बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी गलियारों में उस वक्त हड़कंप मच गया जब लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को बम से उड़ाने की धमकी मिली। यह धमकी उन्हें सोशल मीडिया के ज़रिए दी गई, जिसकी जानकारी मिलते ही उन्होंने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। मामले को गंभीरता से लेते हुए पटना पुलिस और साइबर सेल ने जांच शुरू कर दी है।
लोजपा (रामविलास) के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने इस धमकी के खिलाफ पटना के साइबर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि यह केवल पार्टी प्रमुख की जान को खतरे की बात नहीं है, बल्कि राज्य के लोकतांत्रिक माहौल और चुनाव प्रक्रिया को भी प्रभावित करने वाली साजिश है। पार्टी ने इसे सुनियोजित राजनीतिक हमला करार देते हुए आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
हाजीपुर से रिकॉर्ड जीत
चिराग पासवान ने हाल ही में लोकसभा चुनाव 2024 में हाजीपुर सीट से बड़ी जीत दर्ज की थी। इस शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में जगह मिली। चिराग ने राजनीति में कदम रखने से पहले बॉलीवुड में अभिनय किया, लेकिन जल्द ही उन्होंने फिल्मों को अलविदा कहकर पिता रामविलास पासवान की राजनीतिक विरासत संभालने का फैसला लिया।
आज वह न सिर्फ लोजपा (रामविलास) के शीर्ष नेता हैं, बल्कि बिहार की राजनीति में युवा और प्रभावशाली चेहरा माने जाते हैं। धमकी की घटना को लेकर उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता और सतर्कता दोनों बढ़ गई है।
243 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान
छपरा में आयोजित 'नव संकल्प महासभा' में चिराग पासवान ने बड़ा राजनीतिक ऐलान करते हुए कहा कि लोजपा (रामविलास) बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा, जब मैं चुनाव लड़ने की बात करता हूं तो कुछ लोगों को परेशानी होती है। बार-बार पूछा जाता है कि कितनी सीटों पर लड़ेंगे। आज मैं साफ कर देता हूं—हर एक सीट पर लड़ूंगा।
इस बयान के साथ उन्होंने राज्य की मौजूदा राजनीति को एक नई दिशा देने का संकेत दिया है। चिराग ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी एनडीए का हिस्सा बनी रहेगी, लेकिन बिहार में अपनी पहचान और दमखम के साथ मैदान में उतरेगी।
मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं
चिराग ने भावुक अंदाज में कहा कि उन्हें धमकियों और साजिशों से डराने की कोशिश हो रही है, लेकिन वह किसी से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा, मैं चुनाव लड़ूंगा—बिहार के युवाओं, भाइयों, माताओं और बहनों के लिए। हम एक ऐसा बिहार बनाएंगे जो विकास और सुशासन की मिसाल होगा।
उनका यह बयान न सिर्फ उनकी राजनीतिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि विपक्ष को चुनौती देने वाला भी माना जा रहा है। धमकी की गंभीरता और चुनावी माहौल को देखते हुए अब यह मामला बिहार की राजनीति का एक बड़ा मुद्दा बन चुका है।