इंडिया गठबंधन ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। गठबंधन ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी को अपना उम्मीदवार चुना है। उनका मुकाबला एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन से होगा।
नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन ने अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। इंडिया ब्लॉक ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। सुदर्शन रेड्डी पहले गोवा के लोकायुक्त रह चुके हैं और उनका अनुभव न्यायिक और प्रशासनिक क्षेत्र में काफी समृद्ध है। इंडिया ब्लॉक की यह घोषणा एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के खिलाफ चुनावी मुकाबले को तैयार करती है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेड्डी के नाम की घोषणा करते हुए बताया कि इंडिया ब्लॉक की बैठक में सर्वसम्मति से इस नाम पर मुहर लगी। उन्होंने कहा कि यह केवल एक चुनावी लड़ाई नहीं, बल्कि विचारधारा की लड़ाई है, जो लोकतंत्र और न्याय के सिद्धांतों के लिए महत्वपूर्ण है।
बी. सुदर्शन रेड्डी का राजनीतिक और कानूनी सफर
बी. सुदर्शन रेड्डी ने अपने कैरियर की शुरुआत 1971 में हैदराबाद में आंध्र प्रदेश बार काउंसिल में अधिवक्ता के रूप में की थी। इसके बाद उन्होंने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में रिट और सिविल मामलों में प्रैक्टिस की। 1988 से 1990 तक रेड्डी सुप्रीम कोर्ट में सरकारी वकील के रूप में कार्यरत रहे। इसके अतिरिक्त उन्होंने केंद्र सरकार के अतिरिक्त स्थायी वकील के रूप में भी छह महीने तक काम किया।
उनकी न्यायिक सेवा में प्रमुख मोड़ तब आया जब उन्हें 2 मई 1995 को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया। इसके बाद 5 दिसंबर 2005 को गुवाहाटी हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस बनाए जाने का गौरव उन्हें प्राप्त हुआ। सुदर्शन रेड्डी ने गोवा के पहले लोकायुक्त के रूप में भी अपनी भूमिका निभाई और भ्रष्टाचार विरोधी कानूनों को मजबूत करने में योगदान दिया। इसके अलावा उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय के लिए कानूनी सलाहकार और स्थायी वकील के रूप में कार्य किया।
राधाकृष्णन बनाम सुदर्शन रेड्डी: मुकाबला तय
इंडिया गठबंधन ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए बी. सुदर्शन रेड्डी को चुनकर यह संदेश दिया है कि वह गैर-राजनीतिक, निष्पक्ष और अनुभवी उम्मीदवार के पक्ष में हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है और रेड्डी का चयन गठबंधन में एकता का प्रतीक है।इंडिया गठबंधन की बैठक में सभी दलों ने सर्वसम्मति से रेड्डी के नाम पर मुहर लगाई। टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने पहले गैर-राजनीतिक नाम चुनने की वकालत की थी। हालांकि, अंततः यह फैसला लिया गया कि रेड्डी के साथ मुकाबला कर गठबंधन की एकजुटता दिखाई जाए।
इस घोषणा के साथ ही उपराष्ट्रपति पद के लिए मुकाबला तय हो गया है। 9 सितंबर 2025 को होने वाले चुनाव में बी. सुदर्शन रेड्डी और सीपी राधाकृष्णन आमने-सामने होंगे। इस चुनाव को राजनीतिक संतुलन और न्यायिक अनुभव के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।