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जम्मू-कश्मीर किश्तवाड़ में बादल फटने से तबाही, मचैल माता यात्रा मार्ग प्रभावित, भारी नुकसान की आशंका

जम्मू-कश्मीर किश्तवाड़ में बादल फटने से तबाही, मचैल माता यात्रा मार्ग प्रभावित, भारी नुकसान की आशंका

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से मचैल माता यात्रा मार्ग पर बाढ़ जैसे हालात, कई लंगर प्रभावित और 10 लोगों की मौत की आशंका जताई गई है।

Jammu Kashmir Cloudburst: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चिशोती गांव में गुरुवार को बादल फटने की घटना में भारी तबाही की आशंका जताई जा रही है। यह इलाका मचैल माता यात्रा मार्ग पर स्थित है। अचानक आई इस आपदा के कारण यात्रा मार्ग बाधित हो गया है और कई स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। शुरुआती जानकारी के अनुसार, इस घटना में कम से कम 10 लोगों के मारे जाने की आशंका है, हालांकि आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है।

सुबह हुई तेज बारिश के बीच हादसा

गुरुवार सुबह जम्मू संभाग के कई जिलों में तेज बारिश हो रही थी। इसी दौरान लगभग 12 बजे चिशोती इलाके में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई। यह वही स्थान है, जहां से प्रसिद्ध मचैल माता यात्रा शुरू होती है। तेज बारिश और बादल फटने के चलते पानी का बहाव तेज हो गया, जिससे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों और यात्रियों ने अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों की ओर रुख किया।

लंगरों में हुआ नुकसान

मचैल माता यात्रा के दौरान चिशोती में कई लंगर लगाए जाते हैं। घटना के समय वहां मौजूद कई लंगरों में पानी घुस गया और कुछ लंगरों के टेंट व सामान बहने की खबर है। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, एक लंगर पूरी तरह से बाढ़ में बह गया। हालांकि, अब तक इन लंगरों में मौजूद लोगों के हताहत होने की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

प्रशासन की त्वरित कार्रवाई

किश्तवाड़ के जिला उपायुक्त पंकज कुमार ने बताया कि बादल फटने की सूचना मिलते ही प्रशासन ने तुरंत बचाव दल को मौके पर भेज दिया। उन्होंने कहा कि स्थिति का आकलन किया जा रहा है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री और स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया

केंद्रीय मंत्री और ऊधमपुर-डोडा से सांसद डॉ जितेंद्र सिंह ने घटना की जानकारी मिलते ही किश्तवाड़ के जिला उपायुक्त से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण भारी नुकसान होने की आशंका है और स्थानीय प्रशासन को हर संभव बचाव और राहत कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने भी जिला प्रशासन से तत्काल संपर्क कर हालात का जायजा लेने को कहा है।

मचैल माता यात्रा पर असर

मचैल माता यात्रा जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के पाडर क्षेत्र में स्थित मचैल माता मंदिर तक जाने वाला धार्मिक मार्ग है। हर साल देशभर से लाखों श्रद्धालु इस यात्रा में शामिल होते हैं। वर्तमान में भी यह यात्रा चल रही थी, लेकिन बादल फटने और बाढ़ की वजह से मार्ग बाधित हो गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, बाढ़ ने यात्रा मार्ग के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचाया है और कुछ पुल भी बह गए हैं।

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तैनाती

बचाव कार्य में स्थानीय प्रशासन के साथ पुलिस, सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें भी जुटी हुई हैं। प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने और फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने का काम जारी है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की संवेदना

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। साथ ही सिविल प्रशासन, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ अधिकारियों को राहत और बचाव अभियान को तेज करने के निर्देश दिए।

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