सीएम योगी वाराणसी दौरे पर वसंत महिला महाविद्यालय पहुंचे। ओपन क्लास में शिक्षक बने और मंत्रीगण को पर्यावरण संरक्षण का पाठ पढ़ाया। पारिजात का पौधा लगाकर प्रकृति के महत्व पर बल दिया।
CM Yogi in Varanasi: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने वाराणसी दौरे के दौरान एक अलग ही भूमिका में नजर आए। उन्होंने गंगा किनारे स्थित वसंत महिला महाविद्यालय की ओपन क्लास में शिक्षक की भूमिका निभाई और मंत्रीगण को पर्यावरण संरक्षण और प्रकृति से जुड़ाव का महत्व समझाया। इस अवसर पर उन्होंने पारिजात का पौधा लगाकर प्रकृति संरक्षण का संदेश भी दिया।
ओपन क्लास में बदले सीएम योगी के रंग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वाराणसी दौरा इस बार खास रहा। शुक्रवार को वसंत महिला महाविद्यालय में वे पारंपरिक भूमिका से हटकर शिक्षक के रूप में दिखाई दिए। इस अनोखी ओपन क्लास में उन्होंने न केवल पर्यावरण संरक्षण की शिक्षा दी, बल्कि शिक्षा व्यवस्था और गुरुकुल परंपरा को लेकर भी अपने विचार साझा किए। यह ओपन क्लास गंगा तट पर बसे महाविद्यालय परिसर में आयोजित की गई, जहां योगी आदित्यनाथ के साथ उनके कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह सहित कई नेता छात्रों की तरह पंक्तियों में बैठे।
प्रकृति की गोद में बसे महाविद्यालय की सराहना
मुख्यमंत्री ने महाविद्यालय परिसर की खूबसूरती और प्राकृतिक वातावरण की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि जब आज के दौर में बड़े-बड़े कंक्रीट के जंगल खड़े हो रहे हैं, ऐसे समय में यह परिसर प्रकृति और परंपरा का आदर्श संगम है। उन्होंने ओपन क्लास व्यवस्था को देखकर कहा कि यह गुरुकुल परंपरा की याद दिलाने वाला है।
मंत्रीगण और प्रिंसिपल भी बने छात्र
इस ओपन क्लास की खास बात यह रही कि खुद मुख्यमंत्री शिक्षक बने और उनके सामने मंत्रीगण, विधायक और कॉलेज की प्रिंसिपल विद्यार्थी की भूमिका में नजर आए। सभी ने एक सामान्य छात्र की तरह बैठकर मुख्यमंत्री की बातों को ध्यान से सुना। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऐसे आयोजन केवल औपचारिक नहीं, बल्कि व्यवहारिक शिक्षा के अच्छे उदाहरण हैं। यह अनुभव सबके लिए प्रेरणादायक है और इससे छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों को भी सीखने का अवसर मिलता है।
एनी विसेंट और मदन मोहन मालवीय को किया याद
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान वसंत महिला महाविद्यालय की संस्थापक एनी विसेंट के योगदान को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) की स्थापना करने वाले महामना मदन मोहन मालवीय को भी स्मरण किया। उन्होंने कहा कि महापुरुषों की दी गई विरासत को आगे बढ़ाना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों को समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण कड़ी बताया।
पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने परिसर में पारिजात का पौधा रोपित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि प्रकृति और पर्यावरण के साथ संतुलन बनाकर चलना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने यह भी बताया कि हमारी संस्कृति में वृक्षों को पूजनीय माना गया है और उनका संरक्षण हमारे जीवन का हिस्सा होना चाहिए। वहीं, महाविद्यालय की ओर से मुख्यमंत्री को तुलसी का पौधा भेंट किया गया, जो भारतीय संस्कृति में जीवनदायिनी मानी जाती है।
छात्रों और शिक्षकों से संवाद, ग्रुप फोटो के लिए समय निकाला
मुख्यमंत्री ने ओपन क्लास के बाद छात्रों और शिक्षकों से अनौपचारिक बातचीत भी की। छात्रों के अनुरोध पर उन्होंने ग्रुप फोटोग्राफी के लिए भी समय निकाला। यह पल कॉलेज के छात्रों और स्टाफ के लिए बेहद खास रहा।
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे अवसर प्रशासनिक व्यस्तता से अलग एक मानवीय जुड़ाव का अनुभव कराते हैं। उन्होंने वसंत महिला महाविद्यालय के वातावरण और उसकी परंपरा को राज्य के अन्य संस्थानों के लिए एक आदर्श बताया।