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चीन के सोलर मार्केट में भारत की एंट्री, Inox Solar ने की 7000 करोड़ की मल्टी-बिलियन डील

चीन के सोलर मार्केट में भारत की एंट्री, Inox Solar ने की 7000 करोड़ की मल्टी-बिलियन डील

Inox Solar ने चीन की Longi Green Energy के साथ ₹7,000 करोड़ का करार किया है, जिसमें अगले तीन वर्षों में 5 गीगावाट सोलर मॉड्यूल की आपूर्ति शामिल है। यह डील भारत की सोलर इंडस्ट्री की वैश्विक प्रतिष्ठा और घरेलू उत्पादन क्षमता को बढ़ावा देती है और ‘मेड इन इंडिया’ सोलर मॉड्यूल की मांग को बढ़ाएगी।

Solar Market: भारतीय कंपनी Inox Solar ने चीन की प्रमुख सोलर एनर्जी कंपनी Longi Green Energy Technology के साथ लगभग ₹7,000 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट किया है। इसके तहत अगले तीन साल में 5 गीगावाट सोलर मॉड्यूल की आपूर्ति होगी। यह करार भारत की बढ़ती तकनीकी और विनिर्माण क्षमता को दर्शाता है, साथ ही घरेलू उत्पादन को बढ़ाकर आयात पर निर्भरता कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

भारत का सोलर मॉड्यूल उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है

सूत्रों के अनुसार, चीन की लॉन्गी ग्रीन एनर्जी भारतीय बाजार के लिए अपने सोलर मॉड्यूल Inox Solar से खरीदेगी। डील के तहत लॉन्गी Inox को अपनी उन्नत तकनीकी विशेषज्ञता और वैश्विक गुणवत्ता मानकों का मार्गदर्शन प्रदान करेगी। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि Inox के उत्पाद अंतरराष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता पर खरे उतरें। यह समझौता ऐसे समय में हुआ है जब भारत घरेलू सोलर मॉड्यूल उत्पादन क्षमता को तेजी से बढ़ा रहा है ताकि विदेशी आयात पर निर्भरता कम की जा सके।

Inox Solar का विस्तार और नई फैक्ट्रियां

Inox Solar ने हाल ही में अहमदाबाद के पास बावला में नया सोलर मॉड्यूल निर्माण संयंत्र शुरू किया है। पहले चरण में इसकी क्षमता 1.2 गीगावाट है, जिसे अगले चरण में 3 गीगावाट तक बढ़ाने की योजना है। इसके अलावा कंपनी ओडिशा के ढेंकनाल में भी एक और बड़ा सोलर सेल और मॉड्यूल प्लांट बना रही है, जिसकी कुल उत्पादन क्षमता 4.8 गीगावाट होगी। इन प्रयासों से भारत में सोलर उत्पादन क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा और यह देश वैश्विक सौर ऊर्जा सप्लाई चेन का अहम हिस्सा बन सकता है।

IPO की तैयारी और भविष्य की योजना

Inox Solar की मूल कंपनी Inox Clean Energy भी जल्द ही पब्लिक होने की तैयारी में है। कंपनी का IPO इस वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में आने की संभावना है। इसका उद्देश्य भारत के तेजी से बढ़ते क्लीन एनर्जी विनिर्माण सेक्टर में अपनी मौजूदगी को और मजबूत करना है। वर्तमान में भारत की सोलर मॉड्यूल उत्पादन क्षमता 100 गीगावाट से अधिक है, जबकि सोलर सेल निर्माण क्षमता 27 गीगावाट है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस साल के अंत तक सोलर सेल की क्षमता 40 गीगावाट तक पहुंच सकती है।

सरकारी नीतियों ने बढ़ाया स्थानीय उत्पादन

भारत सरकार द्वारा सोलर मॉड्यूल और सेल पर लगाए गए आयात शुल्क और घरेलू सामग्री अनिवार्यता जैसी नीतियों ने स्थानीय विनिर्माण को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन नियमों ने कंपनियों को भारत में ही उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है। Inox और Longi के बीच हुई यह डील इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे न सिर्फ भारत का सोलर इंडस्ट्री को फायदा मिलेगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर 'मेड इन इंडिया' उत्पादों की विश्वसनीयता भी बढ़ेगी।

वैश्विक बाजार में भारत की ताकत

इस डील के जरिए यह स्पष्ट हो गया है कि चीन जैसे देश भी अब भारत की विनिर्माण क्षमता पर भरोसा करने लगे हैं। अगले तीन वर्षों में 5 गीगावाट सोलर मॉड्यूल की आपूर्ति से न केवल भारत की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय कंपनियों की स्थिति को भी मजबूत करेगा। इसके अलावा यह समझौता घरेलू उद्योग को नई तकनीक और गुणवत्ता मानकों के साथ जोड़ने में मदद करेगा।

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