आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाक आर्मी चीफ प्रमोशन पर तंज कसा। पहलगाम हमले के बाद मिले फ्री हैंड से ऑपरेशन सिंदूर में 100 से अधिक आतंकी मारे गए।
New Delhi: भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को IIT मद्रास में बोलते हुए पाकिस्तान के फील्ड मार्शल प्रमोशन को लेकर तीखी टिप्पणी की और इसे युद्ध में नैरेटिव मैनेजमेंट का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि अगर आप किसी पाकिस्तानी से पूछें कि आप जंग में जीते या हारे, तो वह कहेगा कि मेरे आर्मी चीफ फील्ड मार्शल बन गए हैं, जरूर हम जीते होंगे। उनका यह बयान पाकिस्तान सरकार के उस फैसले पर था जिसमें पाकिस्तानी आर्मी चीफ असीम मुनीर को फाइव-स्टार जनरल और फील्ड मार्शल के पद पर प्रमोट किया गया था, जिसे पाकिस्तान में जीत के संकेत के रूप में पेश किया जा रहा है।
पहलगाम आतंकी हमला और बड़ा निर्णय
जनरल द्विवेदी ने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला दिया था। इसके अगले दिन 23 अप्रैल को शीर्ष राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व की अहम बैठक हुई जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ कहा कि अब बहुत हो चुका और निर्णायक कार्रवाई का समय आ गया है। इस बैठक में तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद थे और सभी इस बात पर सहमत थे कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ बड़ा कदम उठाना जरूरी है।
सेना को मिला ‘फ्री हैंड’
इस बैठक में सरकार ने सेना को पूरी तरह फ्री हैंड दे दिया और कहा कि आप तय करें कि क्या करना है। जनरल द्विवेदी ने कहा कि यह पहली बार था जब इतना स्पष्ट राजनीतिक समर्थन मिला। इस भरोसे और दिशा से सैनिकों का मनोबल बढ़ा और आर्मी कमांडर्स को ग्राउंड पर अपने विवेक से कार्रवाई करने की पूरी छूट मिली।
ऑपरेशन ‘सिंदूर’ का आरंभ
पहलगाम हमले के जवाब में 7 मई को भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इस अभियान के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया। इसके अलावा हथियार गोदाम, प्रशिक्षण शिविर और लॉजिस्टिक सप्लाई चेन को भी नष्ट कर दिया गया।
पाकिस्तान को मिला कड़ा जवाब
पाकिस्तान ने इस दौरान सीमा पार से गोलाबारी और ड्रोन हमलों की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने अपने आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम से इन सभी प्रयासों को नाकाम कर दिया। भारत के जवाबी हमलों में पाकिस्तान के 11 सैन्य ठिकाने, रडार इंस्टॉलेशन, कम्युनिकेशन हब और एयरफील्ड तक को तबाह कर दिया गया जिससे उसकी सामरिक क्षमता पर सीधा असर पड़ा।
नैरेटिव मैनेजमेंट की अहमियत
जनरल द्विवेदी ने कहा कि युद्ध केवल मैदान में लड़ी जाने वाली लड़ाई नहीं है बल्कि लोगों के बीच बनाई जाने वाली धारणा भी उतनी ही अहम होती है। पाकिस्तान अपने आर्मी चीफ के फील्ड मार्शल बनने को जीत के रूप में पेश करेगा ताकि जनता के बीच यह संदेश जाए कि वह विजयी रहा, जबकि हकीकत इससे अलग है।