महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने जर्मनी संग सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने Green Energy, Smart City, स्टार्टअप, रोजगार और शिक्षा को प्राथमिकता बताया और कहा कि युवाओं व छात्रों की समस्याओं के समाधान पर भी काम होना चाहिए।
New Delhi: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने जर्मनी के साथ सहयोग को और प्रगाढ़ करने की दिशा में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हरित ऊर्जा, शिक्षा, संस्कृति और स्टार्टअप्स जैसे क्षेत्रों में महाराष्ट्र और जर्मनी मिलकर नई संभावनाओं को जन्म दे सकते हैं। पवार ने इस बात पर बल दिया कि इसके लिए एक संयुक्त स्थायी समिति (Joint Standing Committee) की स्थापना की जानी चाहिए ताकि दोनों पक्षों के बीच दीर्घकालिक और प्रभावी साझेदारी विकसित हो सके।
जर्मन प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात
बुधवार को मुंबई के सह्याद्री गेस्ट हाउस में अजित पवार से जर्मनी के महावाणिज्य दूत क्रिस्टोफ हॉलियर के नेतृत्व में आए एक प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। इस मुलाकात में उप महावाणिज्य दूत भी शामिल थे। इस दौरान महाराष्ट्र-जर्मनी सहयोग परियोजनाओं की समीक्षा की गई और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।
बैठक में महाराष्ट्र-बाडेन-वुर्टेमबर्ग साझेदारी, कौशल प्रवासन (Skill Migration), व्यावसायिक प्रशिक्षण, अनुसंधान एवं विकास, उच्च शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान से जुड़े विषयों पर गहन चर्चा हुई।
हरित ऊर्जा और स्मार्ट सिटी पर सहयोग
अजित पवार ने साफ किया कि महाराष्ट्र आने वाले वर्षों में Green Energy, Sustainable Mobility और Smart Cities पर बड़ा फोकस कर रहा है। उन्होंने कहा कि जर्मनी इन क्षेत्रों में एक विकसित और मजबूत देश है और महाराष्ट्र उसके अनुभव से सीखकर बेहतर भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा सकता है। पवार ने इस बात पर भी जोर दिया कि अनुसंधान, स्टार्टअप इकोसिस्टम और तकनीकी विकास में सहयोग को और बढ़ाना होगा।
निवेशकों को मिलेगी पूरी मदद
उपमुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि महाराष्ट्र सरकार राज्य में निवेश करने वाले जर्मन उद्यमियों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि जो भी चुनौतियां विदेशी निवेशकों के सामने आती हैं, उन्हें दूर करने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से तैयार है। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र पहले से ही देश का प्रमुख निवेश गंतव्य है और सरकार इसे और आकर्षक बनाने की दिशा में काम कर रही है।
युवाओं और छात्रों पर विशेष फोकस
अजित पवार ने बैठक में यह भी कहा कि महाराष्ट्र के युवाओं के लिए जर्मनी में रोजगार के अधिक अवसर पैदा किए जाने चाहिए। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि बड़ी संख्या में भारतीय छात्र जर्मनी में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पवार ने आग्रह किया कि दोनों देशों को मिलकर छात्रों की समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।