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DeepSeek AI: अमेरिकी चिप्स की कमी से प्रभावित चीन का हाई-प्रोफाइल एआई मॉडल

DeepSeek AI: अमेरिकी चिप्स की कमी से प्रभावित चीन का हाई-प्रोफाइल एआई मॉडल

चीन का एआई मॉडल DeepSeek AI अमेरिकी एडवांस चिप्स की कमी के चलते मुश्किल में है। कंपनी ने शुरुआत में हुआवे के Ascend चिप्स का दावा किया था, लेकिन बड़े पैमाने पर यह मॉडल असफल साबित हो रहा है। अब Nvidia के चिप्स पर निर्भरता ने परियोजना की चुनौतियां और बढ़ा दी हैं।

DeepSeek AI: चीन की महत्वाकांक्षी एआई परियोजना DeepSeek अब मुश्किलों में फंस गई है। कुछ महीनों पहले लॉन्च के समय इसे ChatGPT और Google Gemini जैसे बड़े एआई मॉडल्स का विकल्प माना जा रहा था। सिलिकॉन वैली की दिग्गज कंपनियाँ भी इसके प्रदर्शन को देखकर चौंक गई थीं। लेकिन आज हालात बदल चुके हैं। स्वदेशी तकनीक का दावा करने वाला यह मॉडल अब अमेरिकी हार्डवेयर पर निर्भर हो गया है और चिप्स की कमी ने इसकी असली कमजोरी उजागर कर दी है।

Huawei की Ascend चिप्स की सीमा

DeepSeek ने अपने R2 मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए Huawei की Ascend चिप्स का इस्तेमाल किया। कंपनी ने दावा किया था कि यह चिप्स उच्च स्तर के एआई प्रशिक्षण के लिए पर्याप्त हैं। लेकिन अब इंजीनियर्स ने स्वीकार किया है कि यह चिप्स बड़े पैमाने पर मॉडल को ट्रेन करने के लिए भरोसेमंद नहीं हैं। Ascend चिप्स की स्थिरता कम है, नेटवर्क स्पीड धीमी है और सॉफ्टवेयर टूल्स की कमी परियोजना को प्रभावित कर रही है।

इस वजह से DeepSeek को अपने मॉडल को और अधिक एडवांस बनाने के लिए अमेरिकी Nvidia के चिप्स पर निर्भर होना पड़ा। हालांकि हुआवे के चिप्स का इस्तेमाल अभी भी इंटरफेस के लिए किया जा रहा है, लेकिन असली भारी प्रशिक्षण अब Nvidia के एडवांस चिप्स के बिना संभव नहीं है।

अमेरिकी रोक और ट्रेड वॉर का असर

अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वॉर ने इस चुनौती को और गहरा कर दिया है। अमेरिका ने साफ कर दिया है कि वह चीन को अपने सबसे एडवांस एआई चिप्स जैसे Nvidia A100 और H100 नहीं बेचेगा। ये वही चिप्स हैं जिन पर आज दुनिया के सबसे बड़े एआई मॉडल प्रशिक्षित किए जाते हैं।

इस रोक की वजह से DeepSeek को अपने प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने में काफी मुश्किल हो रही है। कंपनी CUDA सॉफ्टवेयर इकोसिस्टम का पूरा फायदा नहीं उठा पा रही है और मॉडल की परफॉर्मेंस लगातार गिर रही है।
स्वदेशी तकनीक पर उठ रहे सवाल

चीन का DeepSeek AI लॉन्च के समय एआई दुनिया में तहलका मचाने वाला था, लेकिन अब यह परियोजना हार्डवेयर की कमी के कारण फिसड्डी साबित हुई। Huawei की Ascend चिप्स बड़े पैमाने पर मॉडल प्रशिक्षण के लिए अपर्याप्त हैं। अमेरिका द्वारा एडवांस Nvidia चिप्स पर प्रतिबंध ने स्थिति और जटिल कर दी है। परिणामस्वरूप, DeepSeek की विकास गति धीमी हो गई और चीन की स्वदेशी तकनीक पर निर्भरता सवालों के घेरे में आ गई है।

वैश्विक स्तर पर एआई का प्रभाव

DeepSeek की R2 परियोजना की देरी ने वैश्विक एआई प्रतिस्पर्धा में चीन की स्थिति को कमजोर कर दिया है। अमेरिका और यूरोप के दिग्गज एआई मॉडल्स की तुलना में चीन अभी भी एडवांस हार्डवेयर पर निर्भर है। इस स्थिति में चीन को अपनी तकनीक को और मजबूत करने और हार्डवेयर निर्माण में आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है।

आगामी समय की चुनौतियाँ और अवसर

भले ही DeepSeek का प्रोजेक्ट फिलहाल अटका हुआ है, लेकिन इस अनुभव से चीन को महत्वपूर्ण सीख मिल रही है। Huawei और अन्य चीनी कंपनियों को अब अपने चिप्स की परफॉर्मेंस, नेटवर्क क्षमता और सॉफ्टवेयर सपोर्ट में सुधार करने की जरूरत है।

DeepSeek की कहानी यह भी दर्शाती है कि एआई मॉडल के सफल विकास के लिए केवल एल्गोरिदम पर्याप्त नहीं हैं। विश्वसनीय और उच्च प्रदर्शन करने वाले हार्डवेयर की जरूरत अनिवार्य है।

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