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हरदीप पुरी का दावा: 2030 तक भारत बनेगा आर्थिक महाशक्ति, FDI और GDP में ऐतिहासिक वृद्धि

हरदीप पुरी का दावा: 2030 तक भारत बनेगा आर्थिक महाशक्ति, FDI और GDP में ऐतिहासिक वृद्धि

हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत 2030 तक जर्मनी को पीछे छोड़ देगा। GDP 4.3 ट्रिलियन डॉलर हो गई है, 748 अरब डॉलर FDI आया और 27 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं।

Economy: भारत जल्द ही वैश्विक आर्थिक मंच पर एक नया इतिहास रचने जा रहा है। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दावा किया है कि भारत 2030 तक जर्मनी को पीछे छोड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उनका यह बयान इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) के 77वें स्थापना दिवस पर आया।

2014 से अब तक GDP में रिकॉर्ड वृद्धि

पुरी ने बताया कि 2014 में भारत की GDP जहां 2.1 ट्रिलियन डॉलर थी, वहीं 2025 तक यह बढ़कर 4.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच चुकी है। यानी एक दशक में अर्थव्यवस्था दोगुनी से भी अधिक बढ़ी है। उन्होंने कहा कि यह आर्थिक वृद्धि साहसिक सुधारों, मजबूत सामाजिक योजनाओं और वित्तीय अनुशासन का नतीजा है।

गरीबी उन्मूलन में भी बड़ी कामयाबी

पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि सरकार की नीतियों के चलते अब तक 27 करोड़ से अधिक लोग बहुआयामी गरीबी से बाहर आ चुके हैं। यह बदलाव प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत और जल जीवन मिशन जैसी योजनाओं के प्रभाव से संभव हुआ है।

प्रधानमंत्री आवास योजना और जल जीवन मिशन का असर

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब तक करीब 4 करोड़ घरों को मंजूरी दी जा चुकी है। इसके साथ ही जल जीवन मिशन के माध्यम से 15.4 करोड़ ग्रामीण परिवारों को पाइप से साफ पानी की सुविधा दी गई है। यह ग्रामीण भारत में जीवन स्तर सुधारने की दिशा में बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

स्वास्थ्य क्षेत्र में आयुष्मान भारत की भूमिका

पुरी ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत अब तक 70 करोड़ से ज्यादा लोगों को 5 लाख रुपये तक के स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिल चुका है। यह योजना भारत के समावेशी विकास के संकल्प को मजबूत करती है।

रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा FDI

भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 2014 से 2025 के बीच भारत ने 748 अरब डॉलर का FDI आकर्षित किया है। यह 2004 से 2014 की तुलना में 143 प्रतिशत अधिक है।

पुरी ने बताया कि FDI देने वाले देशों की संख्या भी 89 से बढ़कर 112 हो गई है, जो भारत की वैश्विक आर्थिक विश्वसनीयता को दर्शाता है।

टैक्सपेयर्स की संख्या में बड़ी बढ़त

पिछले एक दशक में आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या भी दोगुनी से ज्यादा हो गई है। 2013-14 में जहां 3.6 करोड़ लोगों ने ITR भरा था, वहीं 2024-25 तक यह संख्या 8.5 करोड़ हो चुकी है। यह टैक्सपेयर्स की बढ़ती जिम्मेदारी और आर्थिक पारदर्शिता की ओर संकेत करता है।

आर्थिक रणनीति में AI की अहमियत

मंत्री हरदीप पुरी ने चार्टर्ड अकाउंटेंट्स से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और एडवांस्ड एनालिटिक्स को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि फाइनेंस प्रोफेशन में अब सिर्फ अकाउंटिंग नहीं, बल्कि रणनीतिक सलाह देने और डेटा-संचालित निर्णय लेना भी जरूरी हो गया है। पुरी ने कहा, "AI को अपनाना अब विकल्प नहीं बल्कि ज़रूरत बन चुका है। यह वित्तीय दुनिया में प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए आवश्यक है।"

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