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iOS 26 में FaceTime का नया सेंसरशिप फीचर: अश्लीलता पर लगेगा ब्रेक, कॉल होगी ऑटोमैटिक ब्लर

iOS 26 में FaceTime का नया सेंसरशिप फीचर: अश्लीलता पर लगेगा ब्रेक, कॉल होगी ऑटोमैटिक ब्लर

एपल के आने वाले iOS 26 अपडेट में कई बड़े बदलाव शामिल होंगे, लेकिन हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक FaceTime में एक बेहद खास और प्राइवेसी से जुड़ा फीचर जोड़ा गया है।

टेक्नोलॉजी: Apple हर नए iOS अपडेट के साथ यूजर्स की सुरक्षा और प्राइवेसी को लेकर नए कदम उठाता रहा है। इसी कड़ी में iOS 26 में कंपनी ने एक ऐसा फीचर शामिल किया है, जिसे सुनकर कई लोग चौंक जाएंगे। दरअसल, iOS 26 के बीटा वर्जन में FaceTime कॉल के दौरान यदि कैमरे के सामने नग्नता या किसी भी तरह की संवेदनशील चीज दिखती है, तो ऑडियो और वीडियो अपने आप बंद हो जाएगा।

FaceTime पर कॉल करने वाले यूजर को एक अलर्ट मैसेज मिलेगा, जिसमें लिखा होगा, “ऑडियो और वीडियो रोके गए हैं क्योंकि हो सकता है कि आप कुछ संवेदनशील दिखा रहे हों। यदि आप असहज महसूस करते हैं, तो कॉल समाप्त कर सकते हैं।” इसके बाद यूजर को दो विकल्प मिलेंगे—कॉल फिर से शुरू करना या कॉल को यहीं खत्म करना।

Communication Safety का हिस्सा है यह फीचर

Apple ने WWDC 2025 में अपनी Communication Safety नीति को और मजबूत बनाने का ऐलान किया था। इसी के तहत इस नए फीचर को iOS 26 में शामिल किया गया है। शुरुआत में माना जा रहा था कि यह फीचर सिर्फ बच्चों या फैमिली शेयरिंग अकाउंट्स के लिए होगा, लेकिन बीटा टेस्टिंग में यह सामने आया कि यह सभी यूजर्स के लिए एक्टिव रहेगा।

इसका मतलब है कि चाहे कोई भी FaceTime कॉल कर रहा हो, जैसे ही कैमरे के सामने नग्नता या कोई आपत्तिजनक वस्तु आती है, कॉल ऑटोमैटिकली कुछ पल के लिए रुक जाएगी। यह पूरी प्रक्रिया AI आधारित पहचान तकनीक पर आधारित होगी, जो तुरंत उस कंटेंट को स्कैन कर प्रतिक्रिया देगी।

Photos App में भी दिखेगा ऐसा ही सिस्टम

Apple ने Photos App में भी Shared Albums के लिए एक समान फीचर लागू करने की बात कही थी। वहां पर अगर किसी फोटो में नग्नता या अश्लील कंटेंट दिखता है, तो उसे अपने आप ब्लर कर दिया जाएगा और यूजर को विकल्प दिया जाएगा कि वे उसे देखना चाहते हैं या नहीं। Apple का कहना है कि इन कदमों का मकसद डिजिटल वेलबीइंग और यूजर सेफ्टी को बढ़ाना है, खासकर युवाओं और बच्चों के लिए। कंपनी नहीं चाहती कि कोई यूजर अचानक किसी अनचाहे या आपत्तिजनक दृश्य से परेशान हो जाए।

क्या फाइनल वर्जन में रहेगा यह फीचर?

फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि जब iOS 26 का फाइनल स्टेबल वर्जन जारी किया जाएगा, तब यह सेंसरशिप फीचर हर किसी के लिए ऑन रहेगा या यूजर को इसे बंद करने का विकल्प मिलेगा। हालांकि Apple के रुख से यह जरूर समझ आता है कि कंपनी प्राइवेसी और डिजिटल सुरक्षा को लेकर पहले से कहीं ज्यादा सख्त रवैया अपना रही है।

विशेषज्ञ मानते हैं कि यह फीचर बच्चों और टीनएजर्स के लिए काफी उपयोगी होगा, क्योंकि कई बार ऑनलाइन क्लासेस या वीडियो कॉल्स के दौरान भी कुछ लोग अश्लील कंटेंट दिखाकर साइबरबुलींग जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। iOS 26 का यह कदम ऐसे मामलों को रोकने में मददगार साबित हो सकता है।

AI तकनीक का इस्तेमाल

FaceTime में यह नई सेंसरशिप तकनीक पूरी तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित है। जैसे ही कैमरा किसी संवेदनशील दृश्य को पकड़ता है, तुरंत सिस्टम का AI एल्गोरिदम सक्रिय होकर वीडियो और ऑडियो फीड को ब्लर कर देता है। Apple ने इसके लिए मशीन लर्निंग मॉडल्स को ट्रेन किया है ताकि नग्नता, अश्लील इशारे या किसी भी तरह की संवेदनशील वस्तु को तुरंत पहचाना जा सके।

बीटा वर्जन यूजर्स के बीच इस फीचर को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आई है। कुछ यूजर्स ने इसकी तारीफ करते हुए कहा कि यह वीडियो कॉल के दौरान बच्चों और फैमिली मेंबर्स की सुरक्षा के लिए अच्छा कदम है। वहीं, कुछ लोगों ने इसे प्राइवेसी में अनावश्यक दखल बताया, क्योंकि उनका मानना है कि FaceTime कॉल दो लोगों के बीच की निजी बातचीत है और इसमें सेंसरशिप लागू करना ओवररिएक्शन जैसा लगता है।

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