Columbus

अयोध्या दीपोत्सव 2025: विदेशों से आएंगे प्रमुख नेता और प्रतिनिधि, 17 अक्टूबर से होगा पांच दिवसीय भव्य आयोजन

अयोध्या दीपोत्सव 2025: विदेशों से आएंगे प्रमुख नेता और प्रतिनिधि, 17 अक्टूबर से होगा पांच दिवसीय भव्य आयोजन

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में इस बार दीपोत्सव को भव्य और ऐतिहासिक अंदाज में मनाया जाएगा, जो 17 अक्टूबर से शुरू होगा। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया और आयोजन को सुचारू रूप से कराने के लिए दिशा-निर्देश भी दिए।

अयोध्या: इस वर्ष अयोध्या में दीपोत्सव 2025 ऐतिहासिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खास होने जा रहा है। राम नगरी एक बार फिर लाखों दीपों की रोशनी में नहाएगी, लेकिन इस बार की विशेषता यह है कि विदेशी प्रतिनिधि और कई देशों के शीर्ष नेता भी इस भव्य पर्व के साक्षी बनेंगे। 17 अक्टूबर से शुरू होकर 21 अक्टूबर तक चलने वाला यह पांच दिवसीय आयोजन सांस्कृतिक विरासत, धार्मिक आस्था और भारतीय परंपराओं का शानदार संगम बनने जा रहा है।

भव्य दीपोत्सव की तैयारियां जोरों पर

उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा बैठक की और आयोजन को “ऐतिहासिक और विश्वस्तरीय” बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि दीपोत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक होगा, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक एकता और वैश्विक आकर्षण का प्रतीक भी बनेगा।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि इस बार न केवल भारत के विभिन्न राज्यों से बल्कि विदेशों से भी प्रतिनिधियों और नेताओं को आमंत्रित किया गया है ताकि वे भारत की समृद्ध परंपरा और रामायण संस्कृति का अनुभव कर सकें।

विदेशी प्रतिनिधियों को भेजे गए निमंत्रण

उत्तर प्रदेश सरकार ने इस वर्ष के दीपोत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए कई हिंदू-बहुल देशों जैसे –
नेपाल, मॉरिशस, गुयाना, फीजी, भूटान, सूरीनाम, ट्रिनिडाड एंड टोबैगो, श्रीलंका, मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, कंबोडिया और म्यांमार के राष्ट्राध्यक्षों, पर्यटन मंत्रियों और सांस्कृतिक प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है।

इन देशों की सांस्कृतिक टीमें भी अयोध्या पहुंचकर रामलीला, पारंपरिक नृत्य और लोक-संगीत प्रस्तुतियां देंगी। इससे दीपोत्सव एक वैश्विक सांस्कृतिक उत्सव का रूप ले लेगा।

क्या होगा इस बार दीपोत्सव की विशेषता

अयोध्या में इस बार दीपोत्सव केवल दीप जलाने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसे धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा।
मुख्य आकर्षण होंगे —

  • विश्व प्रसिद्ध रामलीला का मंचन (अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की भागीदारी के साथ)
  • सांस्कृतिक झांकियां और शोभा यात्राएं
  • पारंपरिक पौराणिक नृत्य-नाटक प्रदर्शन
  • सरयू आरती और दीप प्रज्ज्वलन समारोह, जिसमें लाखों दीये एक साथ जलाए जाएंगे
  • ‘रामायण दर्शन प्रदर्शनी’, जिसमें भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया के कई देशों की रामकथा परंपराएं दिखाई जाएंगी

पर्यटन विभाग के अनुसार, इस वर्ष दीपोत्सव में 50 लाख से अधिक दीप जलाए जाने की तैयारी है, जो एक नया विश्व रिकॉर्ड हो सकता है।

राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को आमंत्रण

पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने दीपोत्सव 2025 के लिए भारत के लगभग सभी राज्यों के राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रियों, और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासकों को आमंत्रण भेजा है। निमंत्रण पाने वालों में प्रमुख नाम हैं –

  • छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय,
  • गोवा के मंत्री रोहन खाउटे,
  • गुजरात के मंत्री मुलुभाई बेरा,
  • हरियाणा के मंत्री अरविंद शर्मा,
  • मध्य प्रदेश के मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी,
  • महाराष्ट्र के मंत्री आशीष शेलार,
  • त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा,
  • पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी,
  • दिल्ली के संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा,

साथ ही लद्दाख, पुडुचेरी, अंडमान-निकोबार और जम्मू-कश्मीर के प्रमुख प्रतिनिधि। इसके अलावा, केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत सहित कई केंद्रीय मंत्रियों को भी दीपोत्सव का निमंत्रण भेजा गया है।

Leave a comment