शहर के चौराहों पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स फिर से सक्रिय किए गए हैं। अब किसी भी आपात स्थिति में एक बटन दबाते ही पुलिस तुरंत मदद के लिए पहुंचेगी, जिससे फोन मिलाने का झंझट खत्म होगा।
लखनऊ: राजधानी के मुख्य चौराहों पर अब नागरिक किसी भी आपात स्थिति में तुरंत पुलिस सहायता प्राप्त कर सकेंगे। शहर में वर्षों से लगे इमरजेंसी कॉल बॉक्स को पुनः सक्रिय कर दिया गया है। अब नागरिक केवल एक बटन दबाकर पुलिसकर्मियों को सूचना भेज सकते हैं, जो तुरंत घटनास्थल पर पहुंचेंगे। यह सुविधा शहर के दस प्रमुख चौराहों पर उपलब्ध कराई गई है।
सड़क हादसे में कॉल बॉक्स से तुरंत मदद
पुलिस ने बताया कि अगर किसी के साथ सड़क पर आपराधिक घटना होती है या कोई विपत्ति उत्पन्न होती है, तो वह इमरजेंसी कॉल बॉक्स में लगे बटन को दबा सकता है। जैसे ही बटन दबाया जाएगा, सूचना सीधे आईटीएमएस (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) में पहुंचेगी।
आईटीएमएस में मौजूद अधिकारी तुरंत चौराहा चिह्नित कर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित करेंगे। इसके बाद घटनास्थल पर तैनात पुलिस और ट्रैफिक कर्मी तत्काल पीड़ित की सहायता के लिए पहुंचेंगे। पुलिस का कहना है कि यह व्यवस्था 24 घंटे सक्रिय रहेगी और क्वीक रेस्पॉन्स के तहत मदद के समय को न्यूनतम करने में मदद करेगी।
शहर के सभी कॉल बॉक्स अब सक्रिय होंगे
शहर में 2021 से 2023 के बीच कई चौराहों पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाए गए थे। लेकिन तकनीकी खामी के कारण ये सालों तक निष्क्रिय रहे। डीसीपी क्राइम ब्रांच कमलेश दीक्षित ने बताया कि तकनीकी फॉल्ट दूर कर अब सभी दस कॉल बॉक्स को पूर्ण रूप से सक्रिय किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इन बॉक्सों की मॉनिटरिंग आईटीएमएस ऑफिस से ऑनलाइन की जाएगी। इससे अधिकारी हर कॉल का रिकॉर्ड रख सकेंगे और तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित होगी। यदि यह प्रयोग सफल रहा तो इसे शहर के अन्य चौराहों पर भी विस्तारित किया जाएगा।
जनता को कॉल बॉक्स के इस्तेमाल की जानकारी
डीसीपी कमलेश दीक्षित ने यह भी बताया कि लोगों को इन कॉल बॉक्स की जानकारी न होने के कारण पहले इसका उपयोग नहीं हो पा रहा था। इसलिए अब हर कॉल बॉक्स पर बोर्ड लगाए जाएंगे, जिन पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स के फायदे और उपयोग की स्पष्ट जानकारी लिखी होगी।
साथ ही पुलिस ने बताया कि प्रचार-प्रसार के माध्यम से नागरिकों को यह सुविधा समझाई जाएगी। इसका उद्देश्य यह है कि शहर में किसी भी समय आपात स्थिति में लोग बिना हिचकिचाहट के मदद के लिए कॉल बॉक्स का इस्तेमाल कर सकें।
कॉल बॉक्स दुरुपयोग रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ाई जाएगी
पुलिस ने यह भी चेतावनी दी है कि कॉल बॉक्स का दुरुपयोग भी हो सकता है। कुछ लोग केवल पुलिस एक्टिवनेस की जांच करने के लिए बटन दबा सकते हैं। ऐसे मामलों में पुलिस ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है।
सभी कॉल बॉक्स सीसीटीवी कैमरों और आईटीएमएस रूम की निगरानी में होंगे। फुटेज के जरिए किसी भी दुरुपयोगकर्ता की पहचान कर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि यह व्यवस्था न केवल आपात स्थिति में मदद करेगी, बल्कि शहर में सुरक्षा और ट्रैफिक नियंत्रण को भी मजबूत बनाएगी।