरा बन सकती है। 

विजय ने हाल में डीएमके के खिलाफ अपने रुख को साफ किया है, जिससे अमित शाह की टीम की नज़र अब उनकी पार्टी पर भी है। यदि एनटीके एनडीए में शामिल होती है, तो यह गठबंधन को युवा और शहरी मतदाताओं में बड़ी बढ़त दे सकता है।

क्या 2026 में तमिलनाडु में बदलेगा सत्ता का समीकरण?

तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके इस समय भ्रष्टाचार के आरोपों और एंटी-हिंदी अभियान को लेकर विवादों में घिरी हुई है। बीजेपी इन मुद्दों को आधार बनाकर डीएमके को घेरना चाहती है। डीएमके की कोशिश है कि चुनाव को “चेन्नई बनाम दिल्ली” की लड़ाई में बदल दिया जाए, लेकिन बीजेपी इस भावनात्मक नैरेटिव को स्थानीय गठबंधनों और सामाजिक समीकरणों से काटने की रणनीति पर काम कर रही है।

अमित शाह पहले ही संसद में कह चुके हैं कि 2026 में तमिलनाडु में एनडीए सरकार बनेगी। मौजूदा दौरा उसी रोडमैप का हिस्सा है। अगर बीजेपी AIADMK, NTK और अन्य क्षेत्रीय दलों के साथ संतुलन साधने में सफल होती है, तो राज्य में सत्ता परिवर्तन का सपना अब पहले से ज़्यादा हकीकत के करीब नजर आ रहा है।

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