दिल्ली के कल्याणपुरी थाने में तैनात एक कॉन्स्टेबल इंस्टाग्राम पर लैपटॉप के विज्ञापन क्लिक करने से ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गए। ठगों ने उनसे 80,605 रुपये ट्रांसफर करवा लिए। पुलिस ठगों तक पहुंचने में जुटी है।
नई दिल्ली: दिल्ली के कल्याणपुरी थाने में तैनात एक कॉन्स्टेबल साइबर ठगों के जाल में फंस गया। इंस्टाग्राम पर लैपटॉप के विज्ञापन पर क्लिक करने के बाद ठगों ने उसे कुल 80,605 रुपये ट्रांसफर करवा लिए। पैसे मिलने के बाद आरोपी ने कॉल काट दी और कॉन्स्टेबल को ठगी का अहसास हुआ। पीड़ित ने तुरंत नैशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर शिकायत दर्ज कराई।
सिपाही प्रेमा राम इंस्टाग्राम ठगी के शिकार
प्रेमा राम (20), जो राजस्थान के जोधपुर जिले के रहने वाले हैं, दिल्ली पुलिस में सिपाही हैं और उनकी तैनाती कल्याणपुरी थाने में है। इंस्टाग्राम पर रील स्क्रॉल करते समय उन्होंने लैपटॉप के विज्ञापन पर क्लिक किया। थोड़ी देर बाद उनके फोन पर कॉल आई, जिसमें कॉलर ने लैपटॉप बुक करने की बात कही।
कॉलर ने वाट्सऐप पर दस्तावेज भी भेजे, जिससे प्रेमा राम को भरोसा हुआ। रेट सस्ता होने के कारण उन्होंने पैसे ट्रांसफर कर दिए। लेकिन कॉलर ने हर बार ट्रांजैक्शन को फेल बताकर कई बार रुपये ट्रांसफर करवा लिए। अंततः कुल 80,605 रुपये ठगों के हाथ लग गए।
साइबर ठगी की शिकायत दर्ज
पैसे ट्रांसफर करने के बाद जब कॉलर का नंबर बंद कर दिया गया, तो कॉन्स्टेबल को समझ आ गया कि वह ठगी का शिकार हो गया है। उन्होंने तुरंत ईस्ट जिला साइबर पुलिस स्टेशन पहुंचकर एनसीआरपी के जरिए शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 319-2 (किसी का रूप धारण करके ठगी करना) और 318-4 (धोखे से पैसे ऐंठना) के तहत मामला दर्ज किया। इसके बाद पुलिस कॉल डिटेल रिकॉर्ड और बैंक खातों के जरिए ठगों तक पहुंचने में जुट गई।
साइबर ठगी से बचाव के उपाय
विशेषज्ञों ने कहा कि किसी भी अनजान लिंक या विज्ञापन पर क्लिक करने से बचना चाहिए। किसी अनजान व्यक्ति के कहने पर कभी भी रकम ट्रांसफर नहीं करनी चाहिए। ऐसे मामलों में तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।
इसके अलावा www.cybercrime.gov.in पर कंप्लेंट दर्ज करवाना भी जरूरी है। अपने जिला साइबर थाने में जाकर सीधे शिकायत देना भी मददगार साबित हो सकता है। ये कदम ठगी की संभावनाओं को कम करते हैं और जल्द कार्रवाई में मदद करते हैं।
साइबर ठगी पर बढ़ती सतर्कता की जरूरत
दिल्ली में ऑनलाइन ठगी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में पुलिस कॉन्स्टेबल जैसे जिम्मेदार अधिकारी भी इसका शिकार बन गए। यह साबित करता है कि तकनीकी जानकारी और सतर्कता दोनों ही जरूरी हैं।
कि सोशल मीडिया पर साझा किए गए विज्ञापनों और लिंक पर आँख मूंदकर भरोसा करना जोखिम भरा है। इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए डिजिटल साक्षरता और सावधानी बढ़ाना अनिवार्य है।