मेडागास्कर में सैन्य तख्तापलट के बाद कर्नल माइकल रैंड्रियनिरिना राष्ट्रपति बने। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने संवैधानिक व्यवस्था की वापसी की अपील की। अपदस्थ राष्ट्रपति राजोइलिना देश छोड़ चुके हैं और अफ्रीकी संघ ने मेडागास्कर को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया।
World Update: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने मेडागास्कर में सैन्य तख्तापलट की बृहस्पतिवार को कड़ी निंदा की। संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बताया कि महासचिव ने मेडागास्कर में संवैधानिक व्यवस्था और कानून के शासन की वापसी की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार के असंवैधानिक परिवर्तन को पूरी दुनिया नजरअंदाज नहीं कर सकती और लोकतंत्र की रक्षा करना अनिवार्य है।
कर्नल रैंड्रियनिरिना राष्ट्रपति बने
मेडागास्कर में सेना के कर्नल माइकल रैंड्रियनिरिना ने शुक्रवार को उच्च संवैधानिक न्यायालय में शपथ लेकर देश के नए नेता के रूप में कार्यभार संभाला। उन्होंने ‘पुनर्स्थापित’ मेडागास्कर गणराज्य के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली और सैन्य नेतृत्व के तहत देश की नई व्यवस्था की घोषणा की। यह कदम सेना द्वारा तीन सप्ताह तक चले सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद उठाया गया।
पूर्व राष्ट्रपति की भागीदारी
सैन्य विद्रोह के बाद अपदस्थ राष्ट्रपति एंड्री राजोइलिना ने अपनी जान को खतरा बताते हुए देश छोड़ दिया। उनकी वर्तमान स्थिति और ठिकाने का कोई स्पष्ट पता नहीं है। अफ्रीकी संघ ने मेडागास्कर को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है और इस अधिग्रहण को पूरी तरह अस्वीकार किया है।
युवाओं के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शनों का असर
कर्नल रैंड्रियनिरिना ने कहा कि सशस्त्र बलों ने सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद नियंत्रण अपने हाथ में लिया। इन प्रदर्शनों का नेतृत्व मुख्य रूप से युवा वर्ग ने किया। युवाओं ने सरकारी सेवाओं में विफलताओं, गरीबी और अवसरों की कमी के खिलाफ प्रदर्शन किए। उन्होंने अभिजात वर्ग पर भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारी ‘जेन जेड मेडागास्कर’ के नाम से संगठित हुए।