सर्दियों में हवा की गुणवत्ता तेजी से खराब होती है, खासकर दिल्ली-NCR जैसे शहरों में. ऐसे में एयर प्यूरीफायर घरों की जरूरत बन गया है. विशेषज्ञों के अनुसार सही HEPA फिल्टर, उचित CADR, रूम साइज मैच, फिल्टर की लागत, स्मार्ट फीचर्स और ऊर्जा दक्षता जैसे मानकों को ध्यान में रखकर ही प्यूरीफायर खरीदना फायदेमंद रहता है.
Air Purifier Buying Guide: देश के कई बड़े शहरों में सर्दियां शुरू होते ही एयर क्वालिटी खतरनाक स्तर पर पहुंच जाती है और दिल्ली-NCR में स्मॉग से सांस लेना तक मुश्किल हो जाता है. इस स्थिति में घरों में एयर प्यूरीफायर जरूरी हो गया है. यह रिपोर्ट बताती है कि कब और क्यों सही तकनीक वाले प्यूरीफायर का चयन जरूरी है, कौन से फीचर्स देखने चाहिए और गलत मॉडल लेने से आपकी सेहत और पैसे पर कैसे असर पड़ सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि सही HEPA फिल्टर, CADR और रूम साइज के अनुरूप मशीन चुनना परिवार की सेहत के लिए महत्वपूर्ण है.
सही HEPA फिल्टर ही असली सुरक्षा
एयर प्यूरीफायर का मुख्य काम हवा में मौजूद सूक्ष्म कणों को हटाना होता है. इसके लिए True HEPA फ़िल्टर सबसे प्रभावी माना जाता है, खासकर H13 और H14 ग्रेड. यह PM2.5, धुआं, धूल और एलर्जी पैदा करने वाले कणों को बड़ी मात्रा में साफ कर सकता है.
CADR यानी Clean Air Delivery Rate भी ध्यान से देखें. यह बताता है कि मशीन कितनी तेजी से हवा साफ करेगी. कमरे के आकार के बराबर या उससे अधिक CADR वाला मॉडल चुनना बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित करता है, खासकर भारत जैसे प्रदूषण वाले देशों में.
कमरे के हिसाब से प्यूरीफायर चुनें
हर एयर प्यूरीफायर की एक निर्धारित कवरेज क्षमता होती है. अगर कमरा बड़ा है और मशीन छोटी क्षमता वाली है तो असर धीमा रहेगा और बिजली भी ज्यादा खर्च होगी. सामान्य तौर पर कमरे के एरिया से अधिक कवरेज वाला मॉडल बेहतर रहता है.
गलत आकार चुनने से हवा समान रूप से फिल्टर नहीं होती और प्यूरीफायर लगातार चलने के बाद भी अपेक्षित परिणाम नहीं देता.

फिल्टर बदलने की लागत समझना जरूरी
एयर प्यूरीफायर का शुरुआती खर्च ही सब कुछ नहीं होता. HEPA फ़िल्टर को 6 से 12 महीने में बदलना पड़ सकता है. इसलिए खरीदने से पहले फिल्टर की उपलब्धता और कीमत देख लें.
कई विदेशी या प्रीमियम ब्रांड्स के रिप्लेसमेंट फिल्टर महंगे होते हैं. अगर फिल्टर आसानी से न मिले तो प्यूरीफायर बेकार हो सकता है.
स्मार्ट फीचर्स और कम शोर वाले मॉडल फायदेमंद
बंटी-ऑफ मोड्स, PM2.5 इंडिकेटर और ऑटो मोड जैसे फीचर्स रोजमर्रा के इस्तेमाल को आसान बनाते हैं. बेडरूम या ऑफिस के लिए लो नॉइज़ मॉडल चुनना बेहतर रहता है ताकि नींद या काम में बाधा न आए.
आज कई मॉडल्स Alexa और Google Assistant सपोर्ट के साथ आते हैं, जिनसे आप वॉइस या मोबाइल ऐप से कंट्रोल कर सकते हैं.
बिजली बचत और आसान मेंटेनेंस
लगातार चलने वाले उपकरण में ऊर्जा दक्षता अहम होती है. एनर्जी सेविंग फीचर वाले मॉडल बिजली का बिल कम रखते हैं और लंबे समय में लागत बचाते हैं.
साथ ही ऐसे फिल्टर चुनें जिन्हें साफ करना आसान हो ताकि उनकी लाइफ बढ़े और प्रदर्शन बेहतर बना रहे.
प्रदूषण अब मौसमी समस्या नहीं रह गया है. कई शहरों में साल का बड़ा हिस्सा खराब हवा के बीच गुजरता है. ऐसे में एयर प्यूरीफायर स्वास्थ्य संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण हो गया है. सही मॉडल चुनकर आप बच्चों और बुजुर्गों की सेहत के साथ अपनी भी रक्षा कर सकते हैं.
अगर आप एयर प्यूरीफायर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो इन बिंदुओं को ध्यान में रखें और विश्वसनीय ब्रांड्स व समीक्षा देखकर फैसला लें. ऐसे अपडेट्स और डिटेल्ड गाइड्स के लिए हमारे साथ जुड़े रहें और पूरी रिपोर्ट जरूर पढ़ें।













