नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) का आईपीओ 30 जुलाई से 1 अगस्त तक निवेशकों के लिए खुला रहेगा। यह पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है, जिसमें 5.01 करोड़ शेयर ₹760 से ₹800 प्रति शेयर के प्राइस बैंड में बेचे जाएंगे। कंपनी इस इश्यू से कोई नया पूंजी निवेश नहीं जुटा रही है। आइए जानते हैं RHP (रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस) में बताए गए इस आईपीओ से जुड़ी 10 अहम बातें।
1. IPO की शुरुआत और प्राइस बैंड
NSDL का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) बुधवार, 30 जुलाई 2025 को खुलेगा और शुक्रवार, 1 अगस्त 2025 को बंद होगा।
- इस इश्यू में कुल 5,01,45,001 शेयर बिक्री के लिए रखे गए हैं।
- शेयर का प्राइस बैंड ₹760 से ₹800 प्रति शेयर तय किया गया है।
- चूंकि यह इश्यू पूरी तरह OFS (Offer For Sale) है, इसीलिए इससे मिली पूरी रकम मौजूदा शेयरधारकों को जाएगी, न कि कंपनी को।
2. कौन बेच रहा है शेयर?
इस आईपीओ में जिन शेयरधारकों द्वारा शेयर बेचे जा रहे हैं, उनके नाम हैं:
- IDBI बैंक: 2.22 करोड़ शेयर
- NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज): 1.80 करोड़ शेयर
- SBI: 40 लाख शेयर
- HDFC बैंक: 20.10 लाख शेयर
- SUUTI (यूटीआई का विशेष उपक्रम): 34.15 लाख शेयर
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया: 5 लाख शेयर
इन संस्थानों द्वारा अपने हिस्से के शेयर बाजार में बेचे जाएंगे।
3. कौन-कौन हैं इस इश्यू के प्रमुख मैनेजर?
NSDL के इस पब्लिक इश्यू को संभालने वाले बुक रनिंग लीड मैनेजर्स में ये कंपनियां शामिल हैं:
- ICICI Securities
- Axis Capital
- HSBC Securities & Capital Markets
- IDBI Capital Markets
- Motilal Oswal Investment Advisors
- SBI Capital Markets
MUFG Intime India इस इश्यू का रजिस्ट्रार है।
4. कंपनी का स्वामित्व और प्रमोटर स्थिति
NSDL एक प्रोफेशनली मैनेज्ड कंपनी है और इसका कोई स्पष्ट प्रमोटर नहीं है।
- IDBI बैंक के पास कंपनी की 26.10% हिस्सेदारी है।
- NSE के पास 24% हिस्सेदारी है।
- कोई भी अन्य शेयरधारक कंपनी में 15% या उससे अधिक वोटिंग राइट्स नहीं रखता है।
SEBI के दिशा-निर्देशों के अनुसार, आईपीओ के बाद भी किसी भी एक निवेशक के पास 15% से अधिक हिस्सेदारी नहीं रहेगी।
5. कंपनी का नेतृत्व और बोर्ड
NSDL के बोर्ड में कुल सात सदस्य हैं:
- एक मैनेजिंग डायरेक्टर
- चार पब्लिक इंटरेस्ट डायरेक्टर्स
- दो नॉन-इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स
विजय चंदोक वर्तमान में कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO हैं। वे नवंबर 2024 से कंपनी से जुड़े हैं। इससे पहले वे ICICI बैंक और ICICI Securities में वरिष्ठ पदों पर कार्यरत थे।
6. सीधा मुकाबला किससे है?
NSDL का मुख्य और एकमात्र प्रतिस्पर्धी है CDSL (सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड)।
CDSL और NSDL दोनों ही डीमैट अकाउंट्स, सिक्योरिटीज होल्डिंग और ट्रांसफर सेवाएं प्रदान करते हैं।
7. NSDL का बिजनेस मॉडल क्या है?
NSDL एक SEBI रजिस्टर्ड मार्केट इन्फ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशन (MII) है। यह भारतीय वित्तीय बाजार को कई प्रकार की सेवाएं देता है।
- 31 मार्च 2025 तक, NSDL सबसे बड़ी डिपॉजिटरी है— इश्यूर्स की संख्या, एक्टिव इंस्ट्रूमेंट्स, सेटलमेंट वॉल्यूम, और एसेट्स अंडर कस्टडी के लिहाज़ से।
- कंपनी का डिपॉजिटरी नेटवर्क भी काफी मजबूत है— इसके पास 65,391 सर्विस सेंटर्स हैं, जबकि CDSL के पास सिर्फ 18,918।
8. वित्तीय प्रदर्शन कैसा रहा?
NSDL का रेवेन्यू और मुनाफा लगातार बढ़ा है:
- FY23: ₹10,219.88 मिलियन
- FY24: ₹12,682.44 मिलियन
- FY25: ₹14,201.46 मिलियन
इसी तरह, PAT (Profit After Tax) भी:
- FY23 में ₹2,348.10 मिलियन
- FY24 में ₹2,754.45 मिलियन
- FY25 में ₹3,431.24 मिलियन
यह बताता है कि कंपनी की ग्रोथ लगातार सकारात्मक दिशा में है।
9. बिजनेस से जुड़े संभावित जोखिम
RHP में NSDL ने कुछ प्रमुख जोखिमों की ओर इशारा किया है:
- अगर निवेशकों का रुझान शेयर बाजार से हटकर अन्य विकल्पों की ओर चला गया, तो NSDL की सेवाओं की मांग में गिरावट आ सकती है।
- कंपनी अगर अपने प्रोडक्ट्स या सर्विस रेंज को नहीं बढ़ा पाई, तो इसका असर कारोबार पर पड़ेगा।
10. टेक्नोलॉजी से जुड़े खतरे
कंपनी का पूरा संचालन आईटी सिस्टम्स पर निर्भर है।
- अगर किसी भी वजह से टेक्निकल गड़बड़ी या साइबर अटैक होता है, तो न सिर्फ कंपनी की प्रतिष्ठा पर असर पड़ेगा बल्कि SEBI की ओर से वित्तीय पेनल्टी भी लग सकती है।
- कंपनी ने सुरक्षा को लेकर कड़े उपाय किए हैं, लेकिन संभावित जोखिम से इनकार नहीं किया जा सकता।
लिस्टिंग और अलॉटमेंट की तारीखें
- शेयर अलॉटमेंट: सोमवार, 4 अगस्त 2025
- लिस्टिंग तारीख: बुधवार, 6 अगस्त 2025 (BSE पर)