महाराष्ट्र की राजनीति इन दिनों एनसीपी (शरद पवार गुट) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल को लेकर गर्माई हुई है। इस्तीफे की अटकलों के बीच बीजेपी नेता और मंत्री गिरीश महाजन ने बड़ा बयान देकर सियासी हलचल को और हवा दे दी है। उन्होंने दावा किया है कि पाटिल अपनी पार्टी से संतुष्ट नहीं हैं और लगातार उनके संपर्क में हैं। हालांकि महाजन ने यह भी साफ किया कि पाटिल ने कभी उनके सामने न इस्तीफे की बात की और न ही पार्टी छोड़ने का संकेत दिया।
इस्तीफे की अटकलों के बीच पार्टी का इनकार
हाल ही में यह चर्चा जोरों पर है कि जयंत पाटिल ने एनसीपी (एसपी) के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है और उनकी जगह एमएलसी शशिकांत शिंदे को यह जिम्मेदारी मिल सकती है। हालांकि पार्टी ने इन खबरों को भ्रामक बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया है। एनसीपी (शरद पवार गुट) की ओर से शनिवार को साफ किया गया कि पाटिल ने कोई इस्तीफा नहीं दिया है और इस मामले को लेकर मंगलवार को अहम बैठक बुलाई गई है।
10 जून को पार्टी की 26वीं वर्षगांठ के मौके पर जयंत पाटिल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए संकेत जरूर दिए थे कि वे संगठन में बदलाव के लिए पद छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। खास बात यह रही कि उस समय मंच पर पार्टी प्रमुख शरद पवार भी मौजूद थे, जिसके बाद से ही अटकलों को और बल मिला।
परिवार बनाम कार्यकर्ता का मुद्दा
गिरीश महाजन ने पाटिल की नाराज़गी को पार्टी में 'परिवार बनाम समर्पित कार्यकर्ता' की लड़ाई के रूप में पेश किया। उन्होंने सीधे तौर पर शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले पर निशाना साधते हुए कहा कि एनसीपी जैसी पार्टियां एक परिवार की तरह चल रही हैं, जहां राजनीति सिर्फ बेटी, भतीजे और दामाद के इर्द-गिर्द घूमती है। महाजन ने आरोप लगाया कि इस वजह से समर्पित और वरिष्ठ नेता खुद को हाशिए पर महसूस करते हैं, और कई बार पार्टी छोड़ने का विचार करते हैं।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह स्थिति सिर्फ एनसीपी तक सीमित नहीं है, बल्कि कांग्रेस जैसी पार्टियों में भी यही हाल देखने को मिल रहा है। अब यह टकराव किसी से छिपा नहीं रह गया है।
अन्य मुद्दों पर भी बोले महाजन
गिरीश महाजन ने यूनेस्को द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के 12 किलों को विश्व धरोहर का दर्जा दिए जाने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि जब वे राज्य के पर्यटन मंत्री थे, तब इन किलों की सूची यूनेस्को को भेजी गई थी। अब इन किलों को वैश्विक पहचान के साथ बेहतर संरक्षण और पर्यटन विकास का लाभ मिलेगा।
वहीं, ईडी की जांच को लेकर एनसीपी विधायक रोहित पवार पर पूछे गए सवाल पर महाजन ने कहा कि जो भी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उन्हें उसके परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने साफ कहा कि अगर रोहित पवार खुद को निर्दोष मानते हैं, तो उन्हें जांच से घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
संजय शिरसाट के वीडियो पर चुप्पी
शिवसेना विधायक संजय शिरसाट के वायरल वीडियो में दिख रहे संदिग्ध बैग को लेकर जब महाजन से सवाल किया गया कि उसमें पैसे थे या कपड़े, तो उन्होंने सीधा जवाब देने से परहेज किया। उन्होंने कहा कि असली सवाल यह है कि वीडियो बनाया किसने और इसका मकसद क्या था। अब जब वीडियो सामने आ चुका है, तो इसकी मंशा और साजिश की जांच जरूरी हो गई है।