डॉ. अंशुल साधले ने सेहतमंद जीवन जीने के आसान उपाय बताए हैं। उन्होंने कहा कि संतुलित आहार, पर्याप्त प्रोटीन और फाइबर, नियमित व्यायाम, नींद और तनाव नियंत्रण से लंबी उम्र तक स्वास्थ्य बेहतर रखा जा सकता है। जंक फूड, शराब और धूम्रपान से दूरी बनाना भी जरूरी है।
Healthy life: आज की तेज़ और व्यस्त जिंदगी में अच्छी सेहत बनाए रखना चुनौती बन गया है। इस पर डॉ. अंशुल साधले का कहना है कि कुछ सरल आदतों को अपनाकर जीवन को स्वस्थ बनाया जा सकता है। उन्होंने सलाह दी कि रोजाना पर्याप्त प्रोटीन (100 ग्राम) और फाइबर (30 ग्राम) का सेवन करें, पेट की चर्बी पर नियंत्रण रखें और नियमित व्यायाम करें। साथ ही शराब, धूम्रपान और जंक फूड से बचें, पर्याप्त नींद लें और योग-ध्यान से तनाव कम करें। इन आदतों से न केवल बीमारियों से बचाव होता है, बल्कि ऊर्जा और जीवन की गुणवत्ता भी बढ़ती है।
स्वस्थ रहना क्यों जरूरी है
स्वस्थ शरीर हर व्यक्ति की असली पूंजी होता है। अच्छी सेहत न केवल शरीर को मजबूती देती है, बल्कि मन को शांत और विचारों को स्पष्ट रखती है। जब शरीर ठीक रहता है, तो रोजमर्रा के कामों में ऊर्जा बनी रहती है। इससे आत्मविश्वास बढ़ता है और व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभा पाता है। डॉक्टरों का कहना है कि स्वस्थ रहना केवल बीमारी से बचने के लिए नहीं, बल्कि जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए भी जरूरी है। मजबूत शरीर बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है और उम्र बढ़ने के साथ होने वाली समस्याओं को भी कम करता है।
बदलती लाइफस्टाइल से बढ़ी परेशानी
डॉ. साधले का कहना है कि आज की लाइफस्टाइल सेहत के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। देर रात तक काम करना, जंक फूड का सेवन, व्यायाम की कमी और तनाव जैसे कारण लोगों को धीरे-धीरे बीमार बना रहे हैं। लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल स्क्रीन के सामने बैठना न केवल आंखों को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि मांसपेशियों और हड्डियों को भी कमजोर करता है।
शराब और धूम्रपान जैसी आदतें शरीर में विषैले तत्व बढ़ाती हैं और कई गंभीर बीमारियों की जड़ बनती हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, लगातार अस्वास्थ्यकर खानपान और नींद की कमी से इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। यही वजह है कि आजकल कम उम्र में ही लोग ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हार्ट डिजीज जैसी बीमारियों से जूझने लगे हैं।
डॉक्टर ने बताया हेल्दी लाइफ का फॉर्मूला
डॉ. अंशुल साधले का कहना है कि स्वस्थ रहने के लिए बहुत जटिल नियमों की जरूरत नहीं होती। अगर कुछ सरल आदतों को अपनाया जाए, तो शरीर और मन दोनों मजबूत रह सकते हैं।
उनके अनुसार, सबसे पहले खानपान पर ध्यान देना जरूरी है। हर दिन पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और फाइबर लेना चाहिए। लगभग 100 ग्राम प्रोटीन और 30 ग्राम फाइबर रोजाना लेने से मांसपेशियां मजबूत रहती हैं, हड्डियों को मजबूती मिलती है और पाचन तंत्र बेहतर रहता है।
इसके अलावा, पेट की अतिरिक्त चर्बी पर नियंत्रण रखना जरूरी है, क्योंकि यही कई बीमारियों की जड़ होती है। मोटापा बढ़ने से हार्ट डिजीज, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
डॉ. साधले के अनुसार, शराब और धूम्रपान से पूरी तरह बचना चाहिए। ये आदतें शरीर के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालती हैं। वे बताते हैं कि हर व्यक्ति को दिन में कम से कम 30 से 40 मिनट का व्यायाम जरूर करना चाहिए। इसमें स्ट्रेचिंग, योग या हल्की वेट ट्रेनिंग शामिल की जा सकती है। नियमित व्यायाम से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और एनर्जी बनी रहती है।
मानसिक सेहत भी उतनी ही जरूरी
डॉ. साधले ने बताया कि स्वस्थ जीवन केवल शरीर से नहीं, बल्कि मन से भी जुड़ा होता है। तनाव, चिंता और नींद की कमी से व्यक्ति की मानसिक स्थिति कमजोर होती है। ऐसे में रोजाना थोड़े समय के लिए ध्यान, योग या गहरी सांस लेने की तकनीकें अपनानी चाहिए। इससे मन शांत रहता है और नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।
डॉक्टरों का कहना है कि हर व्यक्ति को अपनी नींद का समय नियमित रखना चाहिए। कम से कम सात से आठ घंटे की नींद जरूरी है, ताकि शरीर और दिमाग दोनों को आराम मिल सके। नींद पूरी न होने से न सिर्फ थकान रहती है, बल्कि मूड और कार्यक्षमता पर भी असर पड़ता है।
रोजमर्रा की आदतों में करें बदलाव
सेहतमंद जीवन के लिए जरूरी है कि हम अपने रोजमर्रा के व्यवहार में थोड़े बदलाव लाएं। दिनभर में पर्याप्त पानी पीना जरूरी है, ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे। बहुत तला-भुना और जंक फूड खाने से बचें और घर का सादा खाना खाने की आदत डालें।
डॉ. साधले कहते हैं कि हर व्यक्ति को नियमित रूप से अपना वजन और ब्लड प्रेशर चेक करवाना चाहिए, ताकि किसी समस्या का समय रहते पता लगाया जा सके। शरीर की छोटी-छोटी संकेतों को नजरअंदाज न करें।
नियमितता से बनेगी सेहत
डॉ. अंशुल साधले का मानना है कि स्वस्थ जीवन का राज निरंतरता में छिपा है। लोग अक्सर कुछ दिनों तक डाइट या एक्सरसाइज करते हैं और फिर छोड़ देते हैं। जबकि सेहत को बनाए रखने के लिए नियमितता बेहद जरूरी है। उनका कहना है कि अगर कोई व्यक्ति छोटे-छोटे कदम लगातार उठाता रहे, तो लंबे समय तक फिट और ऊर्जावान रह सकता है।
डॉक्टर का यह मानना है कि स्वस्थ जीवन किसी बड़ी योजना से नहीं, बल्कि रोजमर्रा की समझदारी भरी आदतों से बनता है। संतुलित खानपान, व्यायाम, अच्छी नींद और सकारात्मक सोच से ही जीवन को स्वस्थ और खुशहाल बनाया जा सकता है।