महाराष्ट्र में निकाय चुनावों को लेकर हलचल बढ़ गई है और आज शाम चार बजे राज्य निर्वाचन आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकता है. उम्मीद है कि इसी दौरान चुनावी तारीखों का ऐलान होगा और तुरंत आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी. चुनाव तीन चरणों में हो सकते हैं और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार सभी चुनाव 31 जनवरी से पहले होने जरूरी हैं.
Maharashtra Nikay Chunav: महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों की तारीखों का ऐलान मंगलवार को हो सकता है, जब राज्य निर्वाचन आयोग शाम चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा. चुनाव आयुक्त दिनेश वाघमारे इस प्रेस वार्ता में चरणबद्ध चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के तहत राज्य में 31 जनवरी से पहले सभी निकाय चुनाव कराए जाने जरूरी हैं, इसलिए आज की घोषणा राजनीतिक माहौल को नई दिशा देने वाली मानी जा रही है. तारीखों के साथ ही मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लागू हो जाएगा और राजनीतिक पार्टियों की चुनावी तैयारी तेज हो जाएगी.
आज प्रेस कॉन्फ्रेंस, हो सकता है बड़ा ऐलान
राज्य चुनाव आयुक्त दिनेश वाघमारे 4 नवंबर 2025 को शाम चार बजे प्रेस वार्ता करेंगे. आयोग इस दौरान महाराष्ट्र निकाय चुनाव की घोषणा कर सकता है. बताया जा रहा है कि पहले चरण में नगरपालिका और नगर पंचायत चुनावों की तारीखें घोषित की जाएंगी.
सूत्रों के अनुसार चुनाव इस बार तीन चरणों में कराए जा सकते हैं. तारीखों का ऐलान होते ही मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट statewide लागू हो जाएगा और राजनीतिक पार्टियां औपचारिक रूप से चुनाव मोड में आ जाएंगी.

चरणबद्ध तरीके से होंगे चुनाव
स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण में राज्य की 246 नगरपालिकाओं और 42 नगर पंचायतों में वोटिंग कराई जाएगी. इस चरण की प्रक्रिया 21 दिनों के भीतर पूरी हो सकती है. इसके तुरंत बाद जिला परिषद और पंचायत समितियों के चुनावों की भी घोषणा होने की संभावना है.
निकाय चुनावों का अंतिम चरण नगर निगमों के लिए होगा. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार राज्य में सभी स्थानीय निकाय चुनाव 31 जनवरी से पहले कराने अनिवार्य हैं. इस बार चुनाव प्रक्रिया में 289 नगर निगम, 32 जिला परिषद, 331 पंचायत समितियां और 29 नगर पालिकाएं शामिल हैं.
राज्य की राजनीति में बड़ा असर
महाराष्ट्र निकाय चुनाव को राज्य की राजनीति में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि स्थानीय निकायों पर नियंत्रण सत्ता समीकरण तय करने में अहम भूमिका निभाता है. राजनीतिक दल पहले से ही रणनीति बनाने में जुटे हैं और तारीखों का ऐलान होते ही प्रचार अभियान तेज होने की उम्मीद है.
इन चुनावों में बड़े शहरों से लेकर ग्रामीण इलाकों तक व्यापक मतदान होगा, इसलिए मुकाबला कड़ा रहने वाला है. हर पार्टी इस मौके को अपनी ताकत दिखाने और जनता से सीधा संपर्क बनाने के अवसर के रूप में देख रही है.
                                                                        
                                                                            
                                                












