एनसीईआरटी में सिलेबस बदलाव को लेकर जारी विवाद में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस जब-जब सत्ता में आते हैं, इतिहास को बदलने का प्रयास करते हैं।
नई दिल्ली: एनसीईआरटी सिलेबस में हालिया बदलाव को लेकर मचे विवाद के बीच AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी और RSS को निशाने पर लिया है। ओवैसी ने आरोप लगाया कि जब भी ये संगठन सत्ता में आते हैं, वे इतिहास को अपनी विचारधारा के अनुसार बदलते हैं। उनका कहना है कि इस तरह के बदलाव भारतीय संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ हैं।
ओवैसी ने हैदराबाद से सांसद होने के नाते मीडिया से बातचीत में कहा कि NCERT की किताबों में इतिहास को सटीक और तथ्यात्मक रूप से पेश किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विभाजन और आजादी के समय की घटनाओं को विकृत तरीके से पेश किया जा रहा है।
इतिहास पर आरोप: RSS और बीजेपी
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि एनसीईआरटी सिलेबस में जो बदलाव किए गए हैं, वे भारतीय इतिहास के वास्तविक पहलुओं को छुपाते हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के समय मुसलमानों के वोट प्रतिशत और विभाजन की वास्तविक परिस्थितियों को छिपाया जा रहा है। इतिहास को अपने राजनीतिक एजेंडे के अनुसार बदलने की कोशिश की जा रही है।
ओवैसी ने बीजेपी और RSS पर आरोप लगाते हुए कहा कि RSS की विचारधारा भारत के संविधान के खिलाफ है। उनका कहना है कि संघ परिवार की नीतियों में केवल एक ही समुदाय और धर्म को प्रमुखता दी जाती है, जो लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों के विपरीत है।
RSS पर विशेष निशाना
ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और कहा कि वे RSS की तारीफ करते हैं, जबकि स्वतंत्रता संग्राम के समय RSS अंग्रेजों के साथ खड़ा था। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि 1941 में जब श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंगाल कैबिनेट में मंत्री थे, तब फ़ज़लुल हक़ मुस्लिम लीग का नेतृत्व कर रहे थे और 1940 के लाहौर अधिवेशन में पाकिस्तान प्रस्ताव पेश किया गया था। ओवैसी ने सवाल उठाया कि आज प्रधानमंत्री उन घटनाओं और व्यक्तित्वों के बारे में कैसे बोल सकते हैं।
असदुद्दीन ओवैसी ने अपने बयान में चीन और अमेरिका का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत के लिए वर्तमान में चीन अधिक बड़ा खतरा है और अमेरिका के टैरिफ से भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर संतुलित दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।
ओवैसी ने बिहार चुनाव को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि AIMIM पार्टी राज्य में सक्रिय रूप से प्रचार कर रही है और जनता तक अपनी नीतियों और दृष्टिकोण को पहुंचाने का प्रयास कर रही है। उनका कहना है कि राज्य के मतदाता लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भागीदारी के माध्यम से सही चुनाव करेंगे।