सरकारी एनर्जी कंपनी IREDA 14 अक्टूबर, 2025 को वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान करेगी। निवेशकों को डिविडेंड मिलने की संभावना पर कंपनी ने कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। Q2 में इरेडा ने 33,148 करोड़ रुपये के लोन मंजूर किए, जो पिछले वर्ष की तुलना में 86% अधिक हैं।
IREDA Q2 Results: भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (IREDA) 14 अक्टूबर, 2025 को अपने वित्त वर्ष 2025-26 की जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजों की घोषणा करेगी। बोर्ड मीटिंग में Q2 के प्रदर्शन पर विचार कर उसे मंजूरी दी जाएगी। कंपनी ने निवेशकों के लिए डिविडेंड के ऐलान पर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। इस तिमाही में इरेडा ने 33,148 करोड़ रुपये के लोन मंजूर किए हैं, जो पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 86% अधिक हैं।
IREDA के बारे में
IREDA सरकार की 'नवरत्न' कंपनी है और यह नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) के प्रशासनिक नियंत्रण में आती है। कंपनी का गठन 1987 में एक नॉन-बैंकिंग वित्तीय संस्थान के रूप में हुआ था। यह पब्लिक लिमिटेड सरकारी कंपनी है और अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए काम करती है।
बोर्ड मीटिंग और ट्रेडिंग विंडो
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा है कि बोर्ड की बैठक 14 अक्टूबर को होगी। साथ ही, कंपनी ने यह भी जानकारी दी कि सुरक्षा से संबंधित लेनदेन के लिए 'ट्रेडिंग विंडो' 1 अक्टूबर, 2025 से बंद कर दी गई है। यह बंदी तिमाही और छमाही नतीजों की घोषणा के 48 घंटे बाद तक लागू रहेगी।
निवेशकों को डिविडेंड मिलेगा या नहीं
IREDA ने नवंबर 2023 में लिस्टिंग के बाद से अपने शेयरधारकों को कोई डिविडेंड नहीं दिया है। Q2 के नतीजों के साथ ही यह स्पष्ट होगा कि निवेशकों के लिए पहली बार डिविडेंड की घोषणा होगी या नहीं। कंपनी ने इस बारे में अभी तक आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है।
वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में, IREDA ने कुल 33,148 करोड़ रुपये के लोन मंजूर किए हैं। यह पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में मंजूर किए गए 17,860 करोड़ रुपये से 86 प्रतिशत अधिक है। इस बढ़ोतरी से स्पष्ट होता है कि कंपनी का व्यवसाय लगातार मजबूत हो रहा है और अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश में तेजी आई है।
इरेडा के शेयरों की स्थिति
9 अक्टूबर को BSE पर IREDA के शेयर सपाट रहते हुए हरे निशान में 149.15 रुपये पर बंद हुए। कंपनी ने नवंबर 2023 में अपना आईपीओ लॉन्च किया था। इस IPO में शेयर 32 रुपये प्रति शेयर पर जारी किए गए थे। शेयर बाजार में इसकी शुरुआती कीमत 50 रुपये प्रति शेयर रही।
पिछले एक साल में IREDA के शेयर में करीब 35 प्रतिशत की कमजोरी देखी गई है। हालांकि, निवेशक Q2 के नतीजों और संभावित डिविडेंड की उम्मीद के साथ शेयर की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
वित्तीय प्रदर्शन
IREDA की वित्तीय सेहत पिछले कुछ वर्षों में मजबूत रही है। कंपनी ने अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए लगातार लोन की मंजूरी बढ़ाई है। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार की अक्षय ऊर्जा योजना के तहत IREDA की भूमिका महत्वपूर्ण बनी हुई है।
कंपनी के शेयर निवेशकों के लिए आकर्षक बने हुए हैं, क्योंकि सरकारी बैकिंग और नवरत्न कंपनी का दर्जा इसे अन्य निजी कंपनियों की तुलना में अधिक भरोसेमंद बनाता है। हालांकि शेयर में हाल की कमजोरी निवेशकों के लिए सतर्कता की वजह बन सकती है।