Google Messages ने अपने सेंसिटिव कंटेंट वार्निंग फीचर को अब वीडियो तक बढ़ा दिया है। यह फीचर न्यूडिटी और अश्लील कंटेंट को पहचानकर वीडियो को ऑटोमैटिक ब्लर करेगा। यूजर्स चाहें तो ऐसे वीडियो बिना देखे डिलीट कर सकते हैं। डिवाइस पर ही डिटेक्शन होने के कारण प्राइवेसी सुरक्षित रहती है और यह फीचर बच्चों, टीन्स और एडल्ट्स दोनों के लिए उपयोगी है।
Google Messages Feature: Google Messages अब वीडियो में सेंसिटिव कंटेंट वार्निंग का फीचर रोलआउट कर रहा है। यह फीचर अश्लील या न्यूडिटी वाले वीडियो को पहले से ब्लर करेगा और यूजर्स को प्ले करने से पहले अलर्ट देगा। अक्टूबर 2025 में जारी यह अपडेट डिवाइस पर ही डिटेक्शन करता है, जिससे डेटा Google सर्वर पर नहीं जाता। बच्चों, टीन्स और एडल्ट्स सभी यूजर्स के लिए यह फीचर उनकी ऑनलाइन सुरक्षा और प्राइवेसी को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
वीडियो पर भी सेंसिटिव कंटेंट वार्निंग
Google Messages ने अब अपने सेंसिटिव कंटेंट वार्निंग फीचर को वीडियो तक बढ़ा दिया है। यह फीचर न्यूडिटी या अश्लील कंटेंट को पहचानकर वीडियो को पहले से ब्लर कर देगा। यूजर्स चाहे तो ऐसे वीडियो को बिना देखे ही डिलीट कर सकते हैं। यह अपडेट अगस्त में लॉन्च किए गए इमेज वॉर्निंग सिस्टम का विस्तार है और यूजर्स की प्राइवेसी और सुरक्षा को और मजबूत बनाता है।
इस फीचर के माध्यम से Google Messages इनकमिंग और आउटगोइंग दोनों वीडियो को स्कैन करेगा। Detection पूरी तरह डिवाइस पर होता है, यानी कोई डेटा Google के सर्वर पर नहीं जाता। SafetyCore Android फ्रेमवर्क का इस्तेमाल इसे पावर देता है, जिससे एक्सप्लिसिट कंटेंट का पता लगाने के साथ यूजर्स का डेटा सुरक्षित रहता है।
अपडेट का रोलआउट और फीचर्स
Google Messages का यह नया वीडियो डिटेक्शन फीचर अक्टूबर 2025 के प्ले सर्विसेज अपडेट (v25.39) के साथ रोलआउट किया जा रहा है। हालांकि, सभी डिवाइसेज पर यह तुरंत नहीं दिखेगा, क्योंकि अपडेट धीरे-धीरे फेज में जारी होता है।
नए फीचर के साथ ऐप में वीडियो के लिए ऑटो ब्लर, रिव्यू और डिलीट ऑप्शन मिलेगा। इसके अलावा, उम्र के अनुसार सेटिंग्स ऑटोमैटिक एडजस्ट होती हैं, जिससे यंग यूजर्स और एडल्ट्स दोनों सुरक्षित रहते हैं। यह फीचर Apple के iMessage के कम्युनिकेशन सेफ्टी फीचर जैसा है, लेकिन Google का सिस्टम बच्चों के अलावा टीन्स और एडल्ट्स के लिए भी डिज़ाइन किया गया है।
यूजर्स के लिए सुरक्षा और प्राइवेसी
यह अपडेट खास तौर पर यूजर्स की ऑनलाइन सुरक्षा बढ़ाने के लिए है। अश्लील कंटेंट को पहले से ब्लर करने से अनचाहे एक्सपोजर से बचाव होता है। डिवाइस पर ही डिटेक्शन होने के कारण मीडिया Google सर्वर पर अपलोड नहीं होता, जिससे प्राइवेसी बनी रहती है।
यूजर्स इस फीचर का लाभ उठाकर Google Messages में सुरक्षित और निर्बाध चैटिंग का अनुभव पा सकते हैं। यह फीचर विशेष रूप से बच्चों और टीन्स की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए अहम है।