आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपने सियासी दांव-पेंच चला रही हैं। इसी बीच एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर चिराग पासवान की नाराजगी की अटकलें चल रही हैं।
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी बढ़ती जा रही है। इस बीच राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीट शेयरिंग को लेकर चल रही अटकलों और नाराजगी के बीच कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बड़ा बयान दिया है। पवन खेड़ा ने कहा कि चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी के लिए महागठबंधन में संभावनाओं के दरवाजे खुले हुए हैं। उनके इस बयान ने बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है।
चिराग पासवान और महागठबंधन की संभावना
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025 को कहा कि चिराग पासवान और एनडीए के अन्य नेताओं के लिए महागठबंधन में केवल संभावनाओं की खिड़कियां ही नहीं बल्कि दरवाजे और रोशनदान तक खुले हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस और महागठबंधन के अन्य घटक दल इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं।
पवन खेड़ा ने कहा, हम सिर्फ नजर बनाकर ही नहीं रखे हुए हैं, बल्कि और भी बहुत कुछ हो रहा है। राजनीति में जो कुछ होना चाहिए वह सब कुछ हो रहा है। चिराग पासवान व एनडीए के अन्य नेताओं के लिए सिर्फ संभावनाओं की खिड़कियां ही नहीं, बल्कि दरवाजे और रोशनदान भी खुले हैं।
क्या चिराग पासवान को महागठबंधन से ऑफर मिला?
जब पवन खेड़ा से इस बात पर सवाल किया गया कि क्या महागठबंधन ने चिराग पासवान को कोई ऑफर दिया है, तो उन्होंने कहा, ऑफर सार्वजनिक तौर पर नहीं दिया जाता, लेकिन जो होना है, वह हो जाएगा।" उन्होंने यह भी कहा कि चिराग पासवान फिलहाल भाजपा नेताओं के फोन नहीं उठा रहे हैं और अपना फोन बंद रखा है।
पवन खेड़ा ने यह भी जोड़ा कि एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर जो विवाद चल रहा है, वह राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा, "महागठबंधन में सीटों को लेकर कोई विवाद नहीं है। समय से पहले ही सीटों और उम्मीदवारों के नाम का ऐलान हो जाएगा।
तेजस्वी यादव की घोषणा पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
गुरुवार को RJD नेता तेजस्वी यादव ने हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की। इस पर पवन खेड़ा ने कहा, पिछली बार जब महागठबंधन सरकार में था, तब उन्होंने पांच लाख लोगों को नौकरियां दी थीं। महागठबंधन जो कहता है, वह करके दिखाता है। हम सिर्फ बातें ही नहीं करते, बल्कि वादे हमारे संकल्प होते हैं, जिन्हें हम पूरा भी करते हैं।"
पवन खेड़ा ने भाजपा पर भी तंज कसा और कहा कि महागठबंधन के आंतरिक मामलों में बीजेपी को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि महागठबंधन के नेताओं के बीच तय होता है कि कौन क्या बोले और इसे बाहरी ताकतों को प्रभावित नहीं करना चाहिए।