भारतीय नौसेना का नया स्टील्थ युद्धपोत INS तमाल रूस में लॉन्च हुआ। ब्रह्मोस से लैस यह फ्रिगेट आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम है।
INS Tamal: भारतीय नौसेना को आज एक और बड़ी ताकत मिलने जा रही है। INS तमाल नामक अत्याधुनिक स्टील्थ फ्रिगेट युद्धपोत का जलावतरण रूस के कैलिनिनग्राद स्थित यांतर शिपयार्ड में किया जाएगा। यह बहुउद्देशीय जहाज रडार से बच निकलने में सक्षम है और सतह, वायु और पनडुब्बी हमलों से मुकाबले के लिए सबसे आधुनिक तकनीकों से लैस है। INS तमाल आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान का जीवंत प्रतीक है।
रूस में होगा INS तमाल का जलावतरण
भारतीय नौसेना मंगलवार को रूस के कैलिनिनग्राद में INS तमाल का जलावतरण करने जा रही है। यह कार्यक्रम यांतर शिपयार्ड में आयोजित होगा। इस ऐतिहासिक अवसर की अध्यक्षता पश्चिमी नौसेना कमान के प्रमुख वाइस एडमिरल संजय जे सिंह करेंगे। भारत और रूस के शीर्ष रक्षा अधिकारियों और सरकारी प्रतिनिधियों की उपस्थिति में यह जलावतरण एक सामरिक साझेदारी की मजबूती का भी प्रतीक होगा।
स्टील्थ फ्रिगेट: रडार से बचने में सक्षम
INS तमाल एक स्टील्थ युद्धपोत है, जिसका मतलब है कि यह रडार पर दिखाई देना बहुत कठिन है। यह क्षमता युद्ध के समय इसे दुश्मन से छिपकर आगे बढ़ने और घातक हमला करने में सक्षम बनाती है। यह फ्रिगेट सतह से सतह, सतह से वायु और पनडुब्बी हमलों का जवाब देने के लिए तैयार है।
क्रिवाक श्रेणी का आठवां और तुशील श्रेणी का दूसरा युद्धपोत
INS तमाल क्रिवाक श्रेणी के फ्रिगेट्स की श्रृंखला का आठवां और तुशील श्रेणी का दूसरा युद्धपोत है। इसे भारतीय नौसेना की निगरानी में रूस के यांतर शिपयार्ड में तैयार किया गया है। इसका निर्माण भारतीय आवश्यकताओं और तकनीकी मानकों के अनुसार किया गया है।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और कदम
इस जहाज में लगभग 26% स्वदेशी उपकरणों का इस्तेमाल किया गया है। इसका डिज़ाइन रूसी सेवेरनोये डिज़ाइन ब्यूरो और भारतीय विशेषज्ञों के सहयोग से तैयार किया गया है। निर्माण के दौरान स्वदेशी उपकरणों की संख्या को 33 प्रणालियों तक बढ़ाया गया है। इसमें ब्रह्मोस एयरोस्पेस, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, केलट्रॉन और टाटा की नोवा इंटीग्रेटेड सिस्टम्स जैसी भारतीय कंपनियों का योगदान है।
ब्रह्मोस से लैस, लंबी दूरी तक मारक क्षमता
INS तमाल में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल लगाई गई है। यह मिसाइल 290 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तक अत्यंत सटीकता से लक्ष्य को भेद सकती है। यह मिसाइल एंटी-शिप और लैंड-अटैक दोनों प्रकार के अभियानों में सक्षम है। इसकी मौजूदगी से यह युद्धपोत किसी भी दुश्मन को चौकन्ना करने की ताकत रखता है।
अत्याधुनिक हथियार और सेंसर सिस्टम
INS तमाल में कई आधुनिक हथियार और सेंसर लगे हुए हैं, जो इसे बहुआयामी युद्ध अभियानों के लिए तैयार करते हैं। इसमें 100 मिमी की एडवांस नेवल गन और Close-In Weapon System (CIWS) गन शामिल हैं। टॉरपीडो और रॉकेट आधारित एंटी-सबमरीन हथियार भी जहाज का हिस्सा हैं।
साथ ही, इसमें HUMSA NG Mk II सोनार सिस्टम, ईओ/आईआर (Electro-Optical/Infrared) सिस्टम, एडवांस्ड वॉरफेयर रडार, नेटवर्क-केंद्रित युद्ध प्रणाली और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम लगाए गए हैं। यह सभी सिस्टम मिलकर युद्धपोत को समुद्री युद्ध के हर आयाम में ताकतवर बनाते हैं।
30 नॉट की अधिकतम गति और बहुउद्देशीय हेलीकॉप्टर संचालन क्षमता
INS तमाल की अधिकतम गति 30 नॉट है। यह युद्धपोत 3900 टन वजनी और 125 मीटर लंबा है। इसके डेक पर बहुउद्देशीय हेलीकॉप्टरों का संचालन संभव है, जो इसके अभियान क्षेत्र को और व्यापक बनाता है। हेलीकॉप्टरों की सहायता से जहाज समुद्री निगरानी, बचाव और हमला सभी में बेहतर प्रदर्शन कर सकता है।
गोवा शिपयार्ड में बनेगा तकनीक आधारित अगला युद्धपोत
भारत अब इसी तकनीक के आधार पर गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में दो और युद्धपोतों का निर्माण कर रहा है। यह आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी रक्षा निर्माण की दिशा में बड़ा कदम है। INS तमाल का निर्माण न केवल सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह रक्षा क्षेत्र में भारत की तकनीकी क्षमता और आत्मनिर्भरता को भी दर्शाता है।
पौराणिक विरासत और आधुनिक शक्ति का मेल
INS तमाल का नाम पौराणिक मान्यताओं से प्रेरित है। 'तमाल' नाम उस दिव्य तलवार का प्रतीक है जिसे देवताओं के राजा इंद्र ने युद्ध के लिए इस्तेमाल किया था। इसके शुभंकर का नाम 'द ग्रेट बियर्स' है, जो भारतीय पौराणिक पात्र जाम्बवंत और रूसी भूरे भालू के संयोजन से प्रेरित है। इसका आदर्श वाक्य है – ‘सर्वदा सर्वत्र विजया’, जिसका अर्थ है – हर समय, हर स्थान पर विजय।