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कोटक MF ने सिल्वर ETF में एकमुश्त निवेश पर लगाई रोक, निवेशकों के लिए सतर्क रहने की चेतावनी

कोटक MF ने सिल्वर ETF में एकमुश्त निवेश पर लगाई रोक, निवेशकों के लिए सतर्क रहने की चेतावनी

कोटक म्यूचुअल फंड ने सिल्वर ETF में नई एकमुश्त निवेश पर अस्थाई रोक लगा दी है। इसका कारण घरेलू प्रीमियम का उच्च स्तर और बाजार में भावनाओं के प्रभाव से मूल्य वृद्धि है। MD नीलेश शाह के अनुसार, यह कदम निवेशकों के हितों की सुरक्षा के लिए लिया गया है। SIP और रिडेम्पशन जारी रहेंगे।

Silver ETF: कोटक म्यूचुअल फंड ने घरेलू सिल्वर प्रीमियम में तेज उछाल के कारण अपने सिल्वर ETF में नई एकमुश्त निवेश पर अस्थाई रोक लगा दी है। कोटक AMC के MD नीलेश शाह ने बताया कि यह कदम निवेशकों के हितों की सुरक्षा और ETF प्रीमियम को स्थिर करने के लिए लिया गया है। हालांकि, SIP निवेश और रिडेम्पशन बिना किसी बाधा जारी रहेंगे। फंड हाउस का कहना है कि ETF ट्रेडिंग खुली रहेगी और प्रीमियम सामान्य होने पर नए सब्सक्रिप्शन फिर से शुरू होंगे।

अस्थाई रोक के पीछे का कारण

नीलेश शाह ने बताया कि सिल्वर ETF का मौजूदा प्रीमियम 10 फीसदी तक पहुंच गया है। इसका कारण ग्लोबल कीमतों की तुलना में घरेलू बाजार में चांदी की बढ़ती मांग और सप्लाई की कमी है। उन्होंने कहा कि सिल्वर की कीमतें डॉलर के आधार पर तय होती हैं, जिसमें इंपोर्ट ड्यूटी और जीएसटी भी शामिल हैं। इस वजह से निवेशक जब ETF खरीदते हैं तो उन्हें यह प्रीमियम भी चुकाना पड़ता है।

नीलेश शाह ने यह भी स्पष्ट किया कि अंडरलेइंग कोटक सिल्वर ईटीएफ ट्रेडिंग के लिए खुला रहेगा। प्रीमियम स्थिर होने के बाद नए सब्सक्रिप्शन के लिए फिर से खुला जाएगा। उन्होंने कहा कि फंड हाउस का चांदी पर लॉन्ग-टर्म तेजी का नजरिया मजबूत है। ग्लोबल एनर्जी ट्रांजिशन और बाजार में उतार-चढ़ाव के खिलाफ चांदी की भूमिका एक हेज के रूप में मजबूत बनी रहेगी।

बाजार के हालात

सैमको सिक्योरिटीज के अपूर्व शेठ ने भी इस स्थिति पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि एनएसई पर SBI सिल्वर, HDFC सिल्वर और एक्सिस सिल्वर जैसे बड़े ईटीएफ 9 से 13 फीसदी तक बढ़ गए हैं। यह अपने नेट असेट वैल्यू (NAV) से काफी ऊपर कारोबार कर रहे हैं। वहीं, एमसीएक्स सिल्वर दिसंबर वायदा में 0.6 फीसदी की गिरावट आई है। यह संकेत देता है कि सिल्वर ETF की तेजी फंडामेंटल्स के दम पर नहीं, बल्कि भावनाओं के प्रभाव में हो रही है।

शेठ ने निवेशकों को धैर्य रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे ETF में अभी निवेश करना सही समय नहीं है। उन्हें सलाह दी कि कीमतों के कम होने या NAV के बाजार के साथ तालमेल बिठाने का इंतजार करना चाहिए। उनका कहना है कि चांदी का लॉन्ग-टर्म आउटलुक मजबूत बना हुआ है, लेकिन निवेश का सही समय चुनना ज्यादा महत्वपूर्ण है।

निवेशकों पर असर

कोटक MF के इस कदम से छोटे और बड़े निवेशकों दोनों की नजरों में निवेश पर सतर्कता बढ़ गई है। मौजूदा समय में, जो निवेशक उच्च प्रीमियम पर सिल्वर ETF खरीदना चाहते थे, उन्हें रोकना पड़ा। वहीं, SIP निवेशक और जो पहले से निवेश कर चुके हैं, उनके लिए कोई बाधा नहीं है।

नीलेश शाह ने कहा कि यह रोक अस्थाई है और जैसे ही बाजार में प्रीमियम स्थिर होगा, नए निवेशकों के लिए सिल्वर ETF खुल जाएगा। इसका मतलब यह है कि निवेशकों को अपने निवेश निर्णयों में धैर्य और सतर्कता बनाए रखनी होगी।

कोटक ने प्रीमियम पर निवेश रोका

विश्लेषकों का कहना है कि चांदी का दीर्घकालिक मूल्यांकन मजबूत है। वैश्विक स्तर पर चांदी की मांग लगातार बनी हुई है, विशेषकर उद्योग और निवेश दोनों क्षेत्रों में। ग्लोबल मार्केट में चांदी की कीमतों में तेजी, अमेरिकी डॉलर की कमजोरी और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी से भी समर्थित है।

नीलेश शाह और अपूर्व शेठ दोनों ने यह स्पष्ट किया कि फिलहाल प्रीमियम पर निवेश जोखिम भरा हो सकता है। निवेशकों को चाहिए कि वे बाजार की गति और NAV के संतुलन को देखकर ही निवेश करें।

इस स्थिति में कोटक MF का कदम यह दर्शाता है कि फंड हाउस बाजार की अस्थिरता के समय निवेशकों के हितों को प्राथमिकता देता है। यह निर्णय न केवल निवेशकों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि बाजार में व्यवस्थित निवेश के महत्व को भी रेखांकित करता है।

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