GST रिफॉर्म के बाद FMCG कंपनियां ग्राहकों को फायदा पहुंचाने के लिए पैक का वजन बढ़ाकर पुराने दामों पर उत्पाद बेचने लगी हैं। पारले, बिसलेरी और मोंडेलेज़ जैसी कंपनियों ने 11-12% तक ज्यादा वजन वाले पैक तैयार किए हैं। इससे उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी और दुकानदारों को लेन-देन में आसानी होगी।
GST reform: GST दरों में हाल ही में कटौती और सरकार के स्पष्ट निर्देशों के बाद FMCG कंपनियों ने अपने प्रोडक्ट की प्लानिंग बदल दी है। पारले, बिसलेरी और मोंडेलेज़ जैसी बड़ी कंपनियां पुराने दामों पर पैक का वजन बढ़ाकर बाजार में ला रही हैं। इससे ₹2, ₹5, ₹10 और ₹20 के लोकप्रिय पैक उपभोक्ताओं को ज्यादा मात्रा में मिलेंगे। इस बदलाव से ग्राहकों को फायदा मिलेगा और दुकानदारों के लिए लेन-देन आसान होगा, जबकि अमूल अभी औपचारिक आदेश का इंतजार कर रहा है।
पुराने दाम पर ज्यादा वजन
GST दरों में कटौती के बाद कंपनियों ने यह तय किया कि वे पुराने पैक और कीमतों को बनाए रखें लेकिन पैक का वजन थोड़ा बढ़ा दें। इससे उपभोक्ताओं को सस्ते दामों में ज्यादा सामान मिलेगा। यह बदलाव खासकर रोजमर्रा के सामान जैसे बिस्कुट, स्नैक्स, दालचीनी, चीनी और दूध उत्पादों में नजर आएगा। अब बाजार में ₹2, ₹5, ₹10 और ₹20 जैसी लोकप्रिय कीमतों पर पुराने पैक के मुकाबले अधिक मात्रा में सामान उपलब्ध होगा।
सितंबर 22 से लागू GST दरों में कटौती के बाद कंपनियों को नियमों की अस्पष्टता के कारण समस्या हुई। सरकार ने स्पष्ट नहीं किया था कि क्या कंपनियां पुराने दामों पर वजन बढ़ाकर उत्पाद बेच सकती हैं या नहीं। इसके चलते ब्रांड्स ने कीमतों को असमान रूप से घटाया। उदाहरण के लिए पारले-G का ₹5 वाला पैक ₹4.45 में बिकने लगा और ₹1 की कैंडी 88 पैसे में मिल रही थी। इस वजह से दुकानदारों और ग्राहकों दोनों को असुविधा हुई।
ग्राहकों और दुकानदारों की परेशानी
गैर-राउंड कीमतों के कारण ग्राहक संतुष्ट नहीं थे। उन्हें छुट्टे पैसे लेने या देने में परेशानी होती थी। कई दुकानदार ग्राहकों को मिठाई या टॉफी देकर संतुलन बनाए रखते थे। डिजिटल पेमेंट करने वालों से पूरी रकम ली जाती थी, जिससे असमानता और असुविधा बढ़ गई।
सरकार ने दिया स्पष्ट निर्देश
अब सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि कंपनियां अगर पुराने दामों पर सामान बेचते समय पैक का वजन बढ़ाती हैं, तो यह जीएसटी नियमों का उल्लंघन नहीं माना जाएगा। इसके बाद पारले, बिसलेरी और मोंडेलेज़ जैसी बड़ी FMCG कंपनियों ने पुराने दामों पर नए पैक तैयार करना शुरू कर दिया है। ET की रिपोर्ट के अनुसार पारले प्रोडक्ट्स के उपाध्यक्ष मयंक शाह ने कहा कि अब बिस्कुट और स्नैक्स के पैक में 11-12 प्रतिशत तक ज्यादा वजन होगा, लेकिन दाम वही रहेंगे।
स्नैक्स उद्योग में तो नए पैक का उत्पादन भी शुरू हो चुका है क्योंकि इसमें ज्यादा बदलाव की जरूरत नहीं है।
अमूल ने औपचारिक आदेश का इंतजार किया
वहीं अमूल ने अभी पुराने दामों पर लौटने से इंकार किया है। अमूल के मैनेजिंग डायरेक्टर जयेन मेहता का कहना है कि जब तक सरकार कोई औपचारिक आदेश नहीं जारी करती, उनके उत्पादों के ग्रामेज और कीमत में बदलाव नहीं होगा। उनका मानना है कि ग्राहक को लाभ तभी मिलेगा जब स्पष्ट रूप से पैकिंग और कीमत में संतुलन दिखाया जाएगा।
छोटे बदलाव का बड़ा असर
FMCG कंपनियों ने पहले भी महंगाई के दौर में पैकेट का वजन कम किया था ताकि ₹5 या ₹10 जैसी कीमतें कायम रखी जा सकें। अब GST कटौती का फायदा सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए कंपनियां पुराने दाम पर ज्यादा वजन वाले पैक ला रही हैं। इसका असर ग्राहकों की संतुष्टि और दुकानदारों की सुविधा में दिखाई देगा।
ग्राहकों को अब पुराने दामों पर अधिक सामग्री मिलने से खरीदारी में आसानी होगी और दुकानदारों को लेन-देन के दौरान छुट्टे पैसे की उलझन नहीं होगी। इससे FMCG कंपनियों का ब्रांड इमेज भी मजबूत होगा और बाजार में ग्राहक विश्वास बढ़ेगा।