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दिग्गज अभिनेता गोवर्धन असरानी को भावुक विदाई, मैनेजर बाबू भाई और अन्नू कपूर ने साझा की प्रेरक बातें

दिग्गज अभिनेता गोवर्धन असरानी को भावुक विदाई, मैनेजर बाबू भाई और अन्नू कपूर ने साझा की प्रेरक बातें

अल्लामा इकबाल की ये पंक्तियां गोवर्धन असरानी के जीवन से सच साबित होती हैं। भारतीय फिल्म और रंगमंच के दिग्गज कलाकार गोवर्धन असरानी अब हमारे बीच नहीं रहे। 84 साल की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली। अपने करियर के दौरान, ये दिग्गज कलाकार हर आयु वर्ग में लोकप्रिय और मशहूर रहे।

एंटरटेनमेंट न्यूज़: भारतीय सिनेमा के दिग्गज कलाकार गोवर्धन असरानी अब हमारे बीच नहीं रहे। 84 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली और फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई। असरानी ने अपने पांच दशक लंबे करियर में हंसी, व्यंग्य और जीवन के गहरे रंगों को परदे पर उतारा। उनकी पहचान ‘शोले’ के मशहूर डायलॉग “हम अंग्रेजों के जमाने के जेलर हैं” से लेकर आज तक हर पीढ़ी के दर्शकों के चेहरों पर मुस्कान लाने वाली रही।

असरानी के निधन के बाद उनके मैनेजर बाबू भाई थीबा ने जो बातें साझा कीं, वे जितनी भावुक हैं, उतनी ही प्रेरणादायक भी यह साबित करती हैं कि “आसान नहीं असरानी होना।”

मैं एक आम आदमी की तरह विदा लेना चाहता हूं — असरानी

बाबू भाई थीबा ने बताया कि असरानी साहब अपने जीवन में जितने सादगीपूर्ण थे, उतनी ही सादगी से उन्होंने दुनिया को अलविदा कहने की इच्छा जताई थी। उन्होंने कहा था कि वे फिल्मी सितारों की तरह भव्य अंतिम संस्कार नहीं चाहते — बस एक साधारण इंसान की तरह जाना चाहते हैं। थीबा ने बताया, “असरानी साहब हमेशा कहते थे कि जिस शांति और सादगी से उन्होंने जीवन जिया है, उसी तरह वे विदा लेना चाहते हैं। उन्होंने कहा था, कोई दिखावा नहीं, कोई हलचल नहीं, बस शांति से दुनिया से जाना चाहता हूं। उनकी यह इच्छा पूरी की गई — उनका अंतिम संस्कार निजी तौर पर किया गया, जिसमें केवल परिवार के कुछ सदस्य और करीबी मौजूद थे।

दीपावली की रात पंचतत्व में विलीन हो गया सितारा

20 अक्टूबर की रात जब देश दीपावली के उल्लास में डूबा था, तब मुंबई के जुहू इलाके में स्थित भारतीय आरोग्य निधि अस्पताल में असरानी जीवन से जूझ रहे थे। चार दिन पहले उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने के कारण भर्ती कराया गया था। शुरू में तबीयत में सुधार के संकेत मिले, लेकिन तीसरे दिन हालत बिगड़ती चली गई। चौथे दिन इस दिग्गज अभिनेता ने अंतिम सांस ली।

दिलचस्प बात यह रही कि उनके निधन की खबर उनके अंतिम संस्कार के बाद ही सार्वजनिक की गई। फिल्म जगत की कई हस्तियों को यह जानकारी देर रात तक नहीं मिली थी। अगले दिन सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, और कई वरिष्ठ फिल्मी कलाकारों ने शोक प्रकट किया।

20 वर्षों में उनसे बहुत कुछ सीखा — मैनेजर बाबू भाई

असरानी के मैनेजर बाबू भाई थीबा ने भावुक होकर कहा, “मैंने उनके साथ बीस से ज्यादा साल काम किया। उन्होंने मुझे इंसानियत, अनुशासन और सादगी सिखाई। उन्होंने मुझे एक बेहतर इंसान बनने की प्रेरणा दी। असरानी परिवार की ओर से, मैं प्रधानमंत्री मोदी और उन सभी का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने उन्हें याद किया और श्रद्धांजलि दी।”

थीबा के अनुसार, असरानी के अंदर न कोई दिखावा था, न प्रसिद्धि का घमंड। वे हर किसी से समान व्यवहार करते थे और अपनी कला को समाज की सेवा मानते थे।

अन्नू कपूर ने असरानी की सादगी को बताया प्रेरणा

जाने-माने अभिनेता और निर्देशक अन्नू कपूर ने असरानी के निधन पर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि असरानी की तरह वे भी अपनी अंतिम विदाई सादगी से चाहते हैं। कपूर ने कहा, “असरानी साहब की इच्छा ने मुझे गहराई से छू लिया। जब मेरा इस दुनिया नामक होटल से ‘चेक आउट’ करने का वक्त आए, अगर वो दिन किसी राष्ट्रीय पर्व या त्योहार से जुड़ा हो, तो मैं भी गुप्त रूप से विदा लेना चाहूंगा। मैं किसी को परेशान नहीं करना चाहता, न बोझ बनकर जीना चाहता हूं।”

गोवर्धन असरानी आखिरी बार फिल्मों ‘भूत बांग्ला’ और ‘हैवान’ में नजर आएंगे, जो उनकी मृत्यु से पहले पूरी की गई थीं। उनकी विरासत न सिर्फ हास्य भूमिकाओं तक सीमित रही, बल्कि उन्होंने सामाजिक और भावनात्मक किरदारों से भी दर्शकों को प्रभावित किया।

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