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अगले महीने अमेरिका दौरे पर पीएम मोदी, टैरिफ वार के बीच ट्रंप से मुलाकात की उम्मीद

अगले महीने अमेरिका दौरे पर पीएम मोदी, टैरिफ वार के बीच ट्रंप से मुलाकात की उम्मीद

प्रधानमंत्री मोदी सितंबर में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण देंगे। इस दौरान ट्रंप से मुलाकात की संभावना है। दोनों देश व्यापार और वैश्विक सुरक्षा पर चर्चा कर सकते हैं।

PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर महीने में न्यूयॉर्क में होने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र में हिस्सा लेंगे। इस अवसर पर वे विश्व के कई महत्वपूर्ण नेताओं के साथ बातचीत करेंगे। साथ ही, यह भी संभावना जताई जा रही है कि पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात कर सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं इस दौरे और वार्ता के संभावित असर के बारे में।

संयुक्त राष्ट्र महासभा में पीएम मोदी का भाषण

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र का आयोजन सितंबर में न्यूयॉर्क में किया जाएगा। इस सत्र में विश्व के कई प्रमुख नेता हिस्सा लेंगे और वैश्विक मुद्दों पर अपनी राय रखेंगे। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 सितंबर को अपनी बात रखेंगे। इस दिन इजरायल, चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश के प्रमुख भी भाषण देंगे।

यह सत्र इस वक्त चल रहे कई गंभीर संकटों के बीच हो रहा है, जिनमें इजरायल-हमास संघर्ष और रूस-यूक्रेन युद्ध प्रमुख हैं। ऐसे में पीएम मोदी का भाषण वैश्विक स्तर पर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वे इन मुद्दों पर भारत का दृष्टिकोण स्पष्ट करेंगे और शांति के लिए अपने प्रयासों की बात रखेंगे।

रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत की नजर

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। पीएम मोदी ने हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की है। इस बातचीत में उन्होंने युद्ध के समाधान की दिशा में काम करने की अपनी भूमिका पर चर्चा की।

भारत की कोशिश है कि इस युद्ध का जल्दी और शांतिपूर्ण समाधान हो, क्योंकि इसका प्रभाव भारत सहित पूरे विश्व की सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता पर पड़ता है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया है कि भारत इस मामले में सभी पक्षों के साथ संपर्क में है और शांति स्थापना के लिए प्रयासरत है।

भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता और ‘मिशन 500’

पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के पीछे एक महत्वपूर्ण वजह द्विपक्षीय व्यापार समझौता भी है। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए दोनों पक्ष लगातार बातचीत कर रहे हैं। 2030 तक भारत-अमेरिका के बीच व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसे ‘मिशन 500’ कहा जा रहा है।

पहले दोनों देशों के बीच एक समझौता लगभग तय होने वाला था, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कुछ शर्तों को स्वीकार नहीं किया। अब नई शर्तों पर चर्चा जारी है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही दोनों देशों के बीच एक मजबूत व्यापार समझौता होगा, जो दोनों देशों की आर्थिक मजबूती को बढ़ावा देगा।

ट्रंप और मोदी की संभावित मुलाकात

अगले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी भाषण देंगे। यह ट्रंप का राष्ट्रपति पद पर वापसी के बाद पहला UNGA संबोधन होगा। ऐसे में दोनों नेताओं के बीच आमने-सामने मिलने और बातचीत करने की संभावना बहुत मजबूत है।

इस मुलाकात में दोनों देश अपनी साझा नीतियों, व्यापार, सुरक्षा और वैश्विक शांति पर चर्चा कर सकते हैं। खासतौर पर, टैरिफ युद्ध और व्यापार समझौतों को लेकर दोनों देशों के बीच बेहतर समझ विकसित करने की उम्मीद है। यह मुलाकात दोनों देशों के रिश्तों में एक नई दिशा देने वाली हो सकती है।

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