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Gill vs Crawley: नासिर हुसैन के बयान से गरमाया माहौल, लॉर्ड्स टेस्ट में दिखा हाईवोल्टेज ड्रामा

Gill vs Crawley: नासिर हुसैन के बयान से गरमाया माहौल, लॉर्ड्स टेस्ट में दिखा हाईवोल्टेज ड्रामा
अंतिम अपडेट: 30-11--0001

लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन शुभमन गिल और जैक क्रॉली के बीच हुए विवाद ने मैच का माहौल गर्मा दिया। क्रॉली की समय बर्बाद करने की कोशिश पर गिल भड़क गए और दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इस पर नासिर हुसैन की प्रतिक्रिया और दिनेश कार्तिक की चुटकी ने चर्चा को और भी तेज कर दिया।

IND vs ENG, 3rd Test, at Lord's: लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेले जा रहे भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन रोमांच उस वक्त चरम पर पहुंच गया, जब शुभमन गिल और जैक क्रॉली के बीच मैदान पर गरमागरम बहस हो गई। यह घटना न केवल खिलाड़ियों तक सीमित रही, बल्कि कमेंट्री बॉक्स तक भी पहुंच गई, जहां नासिर हुसैन के एक बयान ने सोशल मीडिया पर बवाल खड़ा कर दिया।

विवाद की शुरुआत: पांचवीं गेंद पर क्रॉली की हरकत

दिन के आखिरी ओवर में जसप्रीत बुमराह गेंदबाजी कर रहे थे और जैक क्रॉली स्ट्राइक पर थे। बुमराह की पांचवीं गेंद क्रॉली के ग्लव्स पर लग गई, जिसके बाद उन्होंने खुद को घायल बताने का अभिनय करते हुए फिजियो को बुलाने का इशारा किया। शुभमन गिल को यह हरकत समय बर्बाद करने की कोशिश लगी और वे क्रॉली के पास जाकर उन्हें घूरते हुए अपनी नाराजगी जाहिर करने लगे।

खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया और अंपायर की दखल

गिल की प्रतिक्रिया के बाद भारतीय फील्डर्स ने तालियां बजाकर क्रॉली के इस व्यवहार पर व्यंग्यात्मक प्रतिक्रिया दी। माहौल काफी गर्म हो गया और अंपायर को बीच में आकर दोनों खिलाड़ियों को शांत करना पड़ा। इंग्लैंड के बल्लेबाज बेन डकेट भी गिल के पास आए और समझाने की कोशिश की। आखिरकार, अंपायर की मध्यस्थता से मामला शांत हुआ।

नासिर हुसैन की कमेंट्री से बढ़ा बवाल

घटना के दौरान स्काई स्पोर्ट्स पर कमेंट्री कर रहे पूर्व इंग्लिश कप्तान नासिर हुसैन ने कहा, 'क्रॉली को ग्लव्स पर गेंद लगी थी, उन्होंने सही किया फिजियो को बुलाया।" इस पर भारतीय कमेंटेटर दिनेश कार्तिक ने तुरंत सवाल किया, "क्या आपने कहा कि फिजियो को बुलाना सही था?' यह मजाकिया सवाल था लेकिन इससे माहौल और गरमा गया।

मैदान से कमेंट्री बॉक्स तक फैला तनाव

दिनेश कार्तिक और नासिर हुसैन के बीच यह संवाद सिर्फ मजाक में नहीं लिया गया। क्रिकेट प्रेमियों ने इसे गंभीरता से लिया और सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। कई भारतीय फैंस ने गिल का समर्थन किया और कहा कि इंग्लैंड के खिलाड़ी जानबूझकर समय बर्बाद कर रहे थे। वहीं इंग्लैंड के समर्थकों ने क्रॉली का बचाव किया और गिल को ओवररिएक्टिंग करने वाला बताया।

गिल का आक्रामक तेवर: नई कप्तानी की झलक

शुभमन गिल का यह रवैया दिखाता है कि वह मैदान पर कितने जुनूनी और अपनी टीम के लिए कितने सजग हैं। कप्तान के रूप में यह उनका नया रूप है, जहां वह ना केवल रणनीतिक रूप से मजबूत दिख रहे हैं बल्कि विपक्ष की हर चाल का जवाब भी उसी अंदाज़ में दे रहे हैं। यह घटना गिल के कप्तानी करियर के शुरुआती दिनों में उनकी दृढ़ता को दर्शाती है।

खेल भावना बनाम रणनीति: बहस जारी

क्रॉली द्वारा फिजियो बुलाने की घटना को लेकर दो धड़े बन गए हैं। एक पक्ष का कहना है कि चोट के समय फिजियो बुलाना सामान्य प्रक्रिया है, जबकि दूसरा पक्ष इसे समय बर्बाद करने की चाल मान रहा है। यह बहस इस बात को उजागर करती है कि टेस्ट क्रिकेट में अब माइंड गेम्स का भी उतना ही महत्व है जितना स्कोरबोर्ड पर रन और विकेट का।

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