राजस्थान के डूंगरपुर में बड़े दरवाजे पर लेपर्ड घूमता नजर आया, नीचे लोग बेखबर थे। जैसे ही लोगों ने शोर मचाया, लेपर्ड गुर्राने लगा। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
डूंगरपुर: राजस्थान के डूंगरपुर जिले में घाटे मोहल्ले के पास एक बड़े दरवाजे पर लेपर्ड घूमता दिखा, जबकि नीचे लोग बेखबर होकर गुजर रहे थे। बाइक चालक ने लोगों को चेताया, लेकिन जैसे ही शोर मचाया गया, लेपर्ड घूर्राने लगा। घटना रविवार देर शाम की है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों में डर का माहौल है। आसपास के स्कूल और आबादी क्षेत्र को देखते हुए स्थानीय लोगों ने वन विभाग से लेपर्ड को सुरक्षित तरीके से जंगल में छोड़ने की मांग की है।
मंदिर के दरवाजे के ऊपर से गुजरता लेपर्ड
यह हैरान कर देने वाला दृश्य रविवार देर शाम डूंगरपुर के घाटे मोहल्ले के पास देखा गया। लेपर्ड सारणेश्वर मंदिर के पुराने बड़े दरवाजे के ऊपर से गुजर रहा था। यह जानवर अचानक दिखा और कुछ देर के लिए वहीं रुका। नीचे से गुजर रहे बाइक चालक इस खतरनाक दृश्य से पूरी तरह बेखबर थे।
एक व्यक्ति ने देखा कि लेपर्ड दरवाजे के ऊपर मौजूद है और तुरंत चिल्लाकर अन्य लोगों को सावधान किया। इसके बाद आसपास की भीड़ ने शोर मचाया, जिससे लेपर्ड ने लोगों की तरफ घूर्राना शुरू किया। कुछ समय के बाद यह पहाड़ी क्षेत्र की ओर चला गया और आसपास के लोग राहत की सांस लेकर घटनास्थल से दूर चले गए।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
लेपर्ड का यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि किस तरह लोग और वाहन चालक खतरे से अनजान हैं। सोशल मीडिया यूजर्स इस घटना को देखकर हैरान हैं और कई लोग वन विभाग की प्रतिक्रिया मांग रहे हैं।
वीडियो वायरल होने के बाद लोग जागरूक हुए और आसपास के बच्चों और निवासियों को सतर्क किया गया। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और वन विभाग की भी चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि यह जानवर किसी भी समय आबादी के पास दिखाई दे सकता है।
लेपर्ड के आने से इलाके में दहशत
लेपर्ड के शहर में दिखाई देने के बाद लोगों में भय का माहौल है। खासकर उस इलाके में जो स्कूल और आबादी के करीब है, वहां के लोग डर महसूस कर रहे हैं। स्थानीय निवासी यह मांग कर रहे हैं कि वन विभाग तुरंत कार्रवाई करे और लेपर्ड को सुरक्षित रूप से जंगल में छोड़ दिया जाए।
विशेष रूप से माता-पिता अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। स्कूलों के समीप रहने के कारण बच्चों के लिए खतरा अधिक बताया जा रहा है। लोग यह चाहते हैं कि प्रशासन और वन विभाग मिलकर जल्द से जल्द इस खतरे को टाले।