बिहार में छठ पर्व के लिए पूर्व मध्य रेलवे ने स्टेशनों पर व्यापक तैयारी की है। स्पेशल ट्रेनों की संख्या 7,500 से बढ़ाकर 12,000 कर दी गई है और होल्डिंग एरिया निर्माण कार्य गुरुवार रात तक पूरा होगा।
पटना: बिहार में छठ पूजा 2025 के अवसर पर पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) ने यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए स्पेशल ट्रेनों की संख्या 12,000 तक बढ़ा दी है। महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने बताया कि इस बार रेलवे की प्राथमिकता यात्रियों के आगमन और प्रस्थान को सुगम बनाना तथा किसी भी अप्रिय घटना से बचाव सुनिश्चित करना है।
पिछले वर्ष की तुलना में इस बार स्पेशल ट्रेनों की संख्या 7,500 से बढ़ाकर 12,000 कर दी गई है। आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में लोग बिहार के विभिन्न हिस्सों से छठ मनाने के लिए रेलवे के माध्यम से आएंगे। इसके लिए रेलवे ने सभी प्रमुख टर्मिनलों पर व्यापक तैयारियां की हैं।
होल्डिंग एरिया का निर्माण
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि सभी प्रमुख टर्मिनलों पर बनाए जा रहे होल्डिंग एरिया (अस्थायी प्रतीक्षालय) का निर्माण गुरुवार रात तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद ईसीआर इन व्यवस्थाओं की ड्रेस रिहर्सल करेगा, ताकि वास्तविक यात्रा के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो।
महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने कहा, "पाटलिपुत्र रेल परिसर से केंद्रीय स्तर पर निगरानी की जाएगी। सभी मंडल कार्यालयों में भी इसी तरह की व्यवस्था की गई है ताकि स्टेशनों पर यात्रियों की आवाजाही पर नजर रखी जा सके।"
बिना आरक्षण वाले यात्रियों के लिए विशेष प्रबंध
रेलवे ने यह भी कहा कि यदि बिना आरक्षण वाले यात्रियों की संख्या अधिक हुई, तो प्रमुख टर्मिनलों से कई बिना घोषणा वाली विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। यह कदम यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए उठाया गया है।
साथ ही, इस बार छठ पूजा के दौरान अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाएगी। रेलवे के कर्मचारी यात्रियों की सुरक्षा और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय रूप से जुटे हैं।
छठ पर्व में रेलवे ने सुरक्षा बढ़ाई
महाप्रबंधक ने बताया कि इस बार छठ पर्व के दौरान रेलवे ने सुरक्षा और निगरानी के लिए सेंसर, सीसीटीवी और ऑन-ग्राउंड स्टाफ को तैयार किया है। यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण और आपातकालीन सहायता व्यवस्था बनाई जा रही है।
ईसीआर का मानना है कि इन उपायों से यात्रियों को सुरक्षित, आरामदायक और व्यवस्थित यात्रा मिलेगी। इस तैयारी से रेलवे बिहार के सुदूर इलाकों तक लोगों की पहुंच को भी सुनिश्चित करेगा।