भारत ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले में इंग्लैंड को 336 रनों के बड़े अंतर से हराकर सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली। इस शानदार जीत में तेज गेंदबाज आकाश दीप का अहम योगदान रहा।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय तेज गेंदबाज आकाश दीप ने एजबेस्टन टेस्ट में ऐसा प्रदर्शन किया जिसने न सिर्फ भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई, बल्कि उनके नाम भी सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया। पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को 336 रनों से हराया और इस जीत में आकाश दीप का योगदान निर्णायक रहा।
तेज गेंदबाज आकाश दीप ने दोनों पारियों को मिलाकर कुल 10 विकेट झटके और इंग्लैंड में टेस्ट मैच में 10 विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बनने का गौरव हासिल किया। उनसे पहले यह उपलब्धि 1986 में चेतन शर्मा ने हासिल की थी, जिन्होंने इसी बर्मिंघम के मैदान पर 10 विकेट अपने नाम किए थे।
पहली पारी में शानदार आगाज
एजबेस्टन की पिच पर पहली पारी में आकाश दीप ने अपनी सधी हुई लाइन और लेंथ से इंग्लिश बल्लेबाजों को परेशान किया। उन्होंने 24 ओवर में 88 रन खर्च करते हुए चार अहम विकेट चटकाए। उनके लगातार तीखे शॉर्ट बॉल और सीम मूवमेंट ने इंग्लैंड की शीर्ष क्रम को संभलने का मौका ही नहीं दिया। इसी के चलते इंग्लैंड पहली पारी में 407 रनों पर ढेर हो गई और भारत को 180 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल हुई, जिसने मैच का रुख बदलने में बड़ी भूमिका निभाई।
दूसरी पारी में कहर बरपाया
दूसरी पारी में आकाश दीप का जलवा और भी ज्यादा खतरनाक नजर आया। पांचवें दिन बारिश से प्रभावित सत्र में उन्होंने 27 ओवर में 99 रन देकर छह विकेट निकाले और इंग्लैंड की रही-सही उम्मीदें भी खत्म कर दीं। खास बात यह रही कि उन्होंने बेन स्टोक्स, जैमी स्मिथ जैसे सेट बल्लेबाजों को भी अपनी रफ्तार और स्विंग से छकाया। इसी के साथ वह 39 साल बाद इंग्लैंड में 10 विकेट झटकने वाले भारतीय बने, जो भारतीय क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक क्षण कहा जा सकता है।
इंग्लैंड में दो पारियों में चार या उससे अधिक विकेट लेने वाले पांचवें भारतीय
केवल 10 विकेट ही नहीं, आकाश दीप ने एक और खास उपलब्धि हासिल की। वह इंग्लैंड में टेस्ट मैच की दोनों पारियों में चार या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले पांचवें भारतीय गेंदबाज भी बन गए हैं। उनसे पहले चेतन शर्मा (1986), जहीर खान (2007), जसप्रीत बुमराह (2021) और मोहम्मद सिराज (2021) ऐसा कर चुके हैं।
चेतन शर्मा ने 1986 में बर्मिंघम टेस्ट में पहली पारी में चार और दूसरी पारी में छह विकेट लिए थे। वहीं, जहीर खान ने 2007 में लॉर्ड्स टेस्ट में दोनों पारियों में क्रमशः चार और पांच विकेट झटके थे। जसप्रीत बुमराह ने 2021 में बर्मिंघम में पहली पारी में चार और दूसरी पारी में नौ विकेट चटकाए, जबकि सिराज ने उसी साल लॉर्ड्स में पहली पारी में चार और दूसरी पारी में चार विकेट लिए थे।
टीम इंडिया के लिए वरदान साबित हुए आकाश
आकाश दीप का यह प्रदर्शन सिर्फ व्यक्तिगत रिकॉर्ड नहीं था, बल्कि भारत की सीरीज में वापसी का आधार बना। उनकी गेंदबाजी ने इंग्लैंड की मजबूत बल्लेबाजी को घुटनों पर ला दिया। उनके स्पैल ने यह साबित कर दिया कि नई गेंद से लेकर रिवर्स स्विंग तक, आकाश दीप में वह सब कुछ है जो एक भरोसेमंद टेस्ट गेंदबाज में होना चाहिए।
कप्तान शुभमन गिल ने भी मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में आकाश दीप की तारीफ करते हुए कहा, आकाश ने जिस तरह दबाव में अपनी गेंदबाजी को कंट्रोल रखा और हमें अहम मौके पर विकेट दिलाए, वह अविश्वसनीय था। टीम का मनोबल बढ़ाने में उनकी भूमिका सबसे अहम रही।