अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले के जवाब में ईरान ने इजरायल के शहरों और एयरपोर्ट पर 27 मिसाइलें दागीं। इससे मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ गया है। डोनाल्ड ट्रंप ने शांति की अपील की है।
Iran Attack on Israeli: रविवार शाम को मिले परमाणु ठिकानों पर हमला करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे “शानदार सैन्य सफलता” करार दिया। उन्होंने कहा कि बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स ने ईरान की प्रमुख परमाणु क्षमताओं को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप की इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि इसे इतिहास परिवर्तनकारी मोड़ कहा जा सकता है। नेतन्याहू ने कहा, “बधाई हो ट्रंप, आपके साहसिक निर्णय से सुरक्षा का संतुलन बदलेगा।”
ईरान ने दिया करारा जवाब
अमेरिकी हमलों के कुछ घंटों बाद ही ईरान ने इजरायल की राजधानी तेल अवीव समेत हाइफा, बेन गुरियन एयरपोर्ट और अन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए दो बैचों में कुल 27 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं।
इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने पुष्टि की कि इन मिसाइलों में से कुछ तेल अवीव के पास बेन गुरियन एयरपोर्ट को भी प्रभावित करने वाली थीं। IDF ने बताया कि मिसाइल लॉन्च के कारण पूरे इज़राइल में एयर सायरन बज उठे।
कम से कम 11 लोग इन हमलों में घायल हुए हैं, हालांकि अभी तक कोई बड़े पैमाने पर जान-माल की हानि की खबर नहीं है। कई एयरलाइंस ने इज़राइल और आसपास के देशों में फ्लाइट रद्द कर दी हैं।
मिडिल ईस्ट में बढ़ा तनाव
यह गतिरोध इजरायल और ईरान के बीच शुरू हुए “ऑपरेशन राइजिंग लायन” के बाद से जारी है। इजरायल ने ईरान पर मिसाइल और ड्रोन हमले करके परमाणु विकास को रोकने की चेतावनी दी थी। इजरायल का तर्क है कि तेहरान परमाणु हथियारों की दिशा में तेज़ी से बढ़ रहा है, जिससे उसकी सुरक्षा खतरे में है।
अब इस ताज़ा हमले के बाद मिडिल ईस्ट-region में स्थिरता का संकट पैदा हो गया है। तेल की कीमतों में उछाल आने की संभावना भी जताई जा रही है। इस क्षेत्र पर वैश्विक आर्थिक और सुरक्षा दृष्टि से निगाहें टिकी हुई हैं।
ट्रम्प की अपील
राष्ट्रपति ट्रंप ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका शांति चाहता है लेकिन यदि ईरान शांति प्रस्ताव को नहीं मानता, तो अमेरिका हर संभव विकल्प पर विचार करेगा। ट्रंप ने ईरान को दो हफ्तों का समय दिया है ताकि वे बातचीत के लिए सहमत हो जाएं।