Pune

डोनाल्ड ट्रंप ने एलन मस्क को दिया बड़ा झटका: अमेरिकी वायुसेना ने स्पेसएक्स प्रोजेक्ट पर लगाई रोक

डोनाल्ड ट्रंप ने एलन मस्क को दिया बड़ा झटका: अमेरिकी वायुसेना ने स्पेसएक्स प्रोजेक्ट पर लगाई रोक

अमेरिकी वायु सेना (U.S. Air Force) ने स्पेसएक्स से जुड़े एक महत्वाकांक्षी रॉकेट कार्गो डिलीवरी प्रोजेक्ट को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। यह कदम तब उठाया गया जब यह पाया गया कि प्रस्तावित हाइपरसोनिक रॉकेट परीक्षण समुद्री पक्षी अभयारण्य को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है।

वाशिंगटन: एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब अमेरिकी वायु सेना ने उसका हाइपरसोनिक रॉकेट कार्गो डिलीवरी प्रोजेक्ट अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया। यह परियोजना अमेरिका की रक्षा क्षमताओं को नए स्तर तक पहुंचाने की योजना का हिस्सा थी, जिसमें दुनिया के किसी भी हिस्से में 100 टन तक का सैन्य सामान मात्र 90 मिनट में पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था।

लेकिन इस महत्वाकांक्षी योजना को पर्यावरणीय चिंताओं के चलते फिलहाल रोक दिया गया है। खासतौर पर, यह चिंता प्रशांत महासागर के मध्य स्थित एक संवेदनशील समुद्री पक्षी अभयारण्य को लेकर उठाई गई है, जो प्रस्तावित परीक्षण स्थल के पास स्थित है।

क्या था स्पेसएक्स का प्रोजेक्ट?

स्पेसएक्स और अमेरिकी वायुसेना का यह संयुक्त मिशन, जिसे "रॉकेट कार्गो डिलीवरी सिस्टम" कहा जा रहा था, रक्षा प्रणाली के लिए एक नई क्रांतिकारी तकनीक के तौर पर देखा जा रहा था। इसके अंतर्गत स्टारशिप रॉकेट्स के ज़रिए अमेरिका कहीं से भी और कहीं भी भारी सैन्य सामान बेहद कम समय में ट्रांसपोर्ट कर सकता था।

यह परियोजना यूएस एयर फोर्स रिसर्च लैब (AFRL) के तहत चलाई जा रही थी, जिसमें परीक्षण के लिए जॉनस्टन एटोल को चुना गया था – हवाई से करीब 1,300 किमी दूर स्थित एक निर्जन द्वीप, जो एक संघीय संरक्षित वन्यजीव क्षेत्र है।

पर्यावरणीय कारण बना प्रोजेक्ट की रुकावट

स्पेसएक्स की योजना को रोकने के पीछे प्रमुख कारण उस क्षेत्र की 14 प्रजातियों वाले समुद्री पक्षियों की सुरक्षा है, जो वहां हर साल प्रजनन के लिए आते हैं। पर्यावरण वैज्ञानिकों और संरक्षण संगठनों ने चेतावनी दी कि स्पेसएक्स का रॉकेट उतारने और लैंडिंग की प्रक्रिया इस छोटे द्वीप पर बने घोंसलों को पूरी तरह तबाह कर सकती है।

यह द्वीप रेड-टेल्ड ट्रॉपिकबर्ड, व्हाइट टर्न, ब्लू-फुटेड बूबी जैसे दुर्लभ पक्षियों के लिए शरणस्थली है, और इनकी जनसंख्या पहले से ही जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण की मार झेल रही है।

एलन मस्क की प्रतिक्रिया: तंज और नाराजगी

पर्यावरणीय संगठनों के विरोध और वायुसेना की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए एलन मस्क ने ट्विटर/X पर एक व्यंग्यात्मक टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने लिखा कि वह पक्षियों के घोंसलों की सुरक्षा के लिए एक सप्ताह तक ऑमलेट नहीं खाएंगे। उनकी यह टिप्पणी हालांकि सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगी, लेकिन कई लोगों ने इसे गंभीर पर्यावरणीय मुद्दों पर असंवेदनशीलता करार दिया।

यह मामला इसलिए भी रोचक है क्योंकि स्पेसएक्स को यह प्रोजेक्ट राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन से हरी झंडी मिली थी। ट्रंप और मस्क के बीच हाल के वर्षों में कारोबारी और वैचारिक नजदीकियां देखी गई हैं। लेकिन पर्यावरणीय विरोध और नई प्रशासनिक समीक्षा के चलते अब इस परियोजना को स्थगित कर दिया गया है।

Leave a comment