फीफा (FIFA) ने बुधवार, 5 नवंबर 2025 को एक ऐतिहासिक घोषणा की है। अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था पहली बार ‘FIFA Peace Prize’ यानी शांति पुरस्कार देने जा रही है।
FIFA Peace Prize: अमेरिका में अगले साल होने जा रहे फीफा विश्व कप 2026 से पहले फीफा ने एक खास घोषणा की है। इस बार फीफा पहली बार शांति पुरस्कार (FIFA Peace Prize) देने जा रहा है। फीफा ने बुधवार, 5 नवंबर, को कहा कि यह पुरस्कार उन व्यक्तियों या संस्थाओं को दिया जाएगा जिन्होंने शांति के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए हैं और उनके योगदान को मान्यता देना है। यह पुरस्कार 5 दिसंबर को अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में फीफा विश्व कप 2026 के मैचों का ड्रॉ घोषित करने के अवसर पर प्रस्तुत किया जाएगा।
फीफा की घोषणा के अनुसार यह पुरस्कार 5 दिसंबर 2025 को अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में दिया जाएगा। इसी दिन फीफा विश्व कप 2026 (FIFA World Cup 2026) के मैचों का ड्रॉ भी घोषित किया जाएगा। फीफा ने कहा कि यह अवॉर्ड फुटबॉल के माध्यम से सामाजिक शांति और भाईचारे को बढ़ावा देने वाले व्यक्तियों या संगठनों को सम्मानित करने के लिए शुरू किया गया है।

क्या ट्रंप को मिलेगा यह पुरस्कार?
अवॉर्ड की घोषणा होते ही इसे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से जोड़कर देखा जा रहा है। ट्रंप इस साल नोबेल पीस अवॉर्ड की होड़ में शामिल थे, लेकिन उन्हें यह सम्मान नहीं मिला। अब फीफा के इस नए अवॉर्ड को ट्रंप को खुश करने और उनकी विश्व कप 2026 में सक्रिय भागीदारी का सम्मान देने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
विशेष रूप से ध्यान देने वाली बात यह है कि अगले साल विश्व कप 2026 का आयोजन अमेरिका में ही होगा, इसलिए ट्रंप और अमेरिकी प्रशासन का फुटबॉल आयोजन में सहयोग महत्वपूर्ण माना जाता है।
फीफा प्रेसिडेंट की घोषणा
फीफा प्रेसिडेंट जियानी इनफेंटिनो ने अवॉर्ड की घोषणा करते हुए कहा, अस्थिर और विभाजित दुनिया में, जरूरी है कि उन लोगों की सराहना की जाए, जो संघर्षों को समाप्त करने और लोगों को जोड़कर शांति स्थापित करने के लिए मेहनत कर रहे हैं। फीफा की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यह अवॉर्ड पूरी दुनिया के फुटबॉल फैंस की तरफ से दिया जाएगा। इनफेंटिनो खुद 5 दिसंबर को इस पुरस्कार को प्रस्तुत करेंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और फीफा प्रेसिडेंट जियानी इनफेंटिनो के बीच गहरी दोस्ती मानी जाती है। इस साल भी दोनों ने मियामी में एक इवेंट में मंच साझा किया। ज्ञात हो कि ट्रंप नोबेल पीस अवॉर्ड जीतने में सफल नहीं हुए थे, जिसके कारण वे कुछ हद तक निराश थे। इस अवॉर्ड की घोषणा को उनके लिए एक सांत्वना और सम्मानजनक कदम के रूप में देखा जा रहा है।













