भारतीय क्रिकेट टीम एशिया कप 2025 की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए इस बार एक चुनौतीपूर्ण विदेशी दौरे पर जा रही है। टीम इंडिया 15 से 21 अगस्त तक ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर रहेगी, जहां वह पर्थ में मेजबान टीम के खिलाफ चार मैचों की सीमित ओवरों की सीरीज खेलेगी।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने आगामी हीरो एशिया कप 2025 की तैयारियों को धार देने के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे की घोषणा की है। यह दौरा 15 से 21 अगस्त तक चलेगा, जिसमें टीम इंडिया पर्थ के एक ही वेन्यू पर मेज़बान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की चुनौतीपूर्ण सीरीज खेलेगी। इस श्रृंखला को भारत के लिए एशिया कप से पहले अंतिम अंतरराष्ट्रीय अभ्यास अवसर के रूप में देखा जा रहा है।
चार मैच, एक ही मैदान, बड़ी तैयारी
भारतीय हॉकी टीम और ऑस्ट्रेलिया के बीच यह चार मैचों की सीरीज 15, 16, 19 और 21 अगस्त को पर्थ में आयोजित होगी। दोनों टीमें हाल ही में एफआईएच प्रो लीग में भी आमने-सामने हुई थीं, जहां ऑस्ट्रेलिया ने भारत को दो मुकाबलों में 3-2 से हराया था। हालांकि, 2024 पेरिस ओलंपिक में भारत ने इसी स्कोर से ऑस्ट्रेलिया को हराकर बड़ा उलटफेर किया था।
कोच क्रेग फुल्टन की प्रतिक्रिया
हॉकी इंडिया द्वारा जारी बयान में भारतीय टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने कहा,यह दौरा हमारे लिए बेहद अहम है, क्योंकि यह हीरो एशिया कप से ठीक पहले हो रहा है। ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ खेलना खिलाड़ियों की तकनीकी और मानसिक तैयारियों के लिए आदर्श है। हमें इस सीरीज के माध्यम से अपने संयोजन और रणनीति को परखने का शानदार अवसर मिलेगा।
एशिया कप 2025 इस बार भारत के बिहार राज्य के ऐतिहासिक स्थल राजगीर में आयोजित किया जाएगा। टूर्नामेंट की तारीखें 29 अगस्त से 7 सितंबर तय की गई हैं। इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट का विजेता एफआईएच हॉकी वर्ल्ड कप 2026 के लिए सीधे क्वालीफाई करेगा। ऐसे में यह आयोजन सिर्फ एक क्षेत्रीय टूर्नामेंट नहीं बल्कि वर्ल्ड कप की राह का महत्वपूर्ण पड़ाव बन गया है।
हेड टू हेड रिकॉर्ड: आंकड़ों में ऑस्ट्रेलिया हावी
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अब तक 51 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जा चुके हैं:
- ऑस्ट्रेलिया ने जीते: 35
- भारत ने जीते: 9
- ड्रॉ हुए मुकाबले: 7
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि कागज़ी तौर पर ऑस्ट्रेलिया की टीम कहीं अधिक मजबूत रही है। लेकिन हाल के प्रदर्शन, विशेष रूप से ओलंपिक जीत ने यह साबित कर दिया है कि भारत अब किसी भी बड़ी टीम को चुनौती देने में सक्षम है।
सीरीज का महत्व: रणनीति और संयोजन की परीक्षा
इस सीरीज को सिर्फ एक मैत्रीपूर्ण अभ्यास के रूप में नहीं देखा जा रहा है। इसके ज़रिए टीम प्रबंधन को खिलाड़ियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने, टीम संयोजन को अंतिम रूप देने और मैच परिस्थितियों में मानसिक मजबूती बढ़ाने का भी अवसर मिलेगा। मुख्य कोच क्रेग फुल्टन की निगरानी में भारतीय खिलाड़ी इस दौरे में अपने चयन और रणनीति को सिद्ध करने की पूरी कोशिश करेंगे।
- एक ही वेन्यू: सभी चार मुकाबले पर्थ में होने से खिलाड़ियों को वातावरण और परिस्थितियों के अनुकूल ढलने में आसानी होगी।
- लगातार मुकाबले: 15, 16, 19 और 21 अगस्त को मैच होने से खिलाड़ियों की फिटनेस और रिकवरी मैनेजमेंट का परीक्षण होगा।
- प्रेसर गेम: ओलंपिक विजेता टीम के सामने खेलने से खिलाड़ियों की मानसिक मजबूती का आकलन संभव होगा।
भारत की मौजूदा टीम में कई युवा और उत्साही खिलाड़ी हैं जिन्होंने हालिया वर्षों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया की टीम अनुभव और शक्ति का बेहतरीन मिश्रण है। ऐसे में यह सीरीज एकतरफा नहीं रहने वाली है। हॉकी प्रेमियों को कई रोमांचक मुकाबले देखने को मिल सकते हैं।