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Chess World Cup 2025: अर्जुन एरिगैसी और हरिकृष्णा की शानदार जीत, गुकेश डी ने खेला ड्रॉ

Chess World Cup 2025: अर्जुन एरिगैसी और हरिकृष्णा की शानदार जीत, गुकेश डी ने खेला ड्रॉ

चेस विश्व कप में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन लगातार जारी है। शीर्ष वरीयता प्राप्त भारतीय ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी ने उज्बेकिस्तान के शमसिद्दीन वोखिदोव को सिर्फ 30 चालों में मात देकर अगले दौर में प्रवेश किया।

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत में चल रहे फिडे चेस विश्व कप 2025 (FIDE Chess World Cup 2025) में भारतीय ग्रैंडमास्टर्स का शानदार प्रदर्शन जारी है। युवा सितारे अर्जुन एरिगैसी और अनुभवी पेंटाला हरिकृष्णा ने अपने-अपने मुकाबले जीतकर अगले दौर में जगह बना ली है। वहीं मौजूदा विश्व चैंपियन गुकेश डी, आर प्रज्ञानंदा और विदित गुजराती ने काले मोहरों से खेले गए अपने मुकाबलों में ड्रॉ किया।

गोवा में आयोजित इस विश्व कप में 82 देशों के 206 शीर्ष शतरंज खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। प्रतियोगिता की ट्रॉफी को भारत के महान खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद के नाम पर समर्पित किया गया है। टूर्नामेंट की शुरुआत 31 अक्टूबर को हुई थी और 27 नवंबर 2025 तक यह चलेगा। कुल 17.58 करोड़ रुपये की इनामी राशि के साथ यह अब तक का सबसे बड़ा शतरंज आयोजन माना जा रहा है।

अर्जुन एरिगैसी की रणनीतिक जीत

भारत के उभरते सितारे और शीर्ष रैंकिंग वाले खिलाड़ी अर्जुन एरिगैसी (Arjun Erigaisi) ने उज्बेकिस्तान के शमसिद्दीन वोखिदोव को सिर्फ 30 चालों में हराकर अगले दौर में प्रवेश किया। यह मुकाबला अर्जुन की शांत, सटीक और योजनाबद्ध चालों का उदाहरण रहा। अर्जुन को पहले दौर में बाई (Bye) मिला था और दूसरे दौर में उन्होंने अपने दोनों मुकाबले जीतकर लय हासिल की थी। 

वोखिदोव के खिलाफ मैच में अर्जुन ने शुरुआती चरण से ही बोर्ड पर नियंत्रण बनाए रखा और विरोधी खिलाड़ी को कोई अवसर नहीं दिया। उनकी यह जीत भारतीय दल के आत्मविश्वास को और मजबूत करती है।

हरिकृष्णा की अनुभवभरी जीत

भारत के दिग्गज ग्रैंडमास्टर पेंटाला हरिकृष्णा (Pentala Harikrishna) ने बेल्जियम के डैनियल दर्धा को मात्र 25 चालों में परास्त कर चौथे राउंड में जगह बनाई। हरिकृष्णा ने क्लासिकल वेरिएशन में खेलते हुए विपक्षी को दबाव में ला दिया, जिससे डैनियल को जल्द ही हार स्वीकार करनी पड़ी। मैच के बाद हरिकृष्णा ने कहा,

'मैंने इस टूर्नामेंट के लिए नए तरीके से खुद को तैयार किया था, और यह रणनीति सफल रही। कुछ चालें योजना के अनुसार रहीं और कुछ में विपक्षी ने गलत अनुमान लगाए। खेल में एक पल भी लापरवाही नहीं की जा सकती, यही मेरा मंत्र है।'

उनकी यह जीत भारतीय शतरंज टीम के अनुभव और गहराई का प्रमाण है, जो युवाओं और दिग्गजों का संतुलित मिश्रण पेश कर रही है।

विश्व चैंपियन गुकेश डी का ड्रॉ, अभी भी दौड़ में कायम

विश्व चैंपियन गुकेश डोमेनेनी (Gukesh D) ने काले मोहरों से खेलते हुए अपने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ मैच ड्रॉ किया। वहीं युवा सितारे आर प्रज्ञानंदा और विदित गुजराती ने भी अपने मुकाबले बराबरी पर छोड़े। अब अगले दौर में जगह पक्की करने के लिए इन्हें सफेद मोहरों से जीत दर्ज करनी होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि गुकेश ने रणनीतिक रूप से ड्रॉ खेला ताकि दूसरे गेम में वे सफेद मोहरों के साथ दबाव बना सकें। उनकी शांत और संयमित खेल शैली दर्शाती है कि वे शीर्ष स्तर पर स्थिर प्रदर्शन कर रहे हैं।

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