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'2018' मलयालम फिल्म: 26 करोड़ में बनी फिल्म ने कमाए 177 करोड़, ऑस्कर में पहुंच रचा इतिहास

'2018' मलयालम फिल्म: 26 करोड़ में बनी फिल्म ने कमाए 177 करोड़, ऑस्कर में पहुंच रचा इतिहास

मलयालम फिल्म '2018: एवरीवन इज़ अ हीरो' केरल की बाढ़ पर आधारित एक सच्ची कहानी है। 26 करोड़ में बनी इस फिल्म ने 177 करोड़ की कमाई की और भारत की ओर से ऑस्कर में भेजी गई। 

Malayalam Movie: साउथ की फिल्मों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सिनेमा केवल स्टारकास्ट और बड़े बजट पर नहीं, बल्कि दमदार कहानी और भावनाओं की ताकत पर चलता है। मलयालम फिल्म ‘2018: एवरीवन इज़ अ हीरो’ (2018: Everyone is a Hero) ने ऐसा इतिहास रचा है जिसे भारतीय फिल्म इंडस्ट्री सालों तक याद रखेगी। यह फिल्म सिर्फ एक आपदा की कहानी नहीं है, बल्कि इंसानियत, संघर्ष और हौसले की मिसाल है। 2023 में रिलीज हुई इस फिल्म ने दर्शकों का दिल जीतने के साथ-साथ कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए।

सच्ची घटना पर आधारित है फिल्म ‘2018’

‘2018’ फिल्म की कहानी साल 2018 में केरल में आई भीषण बाढ़ पर आधारित है। इस बाढ़ ने पूरे राज्य को हिला दिया था। हजारों लोग बेघर हो गए, कई की जान चली गई और करोड़ों की संपत्ति तबाह हो गई। ऐसे मुश्किल समय में आम लोगों ने जिस तरह से एक-दूसरे की मदद की, वही इस फिल्म की आत्मा है। निर्देशक जूड एंथनी जोसेफ ने इस आपदा को संवेदनशीलता से फिल्म में दिखाया और इस बात को पूरी दुनिया तक पहुंचाया कि आपदा के समय हर इंसान ‘हीरो’ बन सकता है।

सिर्फ 26 करोड़ में बनी, 177 करोड़ की बंपर कमाई

इस फिल्म का बजट महज 26 करोड़ रुपये था, लेकिन इसके बावजूद इसने रिलीज के 25-30 दिनों के भीतर ही 177 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर डाला। मलयालम फिल्मों के लिए यह आंकड़ा किसी सपने से कम नहीं था। इसने 2023 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली मलयालम फिल्म का खिताब अपने नाम कर लिया। बाद में इसे हिंदी में भी रिलीज किया गया, जहां दर्शकों ने इसे हाथों-हाथ लिया।

ऑस्कर तक पहुंची भारतीय फिल्म

‘2018’ फिल्म को भारत की ओर से 96वें ऑस्कर अवॉर्ड के लिए ‘बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म’ कैटेगरी में ऑफिशियल एंट्री मिली। यह एक बड़ी उपलब्धि थी, क्योंकि इससे पहले सिर्फ आमिर खान की ‘लगान’ (2002) को यह मौका मिला था। यह फिल्म बिना किसी बड़े प्रचार-प्रसार के सिनेमाघरों में आई थी, लेकिन इसकी कहानी और इमोशंस इतने गहरे थे कि दर्शक इसे भूल नहीं पाए।

बेहतरीन स्टारकास्ट ने जीता दिल

फिल्म की खासियत इसका रियलिस्टिक ट्रीटमेंट और शानदार एक्टिंग रही। फिल्म में टोविनो थॉमस, आसिफ अली, अपर्णा बालमुरली, कुंचाको बोबन, विनीत श्रीनिवासन, नारायण और लाल जैसे सशक्त कलाकारों ने अहम भूमिकाएं निभाईं। खास बात यह रही कि फिल्म में किसी एक हीरो को नहीं दिखाया गया, बल्कि हर पात्र की अपनी अहम भूमिका रही, जिससे यह कहानी और भी ज्यादा प्रभावशाली बन गई।

कोरोना के कारण रुकी थी शूटिंग

फिल्म की शूटिंग के दौरान जब कोविड-19 महामारी फैली, तो प्रोजेक्ट को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा। इसकी वजह से रिलीज में देरी हुई। लेकिन मेकर्स ने हार नहीं मानी और लॉकडाउन के बाद शूटिंग फिर से शुरू की। इस दौरान सेट से लेकर हर छोटी-बड़ी चीज़ का ख्याल रखा गया, ताकि फिल्म की गुणवत्ता से कोई समझौता न हो।

भावनाओं से भरी फिल्म ने छोड़ी गहरी छाप

फिल्म की कहानी में कई ऐसे दृश्य हैं जो दर्शकों को भावुक कर देते हैं। जैसे एक व्यक्ति बाढ़ में फंसी महिला और उसके नवजात बच्चे को बचाने के लिए जान जोखिम में डालता है, या फिर अपने ही गांव के लोगों को बचाने के लिए एक बुजुर्ग नाव लेकर निकल पड़ता है। फिल्म इन छोटे-छोटे दृश्यों के जरिए एक बहुत बड़ी बात कह जाती है – कि इंसानियत जिंदा है।

मलयालम सिनेमा की नई पहचान

‘2018’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि मलयालम सिनेमा के लिए मील का पत्थर बन गई है। इसने यह साबित कर दिया कि क्षेत्रीय सिनेमा भी इंटरनेशनल लेवल पर नाम कमा सकता है। ऑस्कर नॉमिनेशन के साथ इस फिल्म ने मलयालम इंडस्ट्री को एक नई पहचान दी है और दुनियाभर में इसकी सराहना की गई।

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