बीसीसीआई ने भारतीय महिला क्रिकेटरों के लिए नया सालाना कॉन्ट्रैक्ट जारी किया है, जिसमें शीर्ष खिलाड़ियों को 50 लाख रुपये तक की सैलरी मिलेगी. वर्ल्ड कप जीत के बाद यह कदम महिला क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है. हालांकि मैच फीस समान होने के बावजूद पुरुष और महिला खिलाड़ियों की कुल कमाई में अब भी बड़ा अंतर है.
Women's Cricket Salary BCCI: बीसीसीआई ने मार्च 2025 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम का नया सालाना रिटेनरशिप कॉन्ट्रैक्ट जारी किया, जिसमें हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना और दीप्ति शर्मा जैसी शीर्ष खिलाड़ियों को 50 लाख रुपये सालाना दिए जाएंगे. यह फैसला भारत द्वारा नवी मुंबई में साउथ अफ्रीका को हराकर पहली बार महिला वर्ल्ड कप जीतने के बाद आया. हालांकि महिला और पुरुष क्रिकेटरों की मैच फीस समान है, लेकिन पुरुष टीम के अधिक मैचों के चलते कुल कमाई में बड़ा अंतर अब भी मौजूद है. वर्ल्ड कप जीत के बाद महिला खिलाड़ियों की सैलरी बढ़ने की उम्मीद मजबूत हुई है.
महिला खिलाड़ियों की ग्रेडिंग और सैलरी
बीसीसीआई के नए रिटेनरशिप सिस्टम में महिला खिलाड़ियों को तीन ग्रेड में बांटा गया है. ग्रेड A में हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना और दीप्ति शर्मा शामिल हैं और इन्हें सालाना 50 लाख रुपये मिलेंगे. ये खिलाड़ी लंबे समय से टीम की मुख्य ताकत हैं और वर्ल्ड कप में भी इनका प्रदर्शन अहम रहा.
ग्रेड B में रेणुका ठाकुर, जेमिमा रॉड्रिग्स, ऋचा घोष और शैफाली वर्मा के नाम शामिल हैं, जिन्हें 30 लाख रुपये सालाना मिलेंगे. वहीं ग्रेड C में नौ खिलाड़ी रखी गई हैं, जिन्हें 10 लाख रुपये सालाना का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है. इस कैटेगरी में राधा यादव, अमनजोत कौर, उमा छेत्री और स्नेह राणा जैसे खिलाड़ी शामिल हैं.

मैच फीस बराबर, लेकिन कमाई में फर्क
महिला और पुरुष क्रिकेटरों की मैच फीस अब समान है. टेस्ट के लिए 15 लाख रुपये, वनडे के लिए 6 लाख और टी20 मैच के लिए 3 लाख रुपये तय हैं. यह कदम 2023 में जेंडर पे गैप खत्म करने की दिशा में उठाया गया था और इसे व्यापक समर्थन भी मिला था.
हालांकि मैच फीस समान होने के बावजूद पुरुष खिलाड़ियों की कुल कमाई अधिक रहती है, क्योंकि पुरुष टीम साल में काफी ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच खेलती है. इसी वजह से दोनों की सालाना कमाई में बड़ा अंतर देखने को मिलता है.
पुरुष खिलाड़ियों की सैलरी कहीं ज्यादा
पुरुष टीम में खिलाड़ियों को चार ग्रेड में बांटा गया है. ग्रेड A प्लस में रोहित शर्मा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह जैसे शीर्ष खिलाड़ी शामिल हैं, जिन्हें 7 करोड़ रुपये सालाना मिलते हैं. इसके बाद ग्रेड A में 5 करोड़, ग्रेड B में 3 करोड़ और ग्रेड C में 1 करोड़ रुपये सालाना कॉन्ट्रैक्ट तय है.
इस तुलना से साफ है कि महिला और पुरुष क्रिकेटरों की सैलरी में अभी भी बड़ा अंतर है. हालांकि समान मैच फीस नीति के बाद उम्मीद बढ़ी है कि आने वाले समय में महिलाओं को भी अधिक आर्थिक समर्थन मिल सकता है.
वर्ल्ड कप जीत के बाद महिला क्रिकेट को लेकर उत्साह पहले से ज्यादा है और फैंस के साथ विशेषज्ञ भी मान रहे हैं कि भारतीय महिला खिलाड़ियों की सैलरी में और बढ़ोतरी होनी चाहिए. बीसीसीआई ने हाल के वर्षों में महिला क्रिकेट में कई बड़े कदम उठाए हैं और अब फोकस यह देखने पर रहेगा कि वेतन संरचना में आगे और सुधार होता है या नहीं.
                                                                        
                                                                            
                                                












